Budaun News: दिवाली के मौके पर बदायूं के जरीफनगर में एक हादसे में एक शख्स की मौत हो गई। हादसा दिवाली पर पटाखा चलाने के दौरान हुआ।
दिवाली पर बहुत सारे लोग पटाखे फोड़ने को लेकर खासे उत्साहित रहते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो मानते हैं कि आतिशबाजी हिंदू रीति-रिवाज का हिस्सा नहीं है। इसी को लेकर एक वकील ने इसके पीछे छिपे धार्मिक तर्क समझाए।
Delhi News: दिल्ली में पटाखे जलाने पर लोगों को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। दरअसल पटाखे जलाने पर दिल्ली में 6 महीने तक की जेल और 200 रुपये जुर्माना हो सकता है। इस बात की दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दूसरों के स्वास्थ्य की कीमत पर उत्सव की नहीं हो सकता और स्पष्ट किया था कि जहां पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है वहां भी बेरियम युक्त पटाखों पर रोक रहेगी।
दिवाली पर पटाखे फोड़ने को लेकर देश में एक अलग ही बहस छिड़ी हुई है। कई राज्यों ने अपने यहां इस त्यौहार के मौके पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पटाखों के एक अवैध गोदाम में हुए धमाके के चलते 4 लोगों की मौत की खबर है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी एक पत्र के मुताबिक पटाखे भारतीय व्यापारी श्रेणीकरण के तहत आते हैं और उनका आयात प्रतिबंधित है।
शनिवार को पटाखे लेकर जा रहे भाई-बहन उस समय दुर्घटना का शिकार हो गये जब स्पीड ब्रेकर पर उनकी मोटरसाइकिल उछलने से पटाखों में विस्फोट हो गया।
दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा में दोस्तों के साथ सड़क पर पटाखे जलाकर जन्मदिन मनाने वाले 22 वर्षीय युवक को पुलिस ने सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इस घटना की देशभर में व्यापक स्तर पर आलोचना की गई थी। वन विभाग के सूत्रों ने बताया था कि हथिनी की मौत की घटना के संबंध में तीन संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और दो अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
पुलिस में दर्ज तहरीर के अनुसार शशिपाल की बेटी आयुषी (3) छोटी दीपावली की शाम घर के आंगन में खेल रही थी। उसी समय गांव का हरपाल उनके घर में घुस आया। उसने चॅकलेट के बहाने आयुषी के मुंह में पटाखा रखकर जला दिया।
तथागत रॉय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और आसपास के इलाके में पटाखे बेचने पर बैन लगा दिया है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने पटाखे फोड़ने का वक्त (10 से 6) निर्धारित कर दिया है। रॉय ने दोनों ही फैसलों का विरोध किया।
न्यायालय ने पिछले वर्ष 11 नवंबर को एक आदेश में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भीतर पटाखों की थोक और खुदरा बिक्री की अनुमति देने वाले सभी लाइसेंस निलंबित कर दिये थे। बाद में 12 सितंबर, 2017 को न्यायालय ने इस प्रतिबंध को अस्थाई रूप से हटा दिया और पटाखों
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