कोविड-19 के चलते केवल एक माह की अवधि तक सीमित कर दिए गए हरिद्वार कुंभ का शुक्रवार को समापन हो गया जिसमें इस बार केवल 70 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगाई।
हरिद्वार में निरंजनी अखाड़ा के 2 और संतों की कोरोना से मौत हो गई है। अब तक कुल 8 संतों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
हरिद्वार कुंभ ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों समेत 65 स्वास्थ्यकर्मियों की जांच में उनके कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इन सभी को पृथकवास में रखा गया है।
जूना अखाड़े ने भी हरिद्वार कुंभ मेला (Haridwar kumbh mela 2021) समाप्ति की घोषणा की है। स्वामी अवधेशानंद गिरी ने ट्वीट करके ये जानकारी दी है।
देश के अन्य हिस्सों की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस मामलों में लगातार बढ़ोतरी जारी है और रोज रिकॉर्ड नए मरीज सामने आ रहे हैं।
उत्तराखंड के हरिद्वार में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार के चलते पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने 17 अप्रैल को कुंभ मेला समापन की घोषणा कर दी है।
हरिद्वार कुंभ मेला में शामिल हुए निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कपिलदेव की कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई।
उत्तराखंड में चल रहे महाकुंभ में कोरोना विस्फोट हुआ है। यहां अप्रैल 10-14 के बीच 1701 तीर्थयात्री और साधु कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। बता दें कि मेले में कई धर्मिक संगठन के प्रमुखों ने कोरोना टेस्ट कराने से इंकार कर दिया था।
कुंभ मेले में पिछले तीन दिनों में कोरोना के 1200 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
सोमवती अमावास्या पर हो रहे महाकुंभ शाही स्नान से ठीक पहले साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित आधा दर्जन से अधिक संतों के कोविड-19 पीड़ित होने से संत समाज और मेला प्रशासन में खलबली मच गई।
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की के लगभग 90 छात्रों का गुरुवार को कोरोनावायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की 9 अप्रैल को हरिद्वार में होने जा रही बड़ी बैठक में कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की संभावना है।
एसपी जीआरपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि कुंभ मेले में 12 से 14 अप्रैल के बीच शाही स्नान को देखते हुए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर 11 से 14 अप्रैल तक ट्रेनें नहीं आएंगी। उन्होंने बताया कि ट्रेनें को ज्वालापुर, रुड़की और लक्सर रेलवे स्टेशनों पर रुकेंगी और यहीं पर श्रद्धालु उतरेंगे।
हरिद्वार में 1 अप्रैल से आम लोगों के लिए कुंभ की औपचारिक शुरूआत होने जा रही है। इसके चलते उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश हरिद्वार में कुंभ के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।
हरिद्वार कुंभ के संबंध में औपचारिक अधिसूचना जारी कर दी गयी है। 12 वर्ष में एक बार होने वाले इस धार्मिक आयोजन की अवधि कोरोना वायरस के मद्देनजर पहली बार घटा कर एक माह कर दी गई है।
हरिद्वार में आज 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा। इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी। हालांकि इस दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।
उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को हरिद्वार जिले के अंतर्गत आने वाले सभी शहरी स्थानीय निकायों को "बूचड़खाना मुक्त" घोषित कर दिया, साथ ही बूचड़खानों को संचालित करने के लिए जारी की गई मंजूरी भी रद्द कर दिया है।
हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के मद्देनजर केवल 28 दिन का होगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया है। कुंभ मेला एक अप्रैल से 28 तक आयोजित किया जाएगा। उत्तराखंड सरकार के मुताबिक कुंभ में कोरोना संक्रमण रोकथाम के नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। कुंभ मेले की अधिसूचना जारी होने साथ ही एसओपी प्रभावी मानी जाएगी।
यह ट्रेन रोजाना योग नगरी ऋषिकेश से अहमदाबाद के लिए दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर रवाना होती है।
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार केवल 28 दिन का होगा। उत्तराखंड सरकार ने साधु संतों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़