वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 1.36 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 5.86 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वैक्सीन को लेकर आज तीन देशों से बड़ी खबरें सामने आई हैं। भारत सहित रूस और अमेरिका में उत्साहनजक नतीजे सामने आए हैं।
आईआईटी दिल्ली ने कोरोना जांच के लिए एक नई किट का आविष्कार किया है। यह किट बेहतर गुणवत्ता के साथ सिर्फ 3 घंटे में कोरोना जांच के नतीजे देती है। सबसे अहम बात यह है कि इस किट की कीमत केवल 650 रुपए है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस किट का ऑनलाइन माध्यम से शुभारंभ किया।
कोरोना संकट के बीच भारत में टेस्टिंग की रफ्तार फुलस्पीड पर है। भारत में कोरोना वायरस की रोजना टेस्टिंग 3 लाख के पार पहुंच गई है।
देश में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग में तेजी आई है और अब रोजाना देश में 3 लाख से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार मंगलवार को देश में कुल 3.20 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए हैं और अबतक देश में कुल 1.24 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 टीके का देश में मानव परीक्षण शुरू हो गया है। देश में विकसित दो टीकों के परीक्षण की कवायद में लगभग एक हजार स्वयंसेवी शामिल हो रहे हैं।
कोरोना संकट से जूझ रहे देश की निगाहें अब पटना के आल इंडिया इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस (AIIMS) पर टिक गई हैं।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर के शिक्षक चिरंजीत धीवर ने ट्रायल के लिए अपना शरीर देने की पेशकश की थी। जिसे स्वीकार करते हुए आईसीएमआर द्वारा उसे सूचित किया गया है कि उसका चयन ट्रायल के लिए किया गया है।
भारत में कोविड-19 टेस्ट की संख्या ने एक जुलाई को 90 लाख का आंकड़ा पार किया था। शर्मा ने बताया कि 25 मई तक प्रतिदिन 1.5 लाख टेस्ट किए जा रहे थे, जिनकी संख्या बढ़कर अब प्रतिदिन 3 लाख हो गई है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी पर आईसीएमआर का अध्ययन अभी जारी है।
भारत के पहले स्वदेशी कोविड-19 टीके को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मानव पर परीक्षण की अनुमति मिल गई है।
देश में कोविड-19 के संक्रमण के बाद से 73.5 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गयी है और मंगलवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 2.5 लाख जांच की गयी। आईसीएमआर के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
कोरोना वायरस से संबंधित जांच के दायरे को बढ़ाते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा है कि अब देश भर में कोविड-19 के लक्षण वाले हर व्यक्ति के लिए जांच सुविधा व्यापक स्तर पर उपलब्ध कराई जाएगी।
दिल्ली में आज से नई टेस्टिंग तकनीक 'रैपिड एंटीजन टेस्ट' के जरिए कोरोना की टेस्टिंग शुरु हो गई है। ICMR ने इस तकनीक को केवल कंटेनमेंट जोन और अस्पताल या क्वॉरेंटाइन सेंटर में इस्तेमाल करने की इजाजत दी है।
आईसीएमआर ने आज ट्वीट कर कहा कि भारत में कोरोना का पीक नवंबर वाले अध्ययन को आईसीएमआर का ठहराने वाली खबरें भ्रामक हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को लागू करने वाली शीर्ष संस्था राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से पंजीकृत प्रयोगशालाओं को सीधे तौर पर सूचीबद्ध करना शुरू किया है।
कोरोना वायरस के मरीजों की पहचान के लिए देश में टेस्टिंग लगातार जारी है और रोजाना टेस्टिंग का आंकड़ा 1.5 लाख टेस्ट के करीब पहुंच गया है।
भारतीय आयु्र्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के संभावित इलाज के चल रहे एक वैश्विक औषधि परीक्षण से वह अस्थायी रूप से हाइड्रोक्सीक्लोक्वीन को हटाएगा।
इससे पहले जारी परामर्श में किए उल्लेख के अनुसार, कोविड-19 को फैलने से रोकने एवं इसका इलाज करने में शामिल बिना लक्षण वाले सभी स्वास्थ्यसेवा कर्मियों और संक्रमित लोगों के घरों में संपर्क में आए लोगों में संक्रमण के खिलाफ इस दवा का इस्तेमाल करने की भी सिफारिश की गई है।
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