अब आयकर दाता 31 अगस्त तक वित्त वर्ष 2018-19 के लिए अपना आयकर रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
आईटीआर-1 देश में रहने वाले वे लोग भर सकते हैं जिनकी वेतन, एक मकान, संपत्ति, अन्य स्रोत (ब्याज) से कुल आय 50 लाख रुपए तथा कृषि आय 5,000 रुपए है।
टैक्स बचाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते हैं लेकिन इस बार ITR भरते समय सावधान हो जाइए वरना आप मुश्किल में फंस सकते हैं।
जिन लोगों की आय 5 लाख रुपए वार्षिक से कम है उनपर 1,000 रुपए से अधिक का जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।
सीबीडीटी के चेयरमैन पी. सी. मोदी ने कहा कि अगर आपको लगता है कि आयकर अधिकारी आपकी अघोषित आय की जांच के लिए सोशल मीडिया पोस्ट की जासूसी करते हैं, तो यह गलत धारणा है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष 2019-20 में आधार (AADHAAR) और पैन (PAN) कार्ड को लेकर सरकार ने कुछ नए नियम बनाए हैं। फाइनैंस बिल को मंजूरी के साथ ही जल्द ही ये नियम लागू हो जाएंगे।
अब विदेश यात्रा पर दो लाख रुपये से अधिक खर्च करने वालों और एक लाख या उससे अधिक का बिजली बिल भरने वालों को अनिवार्य रूप से ITR दाखिल करना होगा।
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR/Income Tax Return) फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है। इस साल रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख बढ़ाई जा सकती है।
अगर आप नौकरीपेशा हैं तो इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए यह सबसे जरूरी चीज है। फॉर्म 16 टीडीएस सर्टिफिकेट होता है। आप जिस कंपनी में काम करते हैं वह कंपनी आपको फॉर्म 16 मुहैया कराती है।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने द्रमुक नेता कनिमोझी, जिनके आवास पर केंद्रीय एजेंसियों ने छापेमारी की, का समर्थन किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।
आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विभाग की चार टीमों ने जद(एस) नेतृत्व से कथित तौर पर जुड़े लोगों के कार्यालयों, आवासों एवं कारखाना परिसरों पर छापेमारी की। हर टीम में 15-15 अधिकारी शामिल थे।
यदि आप इन गलतियों से नहीं बचे तो शायद आपको बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
लोकसभा चुनावों के मौजूदा माहौल में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी लोगों के अलग-अलग शहरों स्थित ठिकानों पर रविवार तड़के आयकर विभाग के छापों के बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गयीं।
कमलनाथ के निजी सचिव के घर आयकर विभाग का छापा
लोकसभा चुनाव शुरू होने से ठीक पहले आयकर विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के इंदौर स्थित घर पर छापा मारा है।
आयकर रिटर्न-1 या सहज में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस फॉर्म को वेतनभोगी वर्ग द्वारा भरा जाता है।
सीबीडीटी ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में 6.87 करोड़ आयकर रिटर्न फाइल किए गए, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में 5.48 करोड़ आईटीआर फाइल किए गए थे
तत्कालीन नेतराम का कद इतना बड़ा था कि कैबिनेट मंत्रियों को भी उनसे मिलने के लिए मुख्यमंत्री की तरह समय लेना पड़ता था।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से नवंबर तक ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 15.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है
सीबीडीटी ने कहा है कि आयकर दाताओं को जल्द ही पहले से भरे हुए आईटीआर फॉर्म मिलेंगे, जिससे उनके लिए रिटर्न भरने की प्रक्रिया और सरल हो जाएगी।
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