पटना रैली में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उन्हें डराने के लिए फर्जी मुकदमे कराए गए हैं, लेकिन वह फांसी पर लटक जाएंगे, लेकिन झुकेंगे नहीं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की आज होने जा रही 'भाजपा भगाओ-देश बचाओ' रैली को लेकर पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान पूरी तरह तैयार है। रैली को लेकर मैदान में दो मंच बनाए गए हैं।
पटना के मैदान में लालू प्रसाद यादव की आज होने वाली रैली 'देश बचाओं, बीजेपी भगाओ' रैली की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस रैली के माध्यम से लालू और उनका परिवार बीजेपी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।
महागठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जा मिलने के बाद पटना में होने वाली राजद की इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मायावती के नहीं आने से रैली का राजनीतिक रंग फीका होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में विपक्ष के नेता ग
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व बसपा प्रमुख मायावती के पटना में रविवार को लालू यादव की रैली में भाग नहीं लेने के फैसले के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा है कि वह इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बिहार में लालू प्रसाद यादव की 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ' रैली में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
आयकर विभाग लालू प्रसाद और उनके परिवार द्वारा बेनामी संपत्ति मामले में दिल्ली और पटना में महंगी संपत्तियां खरीदने के लिए फर्जी कंपनियों के इस्तेमाल करने के मामले की जांच कर रहा है। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली की अदालत में आपराधिक माम
पुलिस के अनुसार, केदार राय सुबह सगुना मोड़ रोड के पास टहलने निकले थे, तभी मोटरसाइकिलपर सवार होकर आए सशस्त्र अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी और फरार हो गए। घायल अवस्था में उन्हें पटना के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। उन्होंने जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया हैं। जांच टीम आर्थिक अपराध इकाई के आईजी जेएस गंगवार के नेतृत्व में चार्टेड प्लेन से भगलपुर पहुंची है। सभी अधिकारी अभी सर्किट
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ ट्विटर पर भड़ास निकाली है। उन्होंने नीतीश की तुलना सांप से की है।
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव के भाजपा के साथ नहीं जाने का आज दावा करते हुए उनसे अपील की कि सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने के लिए वे पूरे देश का भ्रमण करें तथा इसमें वे अपनी पूरी शक्ति लगा दें।
बिहार की राजनीति में राजद,जदयू और कांग्रेस का महागठबंधन टूट गया है और 4 साल बाद एक बार फिर नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ मिलकर सरकार बना ली है। राजनीति में इस वक्त बहस का सबसे चर्चित विषय है कि क्या नीतीश कुमार का एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने का फै
आरजेडी प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आज यहां दावा किया कि केंद्र के सत्ताधारी राजद गठबंधन के खिलाफ विपक्ष का महागठबंधन बनकर रहेगा और ममता, अखिलेश, मायावती सब एक मंच पर आएंगे।
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में बगावत के सुर उठने लगे हैं।
उन्होंने कहा, मोदी के हर एक फैसले का बढ़-चढ़कर नीतीश समर्थन कर रहे थे, हमें पहले से ही उनके इरादों की भनक लग गई थी। तेजस्वी तो बहाना था, इनको भाजपा की गोद में जाना था।
सूत्रों के मुताबिक समस्या तब शुरू हुई, जब लालू और उनके करीबी सहयोगी और आरजेदी के सांसद प्रेम चंद गुप्ता मोदी सरकार में कुछ नेताओं से मिले थे। ज्यादातर, गुप्ता ने भाजपा के नेताओं से मुलाकात की, लेकिन फिर कई बार लालू भी साथ गए। यह मुलाकात लालू और उनके
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज नीतीश कुमार पर वार करते हुए कहा कि नीतीश का इस्तीफा पहले से तय था। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार पर मर्डर और आर्म्स एक्ट का केस है और भ्रष्टाचार से बड़ा है नागरिक हत्या का आरोप।
जेडीयू ने फिर अपनी मांग दोहराते हुए कहा है कि 27 जुलाई से पहले तेजस्वी यादव सामने आकर या तो अपने केस के बारे में बिन्दुवार सफाई दें या उन्हें बिहार सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए।
बताया जा रहा है कि उनका लाइसेंस रद्द होने का कारण यह है कि उन्होंने पेट्रोल पंप का लाइसेंस पाने के लिए गलत जानकारी के आधार पर आवेदन किया था। ये कार्रवाई ऐसे समय में हो रही है जब लालू और उनके परिवार पर बेनामी संपत्ति को लेकर कार्रवाई चल रही है। इस बीच
हाल ही में जेडीयू ने आधिकारिक तौर पर तेजस्वी को जनता के बीच जाकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफ़ाई देने के लिए चार दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस बीच जेडीयू सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी की ये सफ़ाई कुछ दिनों के लिए ही कारगर होगी। मीडिया से बातचीत में लालू ने
संपादक की पसंद