Satyanaryan Puja 2023: भगवान सत्यनारायण की पूजा और कथा सुनने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। 6 जनवरी 2023 सत्यनारायण की पूजा के लिए उत्तम दिन है।
Astro Tips For Marriage: अगर आपकी शादी में रुकावट आ रही है तो गुरुवार के दिन कुछ खास उपाय जरूर करें। इन उपायों की मदद से शादी में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है। मान्यताओं के मुताबिक, गुरुवार व्रत रखने और भगवान विष्णु की विधिवत् अराधना करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।
आज पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और मंगलवार का दिन है। द्वादशी तिथि आज रात 10 बजकर 1 मिनट तक रहेगी। आज सुबह 6 बजकर 54 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 7 बजकर 7 मिनट तक शुभ योग रहेगा।
Putrada Ekadashi 2023: आज पुत्रदा एकादशी व्रत है। पुत्रदा एकादशी हर साल पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कौन-से खास उपाय करके आप इस व्रत का लाभ पा सकते हैं।
जो लोग सफला एकादशी का व्रत रखते हैं, उन्हें सफलता, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
Dwadashi Tithi Upay: आचार्य इंदु प्रकाश बता रहे हैं कि द्वादशी तिथि के दिन किन उपायों को कर आप अपना जीवन बेहतर बना सकते हैं।
Vastu Tips: अगर आप भी चाहते हैं कि आप पर माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहे तो, अपने घर में इन चीज़ों को रखना न भूलें। ज्योतिष में ऐसी शुभ चीजों के बारे में बताया गया है, जिसे घर पर रखने से मां लक्ष्मी की कृपा दृष्टि बनी रहती है।
Utpanna Ekadashi 2022: उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने वाली महिलाओं और पुरुषों को रात भर जागकर भजन-कीर्तन करना चाहिए। इस व्रत में भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए तभी मन की सभी मुराद पूरी होती है। इतना ही नहीं एकादशी के दिन किसी के लिए भी बुरे शब्द नहीं निकालने चाहिए।
उत्पन्ना एकादशी इस साल 20 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की अराधना से विशेष फल मिलता है। इसके साथ ही एकादशी के दिन खास उपाय करने से जीवन की कई परेशानियां भी दूर हो जाती है। सुख-समृद्धि, सुखी वैवाहिक जीवन आदि के लिए उत्पन्ना एकादशी के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Utapanna Ekadashi 2022: उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन दान करने से कई गुना अधिक फल मिलता है। इस व्रत को करने से निसंतान दंपति को संतान सुख भी मिलता है।
Utpanna Ekadashi 2022: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष के दिन पड़ने वाली एकदाशी को उत्पन्ना एकादशी के रुप में मनाया जाता है। इस बार उत्पन्ना एकादशी 20 नवंबर, 2022 को है। इस दिन विधि-विधान से पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
तुलसी विवाह के दिन माता तुलसी, भगवान शालिग्राम का दूल्हा और दुल्हन की तरह श्रृंगार किया जाता है। तुलसी विवाह करने से पति पत्नी के बीच प्यार बना रहता है और हर तरह की दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
Dev Uthani Ekadashi 2022: देवउठनी एकादशी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। हिंदू धर्म के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु चार मास के योग निद्रा से जागते हैं। ऐसे में इस दिन भगवान नारायण की पूजा कर के पुण्य कमाया जा सकता है।
Tulsi Vivah 2022: तुलसी विवाह के दिन पूजा के लिए गन्ना और सुहाग की सामग्री की जरूरत होती है। साथ ही इस दिन काला कपड़ा नहीं पहनना चाहिए। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, तुलसी विवाह पूजा करने से पति पत्नी के बीच के सारे मनमुटाव दूर हो जाते हैं।
Tulsi Vivah: इस साल तुलसी विवाह 5 नवंबर, 2022 को मनाया जाएगा। इस दिन पूरी विधि के साथ शालिग्राम और तुलसी जी का विवाह कराया जाता है। सुहागिन महिलाएं माता तुलसी को सुहाग की सभी सामग्री चढ़ाती हैं। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है।
Kerala Airport: केरल एयरपोर्ट पर शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक फ्लाइट्स सेवाएं बंद रही हैं। इसके पीछे का कारण पूरी तरह धार्मिक है। दरअसल यहां के रनवे से गुजरने वाले जुलूस अरट्टू की वजह से ऐसा हर साल में 2 बार किया जाता है। यहां जानें इस परंपरा के बारे में...
Rama Ekadashi 2022: इस साल 21 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मन की हर मनोकामना पूरी होती है। रमा एकादशी में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
Rama Ekadashi: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी का व्रत है। चलिए आपको बताते हैं यह व्रत कैसे किया जाता है।
Indira Ekadashi 2022: इंदिरा एकादशी का व्रत करने से व्रती को पितृ पक्ष में श्राद्ध करने के समान फल की प्राप्ति होती है। अगर आप किसी कारण श्राद्ध नहीं कर पाएं हैं को इस छोटे उपाय की मदद से आप उतना फल पा सकते है, साथ ही आपके पितृ भी खुश हो जाएंगे।
Dashavatar Vrat 2022: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस दिन विधि-विधानपूर्वक दशावतार व्रत करना बहुत अधिक फलदायी बताया गया है। आइए जानते हैं दशावतार व्रत का महत्व और पूजा विधि
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