आज 22 जनवरी 2024 की शुभ घड़ी है। अयोध्या के राम मंदिर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। सभी राम भक्तों का सपना आज साकार होने जा रहा है। आप भी जान लीजिए आखिर क्यों की जाती है मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा और इस दौरान किन नियमों का रखना होता है ध्यान।
ट्विटर पर #यादव_मांगे_श्रीकृष्ण_जन्मभूमि ट्रेंड हो रहा है। पूरे देश में यादव समाज के लोगों को एकजुट होने का संदेश दिया जा रहा है। इस कीवर्ड के साथ सोशल मीडिया पर अब तक कुल 9 हजार पोस्ट किए जा चुके हैं।
अयोध्या मंदिरों की नगरी है यहां आज भी त्रेतायुग के समय से जुड़े कई पौराणिक स्थल हैं। आज हम आपको यहां के उस मंदिर के बारे में बताने जा रहा है जो सिर्फ एकादशी के दिन ही खुलता है और इसी जगह पर भगवान राम नें अश्वमेघ यज्ञ कराया था।
आज पौष मास की पुत्रदा एकादशी का दिन है। इस दिन लोग भगवान विष्णु के निमित व्रत रखते हैं। यह एकादशी संतान का सुख प्रदान करने वाली है। अगर आप इस एकादशी का व्रत रखते हैं और अपनी मनोकामना को पूर्ण करना चाहते हैं तो इसकी व्रत कथा को अवश्य पढ़ें। बिना व्रत कथा पढ़ें इसका फल अधूरा माना जाता है।
इस बार पुत्रदा एकादशी 21 जनवरी 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी। इस दिन कुछ नियमों का पालन करने के साथ ही साथ जान लीजिए इसका व्रत किस दिन खोला जाएगा और क्या रहेगा पारण का समय।
Mahashivratri 2024 Date: महाशिवरात्रि का व्रत रखने से भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। इस साल महाशिवरात्रि पर कई योग बन रहे हैं। ऐसे में शिवरात्रि का व्रत रखने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होगी।
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाने को लेकर लालू यादव के बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि उनकी जगह राम मंदिर में नहीं, बल्कि जेल में है। अब इस पर लालू के 'हनुमान' भोला यादव ने पलटवार किया है।
Putrada Ekadashi 2024 Date: पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से आपकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि पुत्रदा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण काफी जोरों-शोरों से चल रहा है। 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। इसी बीच उस गर्भ गृह का वीडियो सामने आ गया है जहां रामलला की मूर्ति स्थापित होगी।
अयोध्या राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की नई प्रतिमा स्थापित की जाएगी, लेकिन बड़ा सवाल है कि फिर पुरानी प्रतिमा का क्या होगा। चंपत राय ने इस बारे में जानकारी दी है। जानिए क्या कहा है-
सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जो सभी राम भक्तों को दिल जीत लेगा। दरअसल अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के निवासियों ने Tesla कार की लाइट से राम नाम को हाइलाइट किया। इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
भगवान राम ने पूरे 14 वर्षों का वनवास बिताया था। इस दौरान उन्होंने कई जगह समय बिताया लेकिन दक्षिण भारत का रामेश्वरम आखिर क्यों उनके नाम से प्रसिद्ध हुआ। आइए जानते हैं इसके बारे में तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में क्या कुछ बताया है।
अयोध्या धाम आना प्रत्येक राम भक्त का सपना है। बड़े भाग्य से इस भूमि के दर्शन होते हैं। भगवान राम से पहले यहां श्री विष्णु सतयुग में जगत कल्याण के उद्देश से तपस्या करने आए थे। अयोध्या की इस जगह को भगवान नारायण का निवास स्थान बैकुंठ भी कह जाता है। यहां दर्शन मात्र से मिल जाता है पुण्य।
Vinayak Chaturthi 2024: श्री गणेश को चतुर्थी तिथि का अधिष्ठाता माना गया है। साथ ही इन्हें बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। ऐसे में विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से मनचाही इच्छा की पूर्ति होती है।
मकर संक्रांति का पर्व अपने आप में बहुत विशेष महत्व रखता है। इस पर्व को कई अनेक नामों से भी जाना जाता है। लेकिन मुख्य तौर पर इसका एक लोकप्रिय नाम उत्तरायण भी है। आइए जानते हैं इसके बारे में श्री कृष्ण ने अर्जुन से क्या कहा था।
IND vs SA: भारत के साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान भगवान राम का एक संगीत इतना ज्यादा वायरल हो गया कि अभी भी उसकी चर्चे सोशल मीडिया पर की जा रही है।
Masik Shivratri Vrat: साल 2024 की पहली मासिक शिवरात्रि अत्यंत खास है। इस दिन बेहद ही शुभ संयोग बन रहा है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और पूजा करने से कई गुना अधिक शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
Bhaum Pradosh Vrat 2024: आज साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। यह व्रत मंगलवार को पड़ रहा है, इसलिए इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। तो आइए जानते हैं कि भौम प्रदोष व्रत की पूजा विधि, मुहूर्त और महत्व के बारे में।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक शख्स ने पूराने टीवी के पुर्जों का इस्तेमाल करते हुए भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ राम मंदिर की छवि बनाई। लोग खूब तारीफ कर रहे हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाने का विधान है। यह दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस बार पौष माह और साल की पहली मासिक शिवरात्रि कब है और क्या है इसकी पूजा का शुभ मुहूर्त आइए जानते हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़