प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा, " महाशिवरात्रि के पावन-पुनीत अवसर पर आप सभी को मंगलकामनाएं। देवों के देव महादेव सबका कल्याण करें। ओम नम: शिवाय।"
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव की आराधना, तपस्या और श्रद्धा से महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
उज्जैन में भगवान शिव भूतभावन महाकाल रूप में विराजित हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केवल यही ज्योतिर्लिंग है, जिसकी मुद्रा दक्षिणमुखी है।
महाशिवरात्रि व्रत फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। इस व्रत को अर्धरात्रिव्यापिनी चतुर्दशी तिथि में करना चाहिए।
हिंदू धर्म के शास्त्रों में माना जाता है कि भगवान शिव की पूजा करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है। इनकी उपासना सच्चे मन से करने से सभी कष्ट, संकट और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
रुद्राक्ष दो शब्दों से मिल कर बना है, जिसमें पहला शब्द रुद्र और दूसरा अक्ष। रुद्र का अर्थ होता है शिव और अक्ष का अर्थ होता है आंसू।
भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाना काफी शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार अगर शिवलिंग में विधिवत तरीके से बेलपत्र अर्पित की जाए तो आपकी इच्छा जरूर पूर्ण होती है।
शिवालयों और शिवभक्त कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है।
वर्ष भर में की जाने वाली सभी शिवरात्रियों में से फाल्गुन कृष्ण पक्ष की शिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व है। जानिए महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि।
महाशिवरात्रि के दिन इस खास उपायों को करने के साथ इन शिवमंत्रों का जाप करने से आपकी हर इच्छा पूरी होगी। इसके साथ ही बिजनेस, नौकरी में सफलता मिलने के साथ धन लाभ होगा।
इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च, मंगलवार को पड़ रही है। इसके साथ ही इस दिन से पंचक भी शुरू हो रहे हैं।
मान्यता है कि इस दिन रुद्राभिषेक करने से भक्त की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, जिसे श्रद्धालु बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं।
इस दिन भगवान शिव की पूजा से व्यक्ति को विशेष फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि की पूजा करने से घर के वास्तु दोषों को भी दूर किया जा सकता है।
अगर आप भी इस महाशिवरात्रि व्रत रखने जा रहे हैं तो आज हम आपको पोषण से भरपूर 'सेब की खीर' की रेसिपी बताने जा रहे हैं।
आइए जानते हैं घर पर ही बड़ी आसानी से आप लौकी का हलवा कैसे बना सकते हैं। जानिए आसान रेसिपी
Maha Shivrtari 2022: फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। जानिए इस दिन शिवलिंग में कौन-कौन सी चीजें अर्पित नहीं करनी चाहिए।
हिंदू धर्म में इस महाशिवरात्रि का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव की पूजा से व्यक्ति को विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
महाशिवरात्रि के खास मौके पर टीवी के कलाकारों ने भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था का प्रदर्शन किया है। इस मौके पर चंद कालाकारों ने शिव लिंग के साथ अपनी तस्वीरों को शेयर किया है।
हरिद्वार में आज 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा। इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी। हालांकि इस दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार 11 मार्च 2021 को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस महाशिवरात्रि पर 101 साल बाद दुर्लभ योग बन रहा है। जानें ज्योतिषाचार्य अनिल कुमार ठक्कर से महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त, व्रत पूजा विधि और शिवरात्रि व्रत की कथा।
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