राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह बारिश हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया........
दिल्ली में काफी दिनों के इंतेजार के बाद शुक्रवार सुबह मौसम ने अपनी करवट बदली और गरज के साथ कई इलाकों में बारिश हुई.......
ऐसे में हमारे दिमाग में एक ही सवाल आता है कि आखिर अब क्या पहनें। इसलिए हम आपके लिए कुछ ऐसी फैशनेबल स्लीपर्स, जूसे लेकर आएं है। जो कि आपके लुक को पूरा करने के साथ-साथ आपकी स्टाइल को कम नहीं होने देगा।
हम आपको कुछ ऐसे एप्स के बारें में बता रहे है। जिसके द्वारा ट्रेन, फ्लाइट के साथ ही बस की बुकिंग भी की जा सकती है और आपको डिस्काउंट के अच्छे ऑफर्स भी मिल सकते हैं। बस में अपनी पसंद की सीट चुनने का ऑप्शन भी होता है। कहीं घूमने जा रहे हैं तो यह एप्स आपके काम आ सकते हैं। साथ ही जानें आप कैसे बस की टिकट बुक कर सकते है।
Latest Monsoon Fashion 2018: एक फैशनीस्ता यह बात अच्छी तरह से जानती है कि इस मौसम में क्या आउटफिट्स पहनने चाहिए और क्या नहीं। हम आपके लिए लेकर आएं है कुछ कूल फैशन हैक्स। जो कि इस बारिश मौसम में सबसे बेस्ट है। जिसमें आप कंफर्ट के साथ स्टाइलिश लगेगी।
बारिश के मौसम हो और पकौड़े न हो। तो फिर बारिश का मजा लेना अधूरा सा लगता है। प्याज, मिर्च, पनीर, ब्रेड,पालक न जाने कितने तरह के पकौड़े बनाएं जाते है। लेकिन अगर आपको नॉनवेज पकौड़े खाने का मन हो रहा है तो आर चिकन पकौड़ों का मजा ले सकते है। जानिए चिकन पकौड़े बनाने की विधि के बारें में।
अगर आप बारिश का पूरा मजा लेना चाहते है तो गोवा की इन इन जगहों में जरुर जाए। जो काफी फेमस भी है। गोवा अपने समुद्र तटों, वॉटर स्पोटर्स एडवेंचर, चर्च और नाइट लाइफ के लिए जाना जाता है। और वहां पर ऐसी कई सुंदर और आकर्षक जगह हैं जो आपका मन मोह लेगी। जाइए इन जगहों में भी।
उत्तराखंड के चमोली में देर रात उस वक्त हडकंप मच गया जब अचानक बादल फटा और फिर पहाड़ से आए सैलाब में घर मकान दुकान और गाड़ियां सब बह गए। गनीमत रही की इसमें कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन बादल फटने के बाद आए तूफान में 7 पुल भी बह गए जिसकी वजह से चमोली के कई गांवों तक पहुंचने के रास्ते बंद हो गए हैं।
आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसी रेसिपी। जिसे खाकर आप हर चीज भूल जाएंगे। जी हां हम बताने जा रहे है भूट्टे का हलवा। जानिए इसको बनाने की विधि के बारें में।
बारिश की वजह से मुंबई की हालत ये है कि बड़ोदरा एक्सप्रेस के यात्रियों को रेस्क्यू करके निकाला गया, वेस्टर्न रेलवे ने 10-13 जुलाई तक 11 एक्सप्रेस ट्रेन रद्द करने का फैसला किया है और एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का रुट बदल दिया गया। सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक नाव चलाई जा रही है।
एक ओर जहां सड़कों पर पानी भरा होने से यातायात बाधित है, वहीं रेलवे स्काइवॉक्स पर भी जलभराव होने के कारण दफ्तर-कॉलेज जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
मानसून की पिछले एक महीने से जारी सक्रियता के दौरान राज्यों में बारिश का स्तर असमान रहा है......
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के दो राज्यों यानि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अगले 5 दिनों के लिए भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया है। इनके अलावा उत्तर, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई राज्य ऐसे हैं जिनके लिए नारंगी चेतावनी भी जारी की गई है। चेतावनी 9 जुलाई से लेकर 13 जुलाई तक जारी हुई है।
जापान में जबरदस्त बारिश के चलते आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 100 हो गई......
भारतीय शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों की पहली तिमाही के नतीजों और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से मिलने वाले संकेतों से तय होगी। इसके अलावा, मानसून की प्रगति, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्
केंद्र सरकार ने इस साल किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य तो बढ़ा दिया है लेकिन मौसम की बेरुखी की वजह से कहीं किसान इसका लाभ उठाने से वंचित न रह जाएं। देशभर में अबतक औसत के मुकाबले कम बरसात दर्ज की गई है जिस वजह से खरीफ बुआई बुरी तरह प्रभावित हुई है, ऐसे में खरीफ उत्पादन प्रभावित होगा और किसानों को बढ़े हुए समर्थन मूल्य का ज्यादा लाभ नहीं मिल सकेगा
पाकिस्तान के पंजाब और पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में मूसलाधार बारिश से हुई तबाही में 14 लोगों की मौत हो गई......
पिथौरागढ़ में तबाही का आलम ये है कि उत्तराखंड सरकार में वित्त मंत्री और पिथौरागढ़ से विधायक प्रकाश पंत ने प्रभावित इलाक़ों का हवाई सर्वे किया लेकिन चिंता की बात ये कि ऐसे मंज़र लोगों के दिलों में और दहशत पैदा कर रहे हैं। लगातार बारिश के चलते उत्तराखंड में हालात भयानक हो चुके हैं।
बिहार के चंपारण में भारी बारिश के बाद आए फ्लैश फ्लड ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। बाढ़ के पानी ने नदी के किनारों को तोड़ डाला। नदी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों का आपस में संपर्क तक टूट गया है।
मानसून तय समय से 17 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है। मानसून पश्चिमी राजस्थान में स्थित देश की आखिरी सीमा चौकी श्रीगंगानगर में भी पहुंच गया है। श्रीगंगानगर में मानसून सामान्यत: 15 जुलाई को पहुंचना था।
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