फ्रांस की तरफ से बयान आने के बाद भी राहुल गांधी ने अपने बयान पर कायम रहने की बात कही है। राहुल गांधी ने कहा कि फ्रांस खंडन करे तो करे, मैं अपने बयान पर कायम हूं।
फ्रांस की सरकार ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए अपने बयान में कहा, ‘हमने गौर किया कि राहुल गांधी ने आज भारतीय संसद में एक बयान दिया है।'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अपने भाषण के बाद राहुल गांधी आंख मारते नजर आए थे।
यह संभवत : पहला मौका है जब किसी विपक्षी नेता ने सदन में प्रधानमंत्री को गले लगाया हो , वह भी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान।
गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा में एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान एक हास्यात्मक तरीके से कहा कि तो समझो गई भैंस पानी में।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 145 अंक सुधरकर 36,496.37 अंक पर पहुंच गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,000 अंक के स्तर को पार कर गया।
25 जनवरी 2008 को फ्रांस के साथ सीक्रेसी अग्रीमेंट कांग्रेस की ही सरकार ने किया था, हम तो इसे आगे बढ़ा रहे हैं। इस अग्रीमेंट में राफेल डील भी शामिल है।
राहुल गांधी आज संसद में एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भाषण देने के बाद पीएम मोदी से गले जाकर मिले और उसके 2 मिनट बाद ही आंख मारते हुए देखे गए.....
गल्ला ने कहा कि यह आंध्र प्रदेश के लोगों का मोदी सरकार के खिलाफ धर्म युद्ध है और हम उन्हें श्राप देते हैं कि यदि हमारे साथ धोखा हुआ तो भारतीय जनता पार्टी खत्म हो जाएगी।
शुक्रवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक नए ही अंदाज में नजर आए।
पिछले चार वर्षों में विपक्ष की ओर से नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार के खिलाफ पेश किये गये पहले अविश्वास प्रस्ताव पर आज लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई। चर्चा की शुरूआत तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जयदेव गल्ला ने की।
Lok Sabha LIVE Debate on No-confidence Motion: पीएम ने कहा, “हमारे संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है। मुझे यकीन है कि मेरे साथी सांसद सहयोगी इस अवसर पर रहेंगे और बगैर किसी बाधा के सार्थक और विस्तार से बहस करेंगे।"
AIADMK और BJD शुक्रवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान वोटिंग से दूर रह सकती हैं। यदि ऐसा होता है तो सीटों की संख्या 545 से घटकर 488 पर आ जाएगी क्योंकि इन दोनों के कुल मिलाकर 57 लोकसभा सांसद हैं।
संसद में आज तक कुल 26 अविश्वास प्रस्ताव पेश हुए हैं। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कुल 15 बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा, जबकि लाल बहादुर शास्त्री और नरसिम्हा राव के खिलाफ तीन-तीन बार अविश्वास प्रस्ताव पेश हुए।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला मुख्य दल तेलुगु देशम पार्टी (TDP) कल लोकसभा में इस पर चर्चा की शुरुआत करेगा और अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है।
देश की संसद के इतिहास में आज बेहद अहम दिन है। आज संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। चर्चा कुल सात घंटे चलेगी इसलिए आज संसद में कोई प्रश्नकाल या लंच नहीं होगा। यानी आज संसद नॉनस्टॉप चलेगा। अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को तो कोई खतरा नहीं दिख रहा है लेकिन सवाल ये है कि इस अविश्वास प्रस्ताव में कौन किसके साथ खड़ा रहेगा।
गुलाम नबी आजाद के साथ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने चर्चा की। इसमें सहमति बनी कि जब अविश्वास प्रस्ताव पर अन्य पार्टियां टीडीपी का समर्थन कर रही हैं तो उसे भी बदले में उनके द्वारा उल्लेखित मुद्दों को सदन में उठाना चाहिए।
इसमें कोई शक नहीं है कि अविश्वास प्रस्ताव फेल हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से विपक्ष की एकता का टेस्ट जरूर होगा।
आपको बताते हैं कि राहुल गांधी के 15 मिनट वाले चैलेंज की शुरूआत कहां से हुई थी। राहुल ने कहा था कि सरकार उन्हें संसद में बोलने का मौका नहीं दे रही है जिसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राहुल बिना कागज के 15 मिनट बोलकर दिखाएं। ये बात पीएम मोदी ने कर्नाटक के चामराजनगर क्षेत्र में की गई रैली में बोली थी।
माना जा रहा है कि कांग्रेस-टीडीपी समेत 5 पार्टियों के इस अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार बड़ी ही आसानी से विश्वास पा लेगी। कम से कम पार्टियों के संख्या बल देखकर तो यही नजर आता है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़