पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत के अमेरिका राष्ट्रपति जो बायडेन को ट्वीट पर टैग करते हुए जब इंडिया टीवी ने राकेश टिकैत से सवाल पूछा कि देश के आंतरिक मामलों का हल क्या वे अमेरिका से करवाएं तो राकेश टिकैत गोलमोल जबाव देने लगे और बहुराष्ट्रीय कंपनियों की बात करने लगे।
देश के कई हिस्सों में किसानों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' का असर का असर दिखाई दे रहा है। देश के कई हिस्सों में किसानों ने यातायात को अवरुद्ध करने के लिए सड़कों पर कब्जा कर लिया है, वहीं कुछ प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर भी कब्जा जमाए बैठे हुए हैं।
भारत बंद की वजह से कई लोग जाम में अटके और समय पर दफ्तर नहीं पहुंच पाए इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि जब लॉकडाउन होता है तो लोग तंग तो होते ही हैं। पहले जब लॉकडाउन हुआ तो 1000 किलोमीटर तक लोग पैदल गए।
लोगों को हो रही परेशानी पर राकेश टिकैत ने कहा कि बंद या लॉकडाउन होता है तो लोग परेशान तो होते ही हैं, पहले जब लॉकडाउन हुआ तो लोग हजारों किलोमीटर पैदल गए। सबको पता था आज भारत बंद है, सबको लंच के बाद घर से निकलने को कहा था।
राकेश टिकैत ने पानीपत में ‘‘किसान महापंचायत’’ में कहा, ‘‘आंदोलन को दस महीने हो गए। सरकार को कान खोलकर सुनना चाहिए कि अगर हमें दस वर्षों तक आंदोलन करना पड़े तो हम तैयार हैं।’’
राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में कहा, "प्रिय अमेरिकी राष्ट्रपति, हम भारतीय किसान पीएम मोदी की सरकार द्वारा लाए 3 किसान कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
टिकैत ने यहां किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलनों में धर्म स्थानों का विशेष योगदान है और गुरु गोविंद सिंह ने भ्रमण के दौरान खाप पंचायतों से संपर्क किया था तथा इसके बाद पीड़ित लोगों से धैर्य रखने को कहा था।
न्यूज एजेंसी ANI के ट्वीट के अनुसार, भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि राकेश टिकैत बिना ठगे कोई काम नहीं करते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान आंदोलन कांग्रेस की फंडिंग से चल रहा है और वहां पर काजू, बादाम, पिस्ता, किशमिश और शराब की बोतल मिल रही है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा किअगर ओवैसी भारतीय जनता पार्टी को गाली भी दे तो भी भाजपा उनके खिलाफ शिकायत नहीं करेगी।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि ये कृषि सुधार कानून 30 साल की साधना एवं विमर्श के बाद लाए गए हैं।
वहीं करनाल में जिला सचिवालय का घेराव करते हुए किसानों ने पक्का मोर्चा जमा लिया है। वहीं खाना, पानी और कपड़े मंगवाए हैं। लंबे संघर्ष की तैयारी है। राकेश टिकैत का कहना है कि न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।
इस बीच पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की राज्य सरकार के साथ बातचीत फिर विफल हो गई है। इन किसानों का कहना है कि राज्य सरकार के साथ उनकी बातचीत लगातार दूसरे दिन बेनतीजा रही है और वे करनाल में लंबा प्रदर्शन कर सकते हैं।
मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के शासन में मुजफ्फरनगर दंगों की याद दिलाई। उन्होंने किसान पंचायत में दिखाई दिए हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द की सराहना की।
राकेश टिकैत ने कहा कि हम यूपी की जनता से अपनी बात कहेंगे। हम जनता को अपनी मुद्दे बताएंगे। हम ये बताएंगे कि देश बिक रहा है। हम जनता के बीच में जाएंगे, इस तरह की मीटिंग्स करेंगे।
किसान महापंचायत का एजेंडा पूरी तरह से साफ हो गया है। इस महापंचायत में शामिल लेफ्ट नेता हन्नान मुल्ला ने कहा है कि उनका मकसद मोदी और योगी सरकार को हराना है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है। वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि मुजफ्फरनगर में आज लाखों की संख्या में किसान जुटे हैं। वो हमारे भाई हैं। हमें उनसे दोबारा से सम्मानजनक तरीके से जुड़ना शुरू करने की जरूरत है।
किसान महापंचायत से पहले बीकेयू के नेता राकेश टिकैत का बयान आया है। उन्होंने कहा कि देश बिक रहा है, ऐसे में उसे बचाने की रणनीति पर आज चर्चा होगी।
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली का गला दबाना होगा और दिल्ली को चारों ओर से घेरना होगा। किसान आंदोलन के नाम पर पिछले करीब 9 महीने से दिल्ली के सभी बॉर्डर जाम हैं, लेकिन किसान नेता इतने भर से मानने वाले नहीं हैं।
राकेश टिकैत ने किसानों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज को लेकर कहा कि जिसने सिर फोड़ने का आदेश दिया वो तालिबान कमांडर है और पुलिस की ताकत से सरकार इस देश पर कब्जा करना चाहती है।
आढ़ती (कमीशन एजेंट) ने बाद में मीडिया को बताया कि किसानों द्वारा सड़क जाम करने से उनका काम प्रभावित हुआ है। उसने कहा, ''अगर वे आंदोलन करना चाहते हैं, तो किसी दूसरी जगह पर ऐसा कर सकते हैं।'' बाद में शिमला में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए टिकैत ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति नशे में था और उसके हाथों में पत्थर थे। उसने उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
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