धोनी की अगुवाई में भारत ने 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप का खिताब जीता था। वह भारत के सबसे सफल कप्तान और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक माने जाते है।
बंगाल कोच अरुण लाल का मानना है कि अगर ट्रेनर संजीब दास नहीं होते तो वह आधा काम भी नहीं कर पाते।
भावनगर के इस बल्लेबाज ने कहा कि पिछले 12 महीनों में उन्होंने अपनी फिटनेस में सुधार पर ध्यान दिया जिसका उन्हें फायदा मिला।
चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि स्ट्राइक रेट को लेकर उनकी आलोचना अनुचित है और उन्होंने स्पष्ट किया कि टीम प्रबंधन का उन्हें पूरा समर्थन हासिल है जो उनकी बल्लेबाजी शैली के महत्व को समझता है।
उनादकट के बाद दूसरे नंबर पर मेघालय के लेफ्ट आर्म स्पिनर संजय यादव रहे। हरियाणा की ओर से खेलने वाले तेज गेंदबाज हार्विक पटेल तीसरे नंबर पर रहे।
दिग्गज सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर मानते हैं कि आधुनिक समय में क्रिकेटरों को क्रिकेट जगत का सम्मान हासिल करने के लिए सभी फॉरमेंट्स में समान रूप से अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
सौराष्ट्र को रणजी चैंपियन बनाने वाले तेज गेंदबाज और कप्तान जयदेव उनादकट ने रविवार को सगाई कर ली।
रणजी ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में बंगाल की ओर से सौराष्ट्र के खिलाफ मैदान में उतरते हुए 35 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज साहा ने 64 रन बनाए थे।
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने टीम को रणजी ट्राफी दिलाने के बाद कहा कि इस शानदार घरेलू सत्र के बाद भारतीय टीम में वापसी की उनकी बेताबी काफी बढ़ गयी है।
सौराष्ट्र और बंगाल के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाहले में मेजबान सौराष्ट्र ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर खिताब जीता।
उनादकट ने अपनी लाजवाब गेंदबाजी के साथ एक रन आउट कर इन 4 में से तीन विकेट झटके और महज आज 27 रन के अंदर बंगाल को 381 रन पर ढेर कर दिया।
बंगाल और सौराष्ट्र के बीच यहां सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में जारी रणजी ट्रॉफी फाइनल में पांचवें और अंतिम दिन शुक्रवार को खेल दर्शकों के बिना ही खाली स्टेडियम में खेला जाएगा।
बंगाल ने अपने कल के स्कोर तीन विकेट पर 134 रन से आगे खेलना शुरू किया। सुदीप चटर्जी ने 47 और रिद्धिमान साहा ने अपनी पारी को चार रन से आगे बढ़ाया।
इस पिच पर पहले दिन से गेंद काफी नीचे रह रही है और ऐसे में बंगाल के सामने सौराष्ट्र के पहली पारी के 425 रन के स्कोर को पार करना बड़ी चुनौती है।
‘बॉल ट्रेकिंग’ तकनीक डीआरएस का अहम हिस्सा है लेकिन रणजी फाइनल में बीसीसीआई इसका इस्तेमाल नहीं कर रहा। जिसके चलते अभिमन्यु ईश्वरन का आउट होना विवाद बन गया।
अरूण लाल ने पिच को लेकर दूसरे दिन भी अपना रवैया बरकरार रखते हुए कहा था कि यह निर्जीव पिच है जो क्रिकेट के लिए अच्छी नहीं हो सकती।
दोनों बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए छठे विकेट के लिए 142 रनों की साझेदारी करके सौराष्ट्र को मजबूती दी। इस दौरान अर्पित ने अपना शतक जबकि पूजारा ने अपना अर्धशतक पूरा किया।
भारत के लिये 16 टेस्ट और 13 वनडे खेलने वाले लाल ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘बहुत खराब विकेट। बोर्ड को इन चीजों को देखना चाहिए।"
सौराष्ट्र ने इसके बाद 163 के स्कोर पर विश्वराज को, 182 के स्कोर पर शेल्डन जैक्सन (14) और 206 के स्कोर पर चेतन सकारिया (4) का विकेट खोया।
तबियत खराब होने की वजह से पुजारा मैच के पहले दिन अपने स्थायी नंबर तीन पर भी खेलने नहीं उतरे थे। ऐसे में दिन के अंत तक वो छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। जिसके चलते सभी को आश्चर्य भी हुआ।
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