गहलोत की बयानबाजी से कांग्रेस की भारी फजीहत के बीच जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, कांग्रेस के नेता बिना किसी डर के अपने मन की बात कहते हैं क्योंकि पार्टी आलाकमान तानाशाही के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेता। कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहे जाने को ‘अप्रत्याशित’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को दोनों नेताओं की जरूरत है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले हफ्ते राजस्थान में पहुंचने वाली है, उससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है।
राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक चल कर भारत जोड़ो का मंत्र दे रहे हैं लेकिन राजस्थान कांग्रेस में बढ़ती खाई को पाट नहीं पा रहे हैं। 6 दिसंबर को राहुल की यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है...लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गजों की आपसी लड़ाई थमती नहीं दिख रही।
सचिन पायलट से नोंक-झोंक के बीच अशोक गहलोत ने एक बार फिर से उन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है- राज्य में सरकार गिराने के लिए भाजपा ने पायलट खेमे के प्रत्येक विधायक को 10 करोड़ रुपये भेजे थे। उनके इस आरोप को भाजपा ने सरासर गलत बताया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से एक बार फिर राजस्थान की सियासत में भूचाल आ सकता है। गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को गद्दार कहा। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बना सकते क्योंकि उन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी की है।
गहलोत गुट के विधायकों द्वारा 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के कारण हुए राजनीतिक हंगामे के बाद गहलोत और पायलट पहली बार एक साथ दिखे। घटना के करीब दो महीने बाद दोनों एक ही जगह पर थे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम चल रहा था, लेकिन विधायकों के इस प्रकरण के बाद उनके नाम पर मुहर नहीं लग पाई और उनकी जगह मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। जिसके बाद से यह कहा जा रहा है कि वे अब राजस्थान के प्रकरण पर एक्शन ले सकते हैं।
Abki Baar Kiski Sarkaar: इंडिया टीवी के मंच पर आए सचिन पायलट ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब दिए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस बहुमत के साथ चुनाव जीतेगी। कांग्रेस ने पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की बात की है।
Abki Baar Kiski Sarkaar: इंडिया टीवी के मंच पर आए सचिन पायलट ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब दिए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस बहुमत के साथ चुनाव जीतेगी। 12 नवंबर जैसे-जैसे पास आएगा, ये और सामने आएगा कि लोग सरकार के कार्यकाल से खुश नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते दिन राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तारीफ की थी। इसे लेकर राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर तंज कसा। पायलट ने कहा कि मोदी ने गुलाम नबी आजाद की भी इसी तरह तारीफ की थी। पायलट के इस बयान पर अब पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा है कि नेता बयानबाजी ना करें।
कांग्रेस के नया अध्यक्ष जो भी बने, उसके सामने सबसे पहले राजस्थान में नेतृत्व की समस्या मुंह बाए खड़ी है। जहां एक ओर अशोगक गहलोत कांग्रेस आलाकमान की नजरों पर चढ़ चुकें हैं तो वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट सब चुपचाप देख रहे हैं।
Rajasthan Politics: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए वोट देने पहुंचे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं को धैर्य रखने की सलाह दी। इसके बाद सचिन पायलट का बयान आया, जिसे गहलोत के मैसेज का जवाब माना जा रहा है।
Rajasthan Politics: राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, महाभारत में बड़े आकाओं की साजिश के तहत अभिमन्यु की हत्या की गई थी। पायलट के खिलाफ भी इसी तरह की साजिश रची गई है।
Breaking News in Hindi Live : देश और दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए आप बने रहिए इंडिया टीवी के LIVE ब्लॉग के साथ..
Sachin Pilot: राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने अपनी भावनाओं एवं फीडबैक से उन्हें अवगत कराया है।
सचिन पायलट से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आज दिन में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।
Rajasthan Political Crisis: सोनिया गांधी के आवास ‘10 जनपथ’ पर उनसे मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने कहा था कि उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बारे में फैसला सोनिया गांधी करेंगी।
Rajasthan Political Crisis: गहलोत खेमा पूरी तरह से सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने पर अड़ा हुआ है, तो वहीं सचिन पायलट के अगले कदम पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस में जो हो रहा है, वह गुपचुप तरीके से नहीं बल्कि खुलेआम हो रहा है।
संपादक की पसंद