राजस्थान की बाड़ी विधानसभा से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों से मारपीट करने और SC-ST एक्ट में मंगलवार को मामला दर्ज किया गया है। दोनों अधिकारियों अस्पताल में भर्ती है, फिलहाल उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
"उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मैं नहीं चाहता था कि अशोक जी नए मुख्यमंत्री होने के नाते आहत हों, उनका मनोबल न टूटे, इसलिए मैंने सीईसी (केंद्रीय चुनाव समिति) की पैरवी की। मैंने सीईसी से भी कहा। वैभव को टिकट मिला, लेकिन हम चुनाव नहीं जीत सके।'
उन्होंने कहा कि हम सबको साथ लेकर चलेंगे और आने वाले समय में दो ढाई साल बाद जब चुनाव होगा तो 2024 में भाजपा राजग के शासन का समापन होगा।
पायलट ने कहा कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने सबसे बात की, विधायकों से लेकर कार्यकर्ताओं तक सबकी राय जानी उसके बाद ही फैसला लिया गया है। पायलट ने कहा कि गुटबाजी की बात सही नहीं है, पार्टी में कोई मनमुटाव नहीं है। आलाकमान के फैसले का स्वागत है।
सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट के तरफ से शीर्ष नेतृत्व को कैबिनेट में बैलेंस रखने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में एससी और एसटी का प्रतिनिधित्व अभी से बढ़ाया जाना चाहिए। सभी वर्गो को सामान प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अब वक्त नहीं बचा है, रस्सी का आखिरी छोर बचा हुआ है, इतनी देरी हुई है लेकिन 2023 में अब राजस्थान में सचिन पायलट की अगुआई में ही आगे आना चाहिए ये जनता की डिमांड है।
सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर जल्द ही अंतिम निर्णय होने की संभावना है।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को भाजपा को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जब किसान आंदोलन को दबाने में सफल नहीं हो सकी तो अब भाजपा किसानों को कुचल रही है।
सचिन पायलट ने ट्वीट किया था, लखीमपुर खीरी जाते समय मुझे व आचार्य प्रमोद जी को उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा मुरादाबाद में रोक दिया गया है।
बता दें कि बीते 7 सितंबर को सचिन पायलट के जन्मदिन के मौके पर भारी संख्या में भीड़ उमड़ी थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के पंजाब के सीएम पद से हटने के बाद बड़े बदलाव देखने की बारी राजस्थान की होगी। इस बार आलाकमान पंजाब की एड़ी पर सख्त कार्रवाई करना चाहता है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा के इस्तीफे पर चौधरी ने कहा कि यह सब सीएम की तरफ से प्रायोजित था।
इस बीच 7 सितंबर को पायलट के जन्मदिन पर समर्थक शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गए हैं। पायलट के जन्मदिन से एक दिन पहले 6 सितंबर को समर्थक प्रदेश में पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में हैं।
राजस्थान में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार से पहले अशोक गहलोत मंत्रालय के कुछ सदस्यों को हटाया जा सकता है।
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच टकराव गहराता जा रहा है। दिल्ली से जयपुर गए सोनिया गांधी के दूत विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन राजस्थान के दोनों नेताओं के बीच विवाद घटने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है।
राजस्थान में सियासी भूचाल चरम पर है। गहलोत पायलट विवाद मे पलड़ा किसका भारी होने वाला है ये सिर्फ वक्त आने पर पता चलेगा लेकिन ऐसे वक्त में एंट्री हुई है भरतपुर राजघराने के वारिस और गहलोत सरकार में मंत्री रहे विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्द सिंह की।
कांग्रेस की पंजाब इकाई का विवाद सुलझने के बाद अब राजस्थान कांग्रेस में हलचल तेज हो रही है और पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शुक्रवार को जयपुर पहुंच रहे हैं।
पंजाब कांग्रेस का मसला सुलझने के बाद राजस्थान कांग्रेस की कलह के सुलझने के आसार भी दिखने लगे हैं। पंजाब में आलाकमान के सख्त फैसले के बाद राजस्थान में अब सियासी हलचल तेज हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुट के विधायकों का उत्साह चरम पर है।
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने यकहा कि सचिन पायलट जितने दिन राजस्थान में रहेंगे, उतना ही कांग्रेस पार्टी को नुकसान होगा।
कांग्रेस ने सचिन पायलट को पार्टी के लिए मूल्यवान करार दिया है, लेकिन पायलट द्वारा अपने विधायकों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह करने और प्रियंका गांधी वाड्रा के हस्तक्षेप के बाद लौटने के लगभग एक साल बाद, अभी तक कोई मुद्दा हल नहीं हुआ है।
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