विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने आप को ही ललकारा है। कांग्रेस एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं और कंधा हमारा इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता, डॉ सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, कुंजी लाल मीणा, आलोक गुप्ता, दिनेश कुमार समेत कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
सचिन पायलट ने अब अशोक गहलोत के खिलाफ सीधा रण छेड़ दिया है। आज जन संघर्ष यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने 15 दिनों में हमारी मांग नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पदयात्रा निकाल रहे हैं। इस दौरान सोमवार को कांग्रेस नेता ने गहलोत सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि राज्य सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
सचिन पायलट अपने हजारों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ 15 मई तक पदयात्रा पर हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पायलट की तारीफ करते हुए सीएम गहलोत पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे और युवाओं की समस्याएं हमें प्रभावित करते हैं।
कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
सचिन पायलट ने कहा कि हम जनता के बीच में जाकर उनका समर्थन ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि राजस्थान में एक नया आगाज हो और जो भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को खा रहा है उससे छुटकारा मिले।
कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने अशोक गहलतो पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग।
गहलोत-पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है। यहां कुर्सी लूटने व कुर्सी बचाने का खेल चल रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में सरकार बचाने के पीछे बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का हाथ है। गहलोत के इस बयान को लेकर सचिन पायलट आज आग बबूला दिखे।
अशोक गहलोत के दावे से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मच गया है। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने के ‘षडयंत्र’ का समर्थन नहीं किया।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह बडे़ नेताओं का शगूफा है आपस में कि किस तरह से पायलट को दरकिनार किया जाये।
सचिन पायलट पिछले सप्ताह जयपुर में धरने पर बैठे थे। वह वसुंधरा राजे सरकार के दौरान भ्रष्टाचार में कथित रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे ‘पार्टी विरोधी गतिविधि’ करार दिया।
अशोक गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप पर हमला बोलते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि अगर आपको कैंप लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाओ। इससे महंगाई अपने आप ही कम हो जाएगी।
सचिन पायलट शाम को करीब 5 बजे परिजनों से मुलाकात करने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल सहित अन्य नेता मौजूद रहे। वहीं पायलट ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि हम लोग आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी विधायकों के साथ वन-टू-वन संवाद कर रहे हैं ताकि चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी पकड़ को मजबूत कर सके। हालांकि सचिन पायलट का नहीं आना चर्चा का विषय बना हुआ है।
वैसे तो अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जंग पिछले कई वर्षों से चल रही है लेकिन 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने एक ऐसा दांव चला, जिससे कांग्रेस पार्टी और गहलोत सरकार ही मुश्किल में आ गई। इसे लेकर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया है।
डूंगरपुर में आयोजित भागवत कथा कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मंच साझा करते हुए इशारों में कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर हमला किया और कहा कि अधर्मी को कभी राजयोग नहीं मिलता।
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