मॉस्को में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षामंत्री वेई फेंगे के बीच की शुक्रवार को एक बैठक हुई। लद्दाख में चीन की हरकतों के कारण तीन महीने से जबरदस्त टेंशन है इसलिए भारत ने मास्को में राजनाथ सिंह की चीन के डिफेंस मिनिस्टर वेई फेंगे के साथ किसी तरह की मीटिंग से इंकार किया था।
अधिकारियों ने बताया कि चार सितंबर को होने वाली एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू और कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना होंगे। इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है।
शंघाई सहयोग संगठन (एससअीओ) के एक अहम सम्मेलन में भाग लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अगले सप्ताह रूस जा सकते हैं। सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य और भू-रणनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा हो सकती है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ की बैठक में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर लताड़ा। विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया कोरोना से लड़ रही है और कुछ लोग आतंकवाद जैसे घातक वायरस फैलाने में व्यस्त हैं।
एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के खतरनाक प्रसार पर गंभीर चिंता जाहिर की है। एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र के तहत समन्वित और समावेशी बहुपक्षीय कोशिशें करने की जरूरत है।
पाकिस्तान ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा और सुरक्षा विशेषज्ञों की इस्लामाबाद में दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया। इसमें भारत और अन्य सदस्य राष्ट्रों ने शिरकत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "भारत इस साल के अंत में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। एससीओ के सभी आठ सदस्यों के साथ-साथ इसके चार पर्यवेक्षकों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संवाद भागीदारों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।"
भारत इस साल के अंत में शंघाई सहयोग संगठन के प्रमुखों की परिषद की वार्षिक बैठक के लिए अन्य नेताओं के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आमंत्रित करेगा।
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘मैं 1-2 नवम्बर को शंघाई सहयोग संगठन में शासनाध्यक्षों (सीएचजी) की परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए कल उज्बेकिस्तान के ताशकंद की यात्रा पर जाऊंगा।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ताशकंद में शुक्रवार से शुरू होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शासनाध्यक्षों (सीएचजी) की परिषद की दो दिवसीय बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
आपको याद होगा कि पिछले साल पाकिस्तान के एक अफसर ने उच्चस्तरीय डेलिगेशन मीटिंग के बाद कुवैत के एक प्रतिनिधि का पर्स चुरा लिया था जिसके बाद पूरी दुनिया में पाकिस्तान की फजीहत हुई थी।
उभरते भारत की एक तस्वीर उस वक्त सामने आई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग सम्मेलन (एससीओ) में भाग लेने किर्गिस्तान गए हुए थे। वहां दुनिया की महाशक्तियां पीएम मोदी की सराहना करती दिखीं तो कुछ देशों के राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी के सम्मान में प्रोटोकॉल तोड़ते नजर आए।
पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि दुनिया की बड़ी ताकतों के सामने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी धज्जियां उड़ा देंगे। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) समिट के दौरान पीएम मोदी ने जो किया उससे इमरान खान के चेहरे पर हवाईयां उड़ गईं।
किर्गिजस्तान के बिश्केक में SCO सम्मेलन के दौरान लीडर्स लॉन्ज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का आमना-सामना हुआ और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच कुछ सेकेंड की बातचीत भी हुई।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ शुक्रवार को यहां हुई मुलाकात के दौरान पाकिस्तान और भारत के तनावपूर्ण संबंधों में सुधार के प्रति अपने समर्थन की पेशकश की।
SCO Summit भारत और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों ने शुक्रवार को आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद से मुकाबले में सहयोग बढ़ाने की अपील की।
एसीओ समिट के मंच से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया। मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिये बगैर हमला बोला और कहा कि समाज को आतंकवाद से मुक्त करना जरूरी है।
किर्गिज़स्तान में चल रहे एससीओ समिट के पहले दिन एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। आपको भी यकीन नहीं होगा कि इमरान खान ऐसी हरकत भी कर सकते हैं।
किर्गिजस्तान की राजधानी बिश्केक में SCO सम्मेलन से इतर हुई मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने काफी गर्मजोशी दिखाई।
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