दुनियाभर में कोविड-19 टीका बिना किसी परेशानी के उपलब्ध हो सके, इसके लिए वैश्विक टीका साझेदारी पहल 'कोवैक्स' ने कोविड-19 टीकों की 200 करोड़ खुराक खरीदने की व्यवस्था की है।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के कई प्रयास अब अंतिम नतीजे पर हैं। अगले कुछ सप्ताह या महीनों में हम कई टीकों के लिए तैयार हैं। इनमें से कुछ भारतीय टीके होंगे और कुछ वैश्विक।
अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने बहुप्रतिक्षित कोविड-19 के टीकों की पहली खेप मिशिगन गोदाम से रवाना कर दी है।
सरकार ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि औषधि नियामक कोविड-19 के तीन टीके पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है। उनमें से सभी को या किसी को जल्द लाइसेंस दिए जाने की संभावना है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) के अनुसार सीरम इंस्टिट्यूट डीसीजीआई के ‘एट-रिस्क मैन्युफैक्चरिंग एंड स्टॉकपाइलिंग’ लाइसेंस के तहत पहले ही इस टीके की चार करोड़ खुराक बना चुकी है।
रूस में शनिवार को शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण टीकाकरण के लिए उच्च जोखिम वाले समूहों में शामिल हजारों की संख्या में चिकित्सकों, शिक्षकों एवं अन्य लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।
करीब 80 देशों के राजदूत और उच्चायुक्त कोविड-19 टीके पर काम कर रही कंपनियों भारत बायोटेक और बीई लिमिटेड का दौरा करने के लिए नौ दिसंबर को यहां आयेंगे।
वैश्विक दवा कंपनी फाइजर ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में फाइजर या बायोएनटेक टीका उपलब्ध कराने के लिए वह भारत सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ब्रिटेन में अगले सप्ताह से पूरे देश में फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा है कि यदि खतरे वाले लोगों को टीका लगाकर कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन रोकने में सफलता मिली तो शायद देश की पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत नहीं पड़े।
मोडर्ना इंक ने सोमवार को घोषणा कर कहा कि वह कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की इजाजत के लिए अमेरिकी और यूरोपीय नियामकों से अनुमति की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ रहा है।
एमएसएमई क्षेत्र के लिए 93 योजनाएं मंजूर की गई हैं। वहीं करीब 100 योजनाएं पाइपलाइन में हैं, सरकार इन योजनाओं को भी जल्द लागू करने की तैयारी कर रही है।
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए टीका विकसित करने के कार्यों की समीक्षा के लिए तीन शहरों के दौरे के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा करेंगे और वहां विकसित किए जा रहे कोविड-19 टीके से जुड़े कार्यों की समीक्षा करेंगे।
WHO ने कोरोना वायरस मरीजों के इलाज में रेमडेसिवीर के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है। WHO ने कहा है कि वर्तमान में कोई सबूत नहीं है कि रेमडेसिवीर संक्रमित रोगियों की सेहत में कोई सुधार करता है।
कंपनी ने सोमवार को दावा है कि यह वैक्सीन दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिन तक सुरक्षित रह सकती है।
अमेरिका की मॉडर्न इंक(Moderna Inc.) ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर बहुत बड़ी खबर देते हुए बताया कि उनकी एक्सपेरिमेंटल कोरोना वायरस वैक्सीन 94.5 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है।
वैक्सीन निर्माण करनेवाली बड़ी कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) अपने रिस्की पर 4 करोड़ डोज तैयार कर चुका है।
सीतारमण ने कहा कि घरेलू रक्षा उपकरण, इंडस्ट्रियल इनसेंटिव्स और इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ग्रीन एनर्जी के लिए पूंजी और इंडस्ट्रियल खर्च के लिए 10,200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने में जुटी फाइजर ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि फेज 3 के ट्रायल में कोविद -19 वैक्सीन 90 फीसदी प्रभावी है। कंपनी ने बताया कि वैक्सीन डेटा पर शुरुआती नज़र रखने से हमें पता चलता है कि वैक्सीन COVID-19 को रोकने में 90 फीसदी प्रभावी हो सकती हैं।
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