उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक बार फिर लोगों का जीवन डर के साये में कट रहा है। गुरुवार को यहां तीन लोगों पर बाघ ने हमला किया। इस दौरान एक महिला की मौत हो गई। इस सप्ताह यह बाघ का चौथा हमला था। वहीं, दो महीने में कुल नौ हमले हो चुके हैं, जिनमें सात लोगों की मौत हो चुकी है। स्थानीय लोग बाघ पकड़ने के लिए प्रशासन से अपील कर रहे हैं। वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद है और बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं, जिला कलेक्टर लोगों को समझा रहे हैं कि, जब तक बाघ नहीं पकड़ा जाता, तब तक खेतों से दूर रहें।
एक दिन में तीन हमले
पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र के सैजना गांव में सुबह-सुबह खेत पर सब्जी तोड़ रही एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया। इसके कुछ देर बाद पास के गांव मेवातपुर में भी एक एक बाघ सड़क पर घूमता देखा गया। कुछ देर बाद न्यूरिया थाना क्षेत्र के ही मंडरिया गांव में बाघ ने खेत में घास काट रहे 17 वर्षीय नीलेश पर हमला कर दिया। इसके साथ ही गांव की एक और महिला पर हमला किया, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। एक ही इलाके में एक दिन में एक साथ तीन बाघ हमले की घटनाओं से हड़कंप मचा हुआ है। दो महीने में हुई 9 बाघ हमले की घटनाओं में सात की मौत हुई जबकि दो घायल हैं।
महिला का इलाज जारी
सैजना गांव में सुबह सुबह गांव किनारे खेत पर सब्जी तोड़ने गई 50 वर्षीय मीना देवी पर बाघ ने हमला कर दिया। महिला की चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में मौजूद लोगों ने दौड़कर महिला को बाघ के चंगुल से छुड़ाया। जिसके बाद घटना की जानकारी वन विभाग और पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची 112 पुलिस पिकेट से महिला को जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसका इलाज जारी है। साथ ही वन विभाग की टीम भी जिला अस्पताल पहुंच गई। और जानकारी जुटा रही है।
सोमवार को किसान की हुई थी मौत
न्यूरिया थाना क्षेत्र में एक ही सप्ताह में ये दूसरी बाघ हमले की घटना है। इससे पहले सोमवार को पास के ही फुलहर गांव में 40 वर्षीय दयाराम की बाघ हमले में मौत हो गई थी। 4 दिन बाद ही गुरुवार को सुबह-सुबह सैजना गांव में खेत पर सब्जी तोड़ने गई 50 वर्षीय मीना देवी पर गन्ने के खेत में घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर दिया। गनीमत रही कि महिला की चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में मौजूद लोगों ने मौके पर पहुंच कर महिला को बाघ के चंगुल से छुड़ा लिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस व वन विभाग को दी।
दो माह में सातवीं घटना
सैजना गांव में महिला पर बाघ हमले के कुछ देर बाद ही पास के गांव मेवातपुर में गांव किनारे बाघ को सड़क पर घूमता देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। मेवातपुर में भी लगभग एक महीने पहले 9 जून को खेत पर फसल देखने गए मुकेश कुमार को बाघ ने अपना शिकार बना लिया था। बाघ को देख धीरे-धीरे ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटे के गांवों में लगातार बाघों के हमले बढ़ते जा रहे हैं। छले दो महीने में यह नौवीं बाघ हमले की घटना है। जिसमें अब तक सातलोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रहे बाघ हमले से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। लोगों में आक्रोश भी है। लोगों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण लगातार ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके बाबजूद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
(पीलीभीत से कुलदीप कल्प की रिपोर्ट)