कोलकाता: देश के कई राज्यों में एसआईआर फॉर्म भरा जा रहा है। इसे लेकर पश्चिम बंगाल में घमासान मचा हुआ है। सीएम ममता बनर्जी पर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने लोगों को एसआईआर के खिलाफ भड़का दिया और खुद चोरी-चोरी एसआईआर फॉर्म भर दिया है। बीजेपी इसे लेकर लगातार ममता बनर्जी पर हमलावर रुख अख्तियार किए हुए है, वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी लगातार इसके उलट बयान दे रही हैं। ममता बनर्जी लगातार एसआईआर फॉर्म भरने से इनकार कर रही हैं। हालांकि अगर ममता बनर्जी एसआईआर फॉर्म नहीं भरती हैं तो यह उनके लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ममता ने किया इनकार
एसआईआर को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने कहा, "मैने अभी तक अपना फॉर्म नहीं भरा है। आप सोच रहे होंगे कि मैंने फॉर्म क्यों नहीं भरा? मैं 3 बार सेंट्रल मिनिस्टर रह चुकी हूं, 7 बार सांसद बनी, आपके आशीर्वाद से 3 बार से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हूं, क्या अब मुझे ये प्रमाण देना पड़ेगा कि मैं इस देश की नागरिक हूं या नहीं? मुझे प्रमाण देना पड़ेगा उस दंगेबाज के पास, जो दंगे फसाद करके जनता का खून लेता है! जो लोग खून के होली से खेलते हैं, क्या मुझे उनके पास अपने भारतीय नागरिक होने का प्रमाणपत्र देना होगा?
बीजेपी ने ममता पर साधा निशाना
दरअसल, बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने ममता बनर्जी पर एसआईआर फॉर्म को लेकर निशाना साधा है। राहुल सिन्हा ने कहा है कि ममता जी से झूठी महिला पूरे विश्व में नहीं हैं, वो जनता को भड़का रही हैं कि फॉर्म ना भरें और खुद एसआईआर फॉर्म भर दिया है। राहुल सिन्हा ने कहा कि फॉर्म भरने के बाद भी ममता कह रही हैं कि फॉर्म नहीं भरा। वो अगर SIR नहीं करती हैं तो उनका नाम कटना चाहिए और उन्हें भी डिटेंशन कैंप में भेजना चाहिए। लेकिन ऐसी नौबत नहीं आएगी क्योंकि बहुत पहले से ही चुपके से उन्होंने नाम दर्ज करा लिया है। SIR का विरोध करना ये कोई चीफ मिनिस्टर का काम है क्या?
चोरी से SIR फॉर्म भरने का आरोप
वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा, "पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर लोगों को गुमराह करने की अपनी प्रवृत्ति का परिचय दिया है। उन्होंने विधिवत अपना एसआईआर फॉर्म भरा और अंतिम दिन जमा किया, जबकि कुछ ही घंटे पहले कृष्णानगर में एक रैली से उन्होंने झूठा दावा किया था कि वे इसे जमा नहीं करेंगी। पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को गुमराह करने और महीनों तक गलत सूचना फैलाने के प्रयासों के बाद, ममता बनर्जी ने अंततः 11 दिसंबर 2025 को अपना एसआईआर जनगणना प्रपत्र जमा किया ताकि वे पश्चिम बंगाल की वैध मतदाता बनी रहें।" अमित मालवीय ने आगे कहा, "यह पूरा घटनाक्रम एक बात स्पष्ट रूप से साबित करता है कि बंगाल के मतदाता अब ममता बनर्जी द्वारा फैलाए गए झूठ पर भरोसा नहीं करते। टीएमसी सरकार का कार्यकाल तेजी से समाप्त हो रहा है।"
'गुमराह करना इनका काम'
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, "हर बात में गुमराह करना इनका काम है। जब CAA आया तब एनआरसी बोल के गुमराह किया। बंगाल में आग लगाने का काम किया और मुस्लिम समुदाय का वोट ले लिया। पार्लियामेंट में जितना भी बिल आया सब बिल का विरोध किया। मुर्शिदाबाद में हिंदू के ऊपर हमला हुआ, हर गोबिंद दास और चंदन दास का मर्डर किया गया। सिद्दीकुल्ला ने मिल कर भड़काना का काम किया! वक्फ बिल का विरोध किया फिर बोली SIR होगा तो घेर लेंगे! कल दोपहर बोली फॉर्म नहीं भरूंगी! लेकिन रात में आखरी समय में फॉर्म भर दिया। क्योंकि उन्हें फिर से चुनाव में उतरना है! और फिर से चोरी में शामिल होना है!
क्या होगा अगर ममता ने नहीं भरा SIR का फॉर्म?
- वोटर लिस्ट से नाम कट जाएगा, क्योंकि कानून सबके लिए बराबर है।
- वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने पर चुनाव नहीं लड़ पाएंगी।
- चुनाव नहीं लड़ने पर CM बनने का सपना टूट जाएगा।
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