
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध जारी है। इजरायल द्वारा लगातार ईरान के अलग-अलग ठिकानों पर मिसाइल दागे जा रहे हैं। ऐसे में ईरान के लिए ना केवल इजरायली मिसाइल ही समस्या हैं, बल्कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट भी कथित तौर पर ईरान की सड़कों पर घूम रहे हैं। ईरान ने जसूसी के संदेह में अबतक दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है, क्योंकि ईरान को इस बात की आशंका है कि मोसाद के एजेंट उसके देश में घुसपैठ कर रहे हैं। बता दें कि पिछले सप्ताह जब से हमले शुरू हुए हैं, तब से लेकर अब तक ईरान की राजधानी तेहरान में 28 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जासूसों की कैसे करें पहचान?
ईरान में मोसाद के जासूसों के जरिए ईरान की जासूसी और हथियारों की तस्करी का संदेह इतना प्रबल हो गया है कि ईरान की सरकार ने अपने नागरिकों को जासूसों को पहचानने में मदद करने के लिए दिशानिर्देश तक जारी कर दिए हैं। ईरान सरकार की तरफ से एक बयान में संदिग्ध व्यवहार वाले लोगों, विशेष रूप से मास्क या चश्मा पहनने वाले, पिकअप ट्रक चलाने वाले, बड़े बैग ले जाने वाले सैन्य, औद्योगिक या आवासीय स्थलों के पास वीडियो बनाने वाले लोगों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
ईरान की नूर न्यूज द्वारा प्रकाशित एक पोस्टर में उन लोगों से सावधान रहने को कहा गया है जो "रात में भी मास्क, टोपी और धूप का चश्मा पहनते हैं" और ऐसे व्यक्ति जो "कूरियर द्वारा लगातार पैकेज डिलीवरी" प्राप्त करते हैं। ईरान के नागरिकों को "घर के अंदर से असामान्य आवाजें, जैसे चीखना, धातु के उपकरणों की आवाज, लगातार धमाका" और "दिन में भी पर्दे खींचे रहने वाले घरों" की रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
60 लोगों की हुई गिरफ्तारी
इस बीच ईरान में इस्लामी शासन ने देशभर में कई ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर 'जायोनी शासन के समर्थन में' लेख प्रसारित करते पाए गए हैं। इन लोगों पर “समाज की मनोवैज्ञानिक सुरक्षा” को बाधित करने का आरोप लगाया गया है। इसी कड़ी में इस्फहान शहर में कम से कम 60 ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि तेहरान के अभियोक्ता कार्यालय के भीतर एक विशेष इकाई स्थापित की गई है, जो सोशल मीडिया पर बड़े फॉलोवर्स वाले समाचार संगठनों और लोगों पर नजर रखती है। मंगलवार को कार्रवाई और तेज की गई, जिसमें कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया और अन्य कई लोगों को आधिकारिक रूप से चेतावनी दी गई है। फार्स समाचार एजेंसी के मुताबिक, देश के आईएसएनए मीडिया आउटलेट को भी नियमों का पालन करने में विफल रहने को लेकर सरकार की तरफ से चेतावनी दी गई है।