भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान गगनयान के लिए चुने गए चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों ने रूस में फिर से प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है।
कल्पना का जन्म 1962 में करनाल में हुआ था और 2003 में कोलंबिया अंतरिक्ष यान हादसे में उनका निधन हो गया था।
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर ने शुक्रवार को एक साथ ‘स्पेसवाक’ कर इतिहास रच दिया। आधी सदी में करीब 450 ‘स्पेसवॉक’ में ऐसा पहली बार हुआ, जब केवल महिलाएं ही अंतरिक्ष में चहल-कदमी कर रही थीं और उनके साथ कोई पुरुष अंतरिक्ष यात्री नहीं था।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के यशवंतपुर में लोग उस वक्त हैरान रह गए जब उन्होंने सड़क पर एक अंतरिक्ष यात्री को चलते देखा। रात के अंधेरे में इस अंतरिक्ष यात्री को चलते देखकर ऐसा लग रहा था, मानो वह वास्तव में चांद की ऊबड़-खाबड़ और गड्ढों से भरी सतह पर चल रहा हो।
नासा के मंगल ग्रह की यात्रा पर गए क्युरोसिटी मार्स रोवर ने इस लाल ग्रह पर मीथेन गैस की अब तक की सबसे बड़ी मात्रा का पता लगाने में सफलता हासिल की है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को संकेत दिया कि देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ से जाने वाले अंतरिक्ष यात्री पायलट हो सकते हैं।
भारत से फ्यूस्टल का एक बेहद ही खास रिश्ता है। वह नासा के एक स्पेस मिशन का हिस्सा थे और स्पेस में 197 दिन बिताने के बाद 5 अक्टूबर 2018 को पृथ्वी पर वापस आए थे।
तीनों अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरिक्ष में स्थित इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में 197 दिन का समय बिताया है
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को घोषणा की कि पाकिस्तान चीन की मदद से 2022 में पहली बार किसी पाकिस्तानी को अंतरिक्ष में भेजेगा। उन्होंने यह घोषणा प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली चीन यात्रा से पहले की है।
NASA के 2 व रूस का एक अंतरिक्ष यात्री सोयुज रॉकेट में सवार होकर कजाकिस्तान के बैकोनूर प्रक्षेपण केंद्र से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र के लिए बुधवार को प्रस्थान करने के लिए तैयार हैं...
नासा ने बताया कि वे भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजकर 17 मिनट पर दोबारा एयरलॉक में लौटे...
आप नासा द्वारा पोस्ट किए गए इस वीडियो में अंतरिक्षयात्री को रिपेयरिंग का काम करते हुए देख सकते हैं...
क्या आपमें मन में कभी अंतरिक्षयात्रियों की तरह अंतरिक्ष की सैर करने की इच्छा हुई है? यदि हां, तो आप अब अपनी इस इच्छा को पूरा कर सकते हैं, और वह भी बिल्कुल मुफ्त में...
अमेरिका के दो और रूस के एक अंतरिक्ष यात्री पांच महीने के अभियान के लिए आज सुबह कजाखस्तान में बायकोनूर कोस्मोड्रोम से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र रवाना हो गए।
इसके अलावा वह कुल 10 बार स्पेसवॉक पर गईं, और सबसे अनुभवी महिला स्पेसवॉकर का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया...
एस्ट्रोनॉट्स का मानना है कि ऐसी घटना जुलाई से अगस्त के बीच हर साल होती है लेकिन इस बार उल्का पिंड ज्यादा मात्रा में गिरेंगे, इसलिए कहा जा रहा है कि 11-12 अगस्त की रात आसमान में अंधेरा नहीं बल्कि उजाला होगा। उस रात आसमान से धरती पर उल्का पिंडों की बार
नासा ने रिकॉर्ड 18,000 से ज्यादा आवेदकों में से एक भारतीय-अमेरिकी सहित 12 नए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया है जिन्हें पृथ्वी की कक्षा और सुदूर अंतरिक्ष में अभियानों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
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