माफिया अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा गिरफ्तार हो चुका है। उसे लेकर जानकारी मिली है कि वह अतीक अहमद की 12 करोड़ की बेनामी संपत्ति बेचने के लिए लखनऊ आया था।
राजू पाल की पत्नी पूजा पाल भाजपा में शामिल होने जा रही हैं। बता दें कि राजू पाल की हत्या का आरोप माफिया अतीक अहमद पर लगा था। इसके बाद उमेश पाल की हत्या कराई गई जिसके बाद अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अतीक और उसके भाई के वकील विजय मिश्रा से पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। इसके साथ ही पुलिस को अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की लोकेशन भी मिल गई है।
24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद के गुर्गों ने उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस को अभी भी गुड्डू मुस्लिम समेत कई अन्य आरोपियों की तलाश है।
माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विजय मिश्रा की ये गिरफ्तारी उमेश पाल हत्याकांड में की गई है। इससे पहले ये खबर आई थी कि विजय मिश्रा को एक कारोबारी से रंगदारी और धमकाने के मामले में उठाया गया है।
इससे पहले फ़ैज़ भूरे अतीक अहमद के साथ एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जाकर टीचरों से मारपीट भी की थी। जिसका वीडियो भी CCTV में कैद हुआ था।
अतीक अहमद का PDA ने जब घर गिराया था तब कुत्तों को बाड़े में छोड़ दिया था उसी में अतीक के महंगे कुत्ते रहते थे। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद कुत्तों की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा। जो नौकर खाना देता था वो भी भाग गया
5 लाख का इनामी अतीक का बमबाज गुड्डू मुस्लिम और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन की तलाश में पुलिस लगी थी लेकिन समय बीतने के साथ-साथ पुलिस का ऑपरेशन ठंडा पड़ गया था। कमिश्नर रमित शर्मा ने आरोपियों की तलाश में लगी पुलिस टीम को जमकर लताड़ लगाई थी।
पुलिस अगर तीनों आरोपियों के खिलाफ 90 दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल नहीं करती तो तीनों आरोपियों को तकनीकी आधार पर जमानत मिल सकती थी। इससे बचने के लिए समय से पहले ही आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है।
माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद उसका छोटा बेटा अली ही अब पिता का काला कारोबार संभाल रहा है। वह जेल से ही रंगदारी वसूलने का काम कर रहा है।
प्रयागराज में सीएम योगी ने कहा कि पहले की सरकारें आम लोगों को परेशान करती थीं और दिन-रात माफियाओं की सेवा में लगी रहती थीं। प्रदेश में कानून का नहीं माफिया का राज था। लेकिन अब उत्तर प्रदेश बदल चुका है। अब यहां माफियाओं की जगह केवल जेल है।
यूपी के सबसे बड़े माफिया अतीक अहमद की जब्त की गई अवैध संपत्तियां जिनकी कीमत 3 अरब 45 करोड़ से ज़्यादा की है, वे सभी अब उत्तर प्रदेश सरकार की होंगी। इसके लिए अफसरों ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कवायद भी शुरू कर दी है।
जो ऑडियो सामने आया है उसको सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अतीक अहमद ने ऐसे-ऐसे खतरनाक अपराधी पाल रखे थे जिनका कनेक्शन मुंबई अंडरवर्ल्ड से भी है।
गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या की जांच कराने को लेकर उनकी बहन आयशा नूरी अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। नूरी ने असद के एनकाउंटर पर भी सवाल खड़े किए हैं।
अतीक की IS 227 गैंग में कुल 122 लोगों का नाम ऐड किया गया था, जिसमें हार्ड कोर अपराधी तो शामिल थे ही, साथ में कई सफेद पोश लोगों को भी शॉर्टलिस्ट किया गया था।
गुड्डू मुस्लिम और शाईस्ता परवीन को लेकर पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी मिली है। गुड्डू मुस्लिम के सौतेले बेटे आबिद ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में बताया कि गुड्डू मुस्लिम शाईस्ता को पसंद करता था।
माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की हत्या के बाद से ही उसकी पत्नी फरार चल रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हाल ही में जैनब की लोकेशन दिल्ली के एक मॉल में मिली थी, जहां से वह अपने दुबई से लौटे भाई सद्दाम के साथ फिर से अंडर ग्राउंड हो गई।
माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद भी उसके गुर्गे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पुरामुफ्ती थाने में अतीक के करीबियों पर रंगदारी अपहरण, फ्रॉड, मारपीट और धमकी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
यूपी में माफिया डॉन की चार पत्नियों ने पुलिस को महीनों से छका रखा है। इन पकड़ने का पुलिस का हर प्रयास असफल साबित हो रहा है। चारों को विभिन्न आपराधिक मामलों में साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया है। लेकिन यह चारों पुलिस के हाथ नहीं लग रही हैं।
माफिया अतीक अहमद के सहयोगियों और नजदीकी कारोबारियों के ठिकानों पर ईडी के छापे में जो कुछ बरामद हुआ, उसकी जानकारी आज प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शेयर की गई है।
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