देश आज सोमवार को बाल दिवस मना रहा है। वहीं इस मौके पर मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक धर्मांतरण संबंधी मामला सामने आया है।
मध्य प्रदेश के रायसन जिले से धर्म परिवर्तन करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले का उजागर तब हुआ जब निरक्षण करने के लिए अधिकारी पहुंचे थे।
बजरंग दल के मुताबिक जिले के अलग-अलग इलाकों में भगवत गीता जैसी किताबों को बांटने और बेंचने की बहुत सारी घटनाएं सामने आई हैं। उनके मुताबिक किताबों में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया गया है।
वीएचपी नेता ने कहा कि संविधान सभा और संसद द्वारा बार बार ठुकराने पर ये लोग अपनी मांग को लेकर न्यायपालिका में भी जाते रहे हैं और न्यायपालिका भी इनकी अनुचित मांग को ठुकराती रही है। 1985 में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि कनवर्टेड अनुसूचित जाति को आरक्षण की मांग संविधान की मूल भावना के विपरीत है।
Karnataka News: लड़की की मां ने अपनी शिकायत में कहा कि इलाके से एक लड़का भी गायब था जिसने लड़की को शादी का झांसा देकर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया है। खुशबू और मोईन दोनो बेंगलुरु के एक ही इलाके के रहने वाले हैं और दोनों एक दूसरे को जानते हैं।
Chhattisgarh News:
Karnataka: कर्नाटक के हुब्बल्ली में एक दलित व्यक्ति को कथित रूप से जबरन धर्मांतरण करा कर उसे इस्लाम अपनाने पर मजबूर किया गया।
Anti Conversion Bill: कांग्रेस के विरोध और सदन से वॉकआउट के बीच, बुधवार को कर्नाटक विधानसभा ने कुछ मामूली संशोधन के साथ “धर्मांतरण रोधी विधेयक” पारित कर दिया। पिछले सप्ताह इस विधेयक को विधान परिषद ने पारित किया था।
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक घुमंतू समुदाय के सदस्यों की हिंदू धर्म में कथित ‘‘घर वापसी’’ हुई। इन लोगों ने कहा कि वे हिन्दू रीति-रिवाजों का पहले से पालन करते हुए देवी-देवताओं को पूजते आ रहे हैं।
दोनों आरोपित कुछ साल पहले खुद भी हिन्दू थे। पुलिस के मुताबिक, दोनों युवक जनवरी से चिलबिलवा गांव निवासी सीमा के घर रह रहे थे। ये गांव के लोगों को मिशनरी स्कूलों में दाखिला दिलाकर निशुल्क अच्छी शिक्षा, रोजगार देने, रुपये देने का लालच देकर हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने का दबाव बना रहे थे।
सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इस विधेयक को ‘जनविरोधी, अमानवीय, संविधान विरोधी, गरीब विरोधी और कठोर’ बताते हुए पुरजोर विरोध किया।
कांग्रेस के नेता और पूर्व CM सिद्धरामैया ने इस पर आपत्ति दर्ज की और कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है इसीलिए गलत तरीके से इसे पेश किया गया।
कर्नाटक के गृह मंत्री अरग ज्ञानेंद्र ने बेलगावी में कहा, जो धर्मांतरण निरोधक कानून हम लाने जा रहे हैं उसका लक्ष्य किसी खास समुदाय को निशाना बनाना नहीं है।
पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। इनमें से चार लोगों- अब्दुल अजीज पटेल (अजित छगन पटेल), यूसुफ जीवण पटेल (महेंद्र जीवण वसावा), अय्युब बरकत पटेल (रमण बरकत वसावा) और इब्राहिम पूना पटेल (जितु पूना वसावा) को गिरफ्तार भी किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने कमजोर आर्थिक स्थिति और आदिवासी समुदाय के सदस्यों की निरक्षरता का फायदा उठाकर उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने का प्रलोभन दिया। उन्होंने कहा कि सभी नौ आरोपी स्थानीय निवासी हैं।
हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लाभू राम ने बताया कि सोमू अवराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है। कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है।
धर्मांतरण रैकेटे केस को लेकर उत्तर प्रदेश के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि इस मामले में अबतक कुल 16 गिरफ्तारियां हुई हैं। धर्मांतरण मामले में 10 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। 3 आरोपियों को ब्रिटेन की एक ट्रस्ट से 57 करोड़ रुपए मिले हैं।
अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जबरन धर्मांतरण का मुकाबला करने के लिए एक अभियान 'घर घर अंदर धर्मशाला' शुरू किया है। अभियान के तहत सिख प्रचारक अपने धर्म पर साहित्य बांटने के लिए गांवों का दौरा करेंगे।
उत्तर प्रदेश में गहरी साजिश के तहत धर्मांतरण के खेल में गिरफ्तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मौलाना कलीम सिद्दीकी की पुलिस रिमांड विशेष कोर्ट ने मंजूर कर ली है। 10 दिनों की रिमांड अवधि शुक्रवार (24 सितंबर) सुबह 10 बजे से शुरू होगी। यूपी एटीएस अब कलीम सिद्दीकी से धर्मांतरण की साजिश के राज उगलवाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी ने एक टीम का गठन किया है।
इस मामले में अबतक मौलाना कलीम सिद्दीकी समेत 11 लोगों को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है। यूपी एटीएस के मुताबिक कलीम सिद्दीकी गैर मुस्लिम को बहका कर धर्मांतरण कराता है।
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