भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड के कुल 227 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले दिन 201 मामले सामने आए थे।
पीएम मोदी ने बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच देशवासियों से ये अपील की है कि वे मास्क का इस्तेमाल करें और हाथ लगातार धोएं। पीएम ने ये बातें आज मन की बात कार्यक्रम में कही हैं। गौरतलब है कि चीन में कोरोना की वजह से हाहाकार मचा हुआ है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (NHC) जिसने पिछले तीन सालों से देश के लिए दैनिक COVID-19 मामले के आंकड़े प्रकाशित किए हैं, ने कहा कि वह अब रविवार से ऐसे डेटा जारी नहीं करेगा।
चीन में कोरोना से हालात बेहद बुरे हैं। इसी बीच एक सरकारी दस्तावेज ने चीन में कोरोना के बर्बाद हालातों की हकीकत बयां कर दी है। बताया जा रहा है कि ये दस्तावेज लीक हो गए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि चीन में 1 से 20 दिसंबर के बीच करीब 25 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं।
Rahul Gandhi's Bharat Jodo Yatra Postponed: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आखिरकार दिल्ली में आकर थम गई है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी की ओर से स्वयं इस यात्रा को रोक दिया गया है। उनके इस फैसले से कांग्रेस पार्टी और समर्थकों में हड़कंप मच गया है।
कोरोना ने इस देश में इस कदर तबाही मचाई है कि अस्पतालों में शवों का अंबार लग गया है। चीन के सभी मुर्दाघर लाशों से भर गया है।
Pakistan At Risk From China: पाकिस्तान को पहली बार अपने प्यारे दोस्त चीन से बड़े खतरे का डर सता रहा है। इस नए खतरे को लेकर पाकिस्तान की अभी से सांसे फूल रही हैं। पाकिस्तान ने यदि इस दिशा में समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो चीन अपने दोस्त पाकिस्तान के घर लाशें बिछा सकता है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लंग्स को मजबूत करना बेहद जरूरी है। जानें डाइट में किन चीजों को शामिल करके आप इम्यूनिटी को मजबूत कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन में रोज नए वेरिएंट BF.7 से संक्रमित हजारों लोगों की मौतें हो रही हैं। चीन के बाद दुनिया के तमाम देशों के लिए भी यह वेरिएंट परेशानी की सबब बनी हुई है।
चीन में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच देश में भी इससे निपटने की सभी तैयारियां की जा रही हैं। इसी बीच भारत सरकार ने पांच देशों से आने वालों का RT-PCR टेस्ट अनिवार्य किया है।
चीन में कोरोना की वजह से हर रोज करोड़ों लोग संक्रमित हो रहे हैं लेकिन शी जिनपिंग सरकार गलत आंकड़े जारी करके सबकुछ ठीक होने का दावा कर रही है। चीन में मची हाहाकार और तबाही उसकी सरकार के आंकड़ों को गलत साबित कर रहे हैं।
Covid Infection In China & India: भारत ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए इस बार ऐसी रणनीति तैयार की है, जिससे कि यह वायरस एयरपोर्ट की दहलीज नहीं पार कर पाएगा, बल्कि हवाई अड्डा पहुंचने से पहले ही संक्रमण दम तोड़ देगा। चीन में इस दौरान कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है। चीन में मरीजों के लिए इलाज और बेड नहीं हैं।
मुंबई शहर में 16 बीएमसी की अस्पतालों में से केवल एक सेवन हिल्स अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए सुविधा रखी गई है। अगर मुंबई शहर में फिर से मामले बढ़ते हैं तो 1850 बेड की संख्या है और जरूरत पड़ने पर यह संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।
चीन में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है। वहां हालात बेकाबू हो रहे हैं। लेकिन आईआईटी कानपुर के दावे को मानें तो भारत में कोविड से किसी तरह का खतरा नहीं है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि भारत के करीब 98 फीसदी नागरिकों में नेचुरल प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है।
चीन कोरोना और कारोबारी संकट की दोहरी मार से बुरी तरह परेशान है। उसके सामने यह मुश्किल है कि वह कोरोना से मुसीबत में फंसे आम लोगों की जान बचाए या इस वजह से उसकी इकोनॉमी पर जो बुरा असर पड़ रहा है, उस पर ध्यान दे। रिपोर्ट्स कह रही हैं कि अगले साल 10 लाख मौतें हो सकती हैं।
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं। जिन अस्पतालों में इलाज के लिए लोग जा रहे हैं, वो ही हॉट स्पॉट बने हुए हैं। अब तो अस्पताल फुल होने पर लोगों को घरों में ही चिकित्सा करने के लिए कह दिया गया है। चीनी विशेषज्ञों और वहां के मीडिया के अनुसार दो हफ्ते में और बढ़ सकते हैं।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। गुरूवार को हुई मीटिंग में प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश दिया।
भारत सरकार ने अब नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी है। नेजल वैक्सीन को नाक के जरिये स्प्रे करके दिया जाता है।
जे.जे हॉस्पिटल की डीन पल्लवी सापले ने बताया कि हमे केंद्र और राज्य सरकार से जो भी निर्देश मिले हैं उनका नियमित रूप से पालन किया जा रहा है। हमारे यहां जो भी कोरोना के पॉजिटिव सैंपल्स आ रहे हैं उन सबको जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहे हैं।
दुनिया में सबसे पहले चीन ने अपनी वैक्सीन 'सिनोवैक' बनाने का दावा किया था, तभी से चीनी वैक्सीन पर दुनिया ने सवाल उठा दिए थे। अब चीन में कोरोना के कहर और मौतों ने एक बार फिर चीनी वैक्सीन को 'बेअसर' साबित किया है। जर्मनी ने भी चीनी वैक्सीन पर भरोसा न करके चीन में जर्मनी के प्रवासियों के लिए अपनी वैक्सीन भेजी है।
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