सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत जनसंख्या को पहली डोज मिल चुकी है और 91.9 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश ने कोरोना के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश में अबतक कुल 15 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण कम होने और एहतियात बरतने में जनता की लापरवाही के कारण संक्रमण और मौत के मामलों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है।
ऑस्ट्रिया ने शुरु में केवल उन लोगों के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की शुरुआत की थी, जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने सभी के लिए इसे लागू कर दिया।
बुधवार सुबह सात बजे तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 113.68 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसे 1,16,73,459 कोरोना वैक्सीनेशन सत्र के जरिए हासिल किया जा सका।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की पूरी खुराक लेने वाले लोगों की संख्या देश में पहली बार वैक्सीन की एक खुराक लेने वाले लोगों के पार चली गयी है।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में जिन लोगों ने कोविड-19 की अब तक पहली खुराक नहीं ली है और जिनकी दूसरी खुराक बाकी है, उनका घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करने का अभियान शुरू हो गया।
जिन स्थानों पर वैक्सीन न लेने वाले लोगों को जाने से रोका गया है उसमें एएमटीएस, बीआरटीएस, कांकरिया लेक फ्रंट, कांकरिया जू और साबरमती रिवरफ्रंट शामिल हैं।
पुतिन ने स्थानीय अधिकारियों को कहा है कि वे आदेश दें कि वैक्सीन नहीं लेने वाले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग घर में रहें। पुतिन ने कहा कि रूस के 85 उन क्षेत्रों में जहां स्थिति विशेष रूप से गंभीर है, कामकाज पहले से भी रोका जा सकता है।
बता दें कि कि मध्य रेलवे व पश्चिम रेलवे ने सोमवार को कहा था कि मुंबई में उपनगरीय सेवाएं 28 अक्टूबर से महामारी पूर्व स्तर की 100 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगी लेकिन आम जनता के लिए यात्रा प्रतिबंध में बदलाव नहीं होंगे।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए अधिवक्ता नितिन एएम ने अपनी दलीलों में कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के बगैर बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन की अनुमति देना नियमों का उल्लंघन है और कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन वैक्सीन नुकसानदेह और गैरकानूनी है।
भारत में प्रतिदिन पुष्टि होने वाले संक्रमण के मामले पिछले तीन महीनों से धीमी गति से घट रहे हैं, जो प्रतिदिन 40,000 से घट कर अब प्रतिदिन 15,000 रह गये हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार के आंकड़ों के मुताबिक 15,786 नये मामले सामने आने के साथ लगातार 28वें दिन मामलों में 30,000 से कम की प्रतिदिन की वृद्धि हुई।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 12 करोड़ 21 लाख 40 हजार से ज्यादा कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 9.43 करोड़ लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है और 2.78 करोड़ लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड-19 वैक्सीन की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार होने पर कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है।
कोविड वैक्सीन की सबसे ज्यादा खुराक देने वाले शीर्ष पांच प्रदेशों में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। इसके बाद महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा खुराक दी गई।
रूस में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों के आंकड़ों के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ देने और 24 घंटे में 33 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिलने से विश्वभर की चिंताएं बढ़ी हैं।
बयान में कहा गया कि राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई थी कि वे उन जिलों को प्राथमिकता दें, जहां वैक्सीन कम लगे हैं और अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीनेशन केन्द्रों की जरूरत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच में सुधार की आवश्यकता का पता लगाएं।
इस बीच दुनियाभर में कोविड महामारी के कारण हर हफ्ते हो रही मौतों के आंकड़ों में लगातार गिरावट आने लगी है और अब साप्ताहिक कोरोना मृत्यु दर करीब एक वर्षों के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अब तक कोविड-19 वैक्सीन की 96.75 करोड़ से अधिक खुराक मुहैया कराई गई हैं। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास लोगों को लगाने के लिए अब भी 8.43 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान के बाद से अब तक दिल्ली में वैक्सीन की 1.91 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं। लगभग 66 लाख लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
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