मांडविया ने गुरुवार को कहा था कि जिन्होंने टीके की खुराक नहीं ली है, ऐसे अपनों को, परिजनों को और समाज के सभी तबकों को शुक्रवार को प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर टीका लगवाकर, उनको जन्मदिन का उपहार दिया जाए।
बुलेटिन में बताया कि एक दिन पहले कुल 72,099 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 52,181 नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच और 21,918 नमूनों की रैपिड एंटीजन जांच की गईं। इससे पहले 0.04 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ बृहस्पतिवार को 28 मामले और 0.08 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ बुधवार को 57 मामले सामने आए थे।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन के टीकाकरण का अभियान दिल्ली में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, बुधवार 15 सितंबर तक दिल्ली में लगभग 1.55 करोड़ लोगों को वैक्सीन का टीका लग चुका था।
उन्होंने कहा कि गुजरात ने वैक्सीन के भंडारण के लिये पुख्ता व्यवस्था की है जिसके तहत जरूरतों को पूरा करने के लिये छह मंडल स्तरीय भंडार, 41 जिला एवं निगमस्तरीय भंडार और 2236 शीत श्रृंखला स्थलों का संचालन किया जा रहा है।
बुलेटिन के अनुसार, राज्य में वर्तमान में 5,90,219 मरीजों को विभिन्न जिलों में निगरानी में रखा गया है जिनमें 5,60,694 गृह-पृथकवास या संस्थागत पृथक-वास में हैं और 29,525 मरीज अस्पतालों में भर्ती है।
जिस रफ्तार से देश में वैक्सीनेशन का अभियान बढ़ रहा है उसे देखते हुए लग रहा है कि महीने भर में देश के 100 करोड़ लोगों तक वैक्सीन की कम से कम एक डोज जरूर पहुंच जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,37,643 है और इनमें से 12.9 प्रतिशत लोग ही अस्पतालों में भर्ती हैं।
इस बीच सरकार ने वैक्सीनेशन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देने के लिए तीन मंचों के आंकड़ों का तालमेल करके एक कोविड वैक्सीन ट्रैकर विकसित किया है।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर ही देखी जा रही है, जो कि यह अभी खत्म नहीं हुई है।
बता दें कि अमेरिका में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। यहां मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां कोरोना से बचने के लिए अब जनता को बूस्टर डोज दिया जा रहा है।
देश में पहले 10 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने में 85 दिन लग गए थे और उसके बाद 10 से 20 करोड़ तक पहुंचने में 45 दिन, फिर 20 से 30 करोड़ तक पहुंचने में 29 दिन, 30-40 करोड़ तक 24 दिन, 40 से 50 करोड़ तक पहुंचने में 20 दिन और 50 से 60 करोड़ तक पहुंचने में 19 दिन लगे थे।
कोझिकोड के 12 वर्षीय लड़के की रविवार को निपाह वायरस संक्रमण से मौत के बाद राज्य का स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। बच्चे के घर के तीन किलोमीटर के दायरे को निरूद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है।
बयान के अनुसार, अमरोहा, अयोध्या, बागपत, बलिया, बांदा, बस्ती, भदोही, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मथुरा, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सीतापुर और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है।
कंपनी ने अपनी याचिका में कहा कि वह पहले ही अपने 5,000 से अधिक कामगारों को वैक्सीन की पहली खुराक लगवा चुकी है और उसने लगभग 93 लाख रुपये की लागत से दूसरी खुराक की व्यवस्था भी की है, लेकिन मौजूदा प्रतिबंधों के कारण इसे कामगारों को लगवाने में वह असमर्थ है।
सोमवार को देशभर में 74342 से ज्यादा जगहों पर वैक्सीन दी गई है जिनमें लगभग 71 हजार सरकारी केंद्र हैं और बाकी प्राइवेट केंद्र। सोमवार को शाम 7 बजे तक उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार में 15 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी गई है।
राज्य में कोरोना पाजिटिव पाए जाने वाले मरीजों में बच्चों की लगातार बढ़ती संख्या चिंता का कारण बनी हुई है। प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी ने आरोप लगाया कि करोना की संभावित तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए राज्य सरकार ने कोई तैयारी नहीं की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन, 130 करोड़ भारतीयों के इसी आत्मविश्वास और वैक्सीन में आत्मनिर्भरता का ही परिणाम है कि भारत आज एक दिन में सवा करोड़ टीके लगाकर रिकॉर्ड बना रहा है।
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण वैक्सीनेशन एक पूर्व शर्त होनी चाहिए।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि सैकड़ों लोग सुबह से ही वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर कतार में खड़े थे और सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का भी पालन नहीं किया गया।
भारत को 10 करोड़ खुराक तक पहुंचने में 85 दिन लगे। उसे 20 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 45 दिन एवं 30 करोड़ तक पहुंचने में और 29 दिन लगे। देश को 40 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में बाद के 24 दिन तथा छह अगस्त को 50 करोड़ का आंकडा पार करने के लिए 20 और दिन लगे।
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