दिल्ली में नगर निगम ने पार्किंग शुल्क बढ़ा दिया है, अब पार्किंग शुल्क दोगुना वसूला जाएगा। बढ़ते प्रदूषण की वजह से नगर निगम ने ये सख्त कदम उठाया है। बढ़ा हुआ शुल्क 31 जनवरी 2024 तक लागू रहेगा।
Delhi Air Pollution: दिवाली के बाद दिल्ली में हवा की कॉलिटी फिर से खराब हो गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में PM 2.5 कणों का लेवल 45 प्रतिशत और PM10 कणों का स्तर 33 प्रतिशत बढ़ा है।
दिल्ली में बारिश की वजह से जहां हवा की गुणवत्ता कुछ ठीक हुई थी, वहीं दिवाली में पटाखों की वजह से एक बार फिर से वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सियासत तेज हो गई है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जनता से पटाखे न फोड़ने व दीये जलाने की मांग की है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर गिर गया है। शुक्रवार को हुई बारिश ने दिल्ली की हवा को साफ कर दिया। हालांकि आशंका है कि दिवाली के बाद एक्यूआई में फिर वृद्धि होगी और लोगों का सांस लेना मुश्किल हो सकता है। बता दें कि एक्यूआई वर्तमान में 200-300 के बीच बना हुआ है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को एक पत्र लिखा है। गोपाल राय ने यह पत्र वायु प्रदूषण के मद्देनजर यूपी सरकार के मंत्री को लिखी है। इस खत में यूपी से आने वाले कुछ वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। यहां आईटीओ पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से अधिक दर्ज किया है। बता दें कि बीते कल बारिश के कारण एक्यूआई लेवल में गिरावट आई थी। लेकिन एक बार फिर यह बढ़ने लगा है।
दिल्ली में बारिश के कारण एक्यूआई के स्तर में गिरावट देखने को मिली है। अधिकांश स्थानों पर एक्यूआई का लेवल 100 से कम हो गया है। इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि ऑड-ईवन के कार्यान्वयन पर की गई स्टडी को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखने जा रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में आधी रात के बाद झमाझम बारिश देखने को मिली। इस कारण दिल्ली के एक्यूआई लेवल में गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान एक्यूआईर गंभीर श्रेणी से गिरकर बहुत खराब की कैटेगरी में आ गया है। दिल्ली-एनसीआर में लोगों को इससे राहत मिलेगी।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार कृत्रिम बारिश करवाने के विकल्प पर विचार कर रही है लेकिन यह काम इतना आसान भी नहीं है।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब भी कंट्रोल में नहीं आ रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा तमाम उपाय अपनाए गए लेकिन वायु प्रदूषण के स्तर में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। गुरुवार के दिन दिल्ली के द्वारका में सबसे ज्यादा प्रदूषण का स्तर द्वारका में दर्ज किया गया है।
दिल्ली में पिछले कई दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर श्रेणी में दर्ज की जा रही है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। इसपर लगाम लगाने के कई उपाय किए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से स्कूलों में जल्दी शीतकालीन अवकाश की घोषणा की है। इस संबंध में एक ऑफिशियल सर्कुलर जारी किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से साफ कहा है कि पराली जलाने पर रोक लगाएं। कोर्ट ने कहा कि हम नहीं जानते कि आप यह कैसे करते हैं, यह आपका काम है। लेकिन इसे रोका जाना चाहिए।
दिल्ली गैस चेंबर बन चुकी है। स्मॉग में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। एक्यूआई 488 पहुंच चुका है लेकिन अब भी इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में ये जानना अहम है कि प्रदूषण क्या केवल पराली जलाने से होता है या कुछ अन्य कारण भी हैं।
दिल्ली को वायु प्रदूषण की चपेट से फिलहाल क्लाउड सीडिंग के जरिए ही निकाला जा सकता है। दरअसल यह एक तरह का छिड़काव होता है जिसे बादलों के ऊपर किया जाता है ताकि बारिश हो सके, जिससे आसमान में मौजूद धूलकण जमीन पर आ जाएं और प्रदूषण से निपटा जा सके।
पंजाब के किसानों का कहना है कि पराली जलाना उनका शौक नहीं है, बल्कि वो ऐसा करने के लिए मजबूर है। पंजाब में पराली को जलने से रोक पाने में सरकार असफल हुई है। एक किसान ने कहा कि सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए।
दिवाली से पूर्व दिल्ली सरकार के ग्रुप बी गैर-राजपत्रित और ग्रुप सी कर्मचारियों लिए खुशखबरी आई है। दरअसल सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि 80 हजार कर्मचारियों को 7 हजार रुपये बोनस दिए जाएंगे। बता दें कि दोपहर 12 बजे वायु प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब असहनीय हो गया है। कई स्थानों पर एक्यूआई 488 पहुंच गया है जो कि गंभीर श्रेणी के सूचकांक को दर्शाता है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने अहम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं दिल्ली के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो जीवन के 12-14 साल कम हो जाएंगे।
दिल्ली स्मॉग और वायु प्रदूषण की चपेट में है। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में पर्यावरण मंत्री समेत अलग-अलग संबंधित विभागों के मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे। बता दें कि दोपहर 12 बजे यह बैठक शुरू होगी।
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