संसद सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण करने आईं डिंपल यादव के साथ उनके पति और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी आए थे। डिंपल यादव ने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज शाक्य को 2,88,461 वोटों से हरा दिया था।
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिहाज से बेहद अहम सीट है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई इस सीट पर अखिलेश ने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा। ताजा आंकड़ों के अनुसार डिंपल यादव सवा दो लाख से ज्यादा वोट से आगे हैं। जानिए क्या हैं समीकरण।
मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने दावा किया है कि उनकी पार्टी उपचुनाव भारी मतों से जीत रही है। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर निशाना भी साधा।
अखिलेश यादव ने कहा, ''मुझे नहीं पता मतदान शुरू होने के साथ से ही प्रशासन किसके इशारे पर काम कर रहा है। पता नहीं पुलिस को क्या ब्रीफिंग की गई है। सुबह से लगातार शिकायतें आई हैं और यह शिकायतें सिर्फ मैनपुरी लोकसभा सीट से नहीं बल्कि दूसरी सीट से भी आ रही हैं।''
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट और पांच राज्यों की 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। मैनपुरी में समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच कांटे की टक्कर है।
सपा नेता डिंपल यादव का आरोप है कि होटल पाम, स्टेशन रोड, मैनपुरी में सैकड़ों की संख्या में बीजेपी नेता, कार्यकर्ता इकट्ठे होकर निरंतर शराब और पैसा बंटवा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के पेंडुलम वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा, "जो मुख्यमंत्री पेंडुलम की बातें कर रहे हैं उन्होंने खुद फिजिक्स नहीं पढ़ी है और वे हम लोगों को पेंडुलम सिखा रहे हैं।''
केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि अब जनता ने वंशवादी राजनीति को खत्म करने का मन बना लिया है। बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य के समर्थन में मौर्य ने कहा कि लोगों में मुलायम सिंह यादव के लिए सहानुभूति है, लेकिन वे उपचुनाव में सपा को वोट नहीं देंगे।
सीएम योगी ने शिवपाल सिंह यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ''चाचा शिवपाल की स्थिति पेंडुलम जैसी हो गई है। बेचारे को पिछली बार कितना बेइज्जत करके भेजा था। कुर्सी तक नहीं मिली। कुर्सी के हैंडल पर बैठना पड़ा था। जीवन में पेंडुलम कभी नहीं बनना चाहिए।''
कई लोगों का मानना है कि मुलायम सिंह के निधन के बाद डिंपल यादव जनता की सहानुभूति के चलते उनकी परंपरा को बरकरार रखेंगी। मैनपुरी उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होगी।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर अखिलेश यादव ने पूरी ताकत लगा दी है। अखिलेश, डिंपल यादव और चाचा शिवपाल यादव घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। उधर बीजेपी यह सीट समाजवादी पार्टी से छीनने के लिए पूरा जोर लगा रही है।
समाजवादी पार्टी ने 'नेताजी' के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है। यहां मतदान 5 दिसंबर को होगा और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित होंगे।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी गलियारे में हलचल काफी तेज हो गई है। इसी बीच इस लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव का बयान सामने आया है।
चाचा शिवपाल सिंह यादव ने जसवंतनगर में बहू डिंपल को जिताने की हुंकार भरी है। उन्होंने कहा कि डिंपल को हमसे ज्यादा वोटों से जिताने की जिम्मेदारी है। शिवपाल ने ये भी कहा कि वह अखिलेश के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। 8 सालों में भाजपा ने कोई काम नहीं किया है।
अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अब चाचा शिवपाल सिंह का भी साथ मिल गया है। चाचा शिवपाल ने डिंपल को चुनाव में विजयी बनाने की अपील की। साथ ही बीजेपी की आलोचना की।अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अ
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हुई है। जिस पर 5 दिसंबर को चुनाव होंगे। यहां बीजेपी ने सपा कैंडिडेट डिंपल यादव को टक्कर देने के लिए रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है।
UP Mainpuri by-election :यूपी के मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने सपा नेता अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है। मैनपुरी सीट सपा के पूर्व अध्यक्ष व यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है।
यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने नामांकन दाखिल किया है। ये वही सीट है जो सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। डिंपल के नामांकन के दौरान अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव सहित कई बड़े सपा नेता मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के गठन के बाद से मैनपुरी में ये पहला चुनाव होगा जब मुलायम सिंह नहीं होंगे। अखिलेश यादव के लिए यही सबसे बड़ी चनौती होगी क्योंकि वो पहले ही आजमगढ़ और रामपुर में उप चुनाव हार चुके हैं।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए सपा की टिकट पर डिंपल यादव ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा नेता राम गोपाल यादव सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे।
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