इजराइल के पलटवार हमलों से गाजा में मौत का तांडव मच गया है। हमास आम फिलिस्तीन नागरिकों को ढाल बनाकर जंग लड़ रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों के शवों को सामूहिक रूप से दफनाना पड़ रहा है। लोग अपने परिजन के क्षत विक्षत शव को पहचान सकें, इसके लिए हाथों में ब्रेसलेट पहना रहे हैं। पढ़िए पूरा मामला।
गाजा पर लगातार हवाई हमलों के बीच इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही गाजा पर जमीनी हमला कर हमास की कमर तोड़ी जाएगी। उधर, इजराइल की सेना गाजा बॉर्डर पर पूरी तरह से तैनात है।
इजरायल और हमास युद्ध का आज 19वां दिन है...और गाज़ा से खबर है कि पिछले 24 घंटों में इजरायल ने गाजा में बड़ी एयर स्ट्राइक की है औऱ 400 से ज्यादा बम बरसाए हैं...दावा किया जा रहा है कि इजरायल के इस एयर स्ट्राइक में 700 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है...वहीं भारत ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है..
इजरायली सेना की बमबारी से गाजा तबाह हो चुका है। यहां बचे हुए फिलिस्तीनी शरणार्थी दवा, भोजन और पानी के लिए तड़प रहे हैं। मगर समस्या ये है कि गाजा पट्टी में ईंधन भी खत्म हो चुका है। ऐसे में वहां संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता भी नहीं पहुंच पा रही है। इसे लेकर यूएन ने गहरी चिंता जाहिर की है।
इजराइल और हमास की जंग के बीच इजराइली विदेश मंत्रालय ने एक ऑडियो जारी किया है। इसमें बताया गया है कि किस तरह एक हमास के आतंकी ने बेरहमी से 10 यहूदियों का कत्लेआम कर डाला था।
इजराइल पूरी तरह बौखला गया है। गाजा पट्टी पर इजराइली सेना ने हमले और तेज कर दिए हैं। पिछले 24 घंटों में इजराइल ने जोरदार बमबारी करके 400 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जो हमास ने बनाए थे। हालांकि इस बमबारी में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
हमास ने सोमवार देर रात 2 बुजुर्ग इजरायली बंधकों को रिहा किया था। हालांकि, अब भी इजरायल के 200 से अधिक लोग हमास के बंधक बने हुए हैं। ऐसे में इजरायल ने लोगों की वापसी के लिए नई तरकीब निकाली है।
हमास के बंधकों में शामिल 85 साल की योचेवेद लिफ्शिट्ज ने कैद से छूटने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी और खुफिया एजेंसी शिन बेट के साथ-साथ इजरायली रक्षा बलों पर जमकर बरसीं।
इजरायल ने पिछले 24 घंटों में गाजा पर ताबड़तोड़ हवाई हमले करते हुए कम से कम 400 ठिकानों पर बमबारी की है और हमास के कई कमांडर्स और लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है।
इजराइल हमास में जंग के बीच आतंकी संगठन हमास ने दो इजरायली महिलाओं को अपनी कैद से रिहा कर दिया है। रिहा करने के बाद हमास ने कहा कि हमने इंसानियत की वजह से दोनों बुजुर्ग महिलाओं को छोड़ा है।
हमास से जंग के बीच इजराइल को अमेरिका और पश्चिमी देशों का भी पूरा साथ मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के बाद अब फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों भी इजराइल के समर्थन में तेल अवीव पहुंचे हैं।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को जो हमला किया था, वो कितना क्रूर था। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगता है कि इजराइली सेना हमास के हमलों की क्रूरता को अब वीडियो जारी कर बयां कर रही है। हालांकि आईडीएफ के अनुसार कुछ वीडियो इतने वीभत्स हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर उसे अपलोड नहीं किए जा सकते।
जंग के बीच गाजा हॉस्पिटल ने अपनी बात पूरी दुनिया के सामने रखी है। गाजा हॉस्पिटल ने कहा कि अगर बिजली गई तो हम किसी भी वक्त एडमिट किए गए बच्चों को खो सकते हैं।
गाजा पट्टी पर इजराइल लगातार खतरनाक हमले कर रहा है। इजराइल ने हमलों से पहले चेतावनी दी थी कि लोग दक्षिण गाजा चले जाएं। भयभीत नागरिक पलायन कर रहे थे। लेकिन अब गाजा में चारों तरफ हो रही बमबारी के बीच लोग फिर से नॉर्थ गाजा लौटने लगे हैं।
इजराइल के राष्ट्रपति ने बड़ा सनसनीखेज दावा किया है। इस सनसनीखेज दावे में राष्ट्रपति ने हमास और केमिकल हथियारों को लेकर एक सनसनीखेज बात कही है, जो हैरान करने वाली है।
इजराइल और हमास के बीच गाजा पट्टी में जंग जारी है। इजराइल लगातार हमले कर रहा है। वहीं दूसरी ओर हमास और हिजबुल्ला संगठन भी इजराइल की ओर निशाना साधकर हमले कर रहे हैं। यमन के हूती विद्रोही और सीरिया की ओर से भी इजराइल पर हमले हो रहे हैं। इसी बीच इजराइल ने बड़ा ऐलान किया है, इस ऐलान से आतंकी संगठन हमास दहशत में आ जाएगा।
अमेरिका ने इजराइल हमास संघर्ष के बीच सीधी चेतावनी दे डाली है। बाइडेन प्रशासन ने दो टूक चेतावनी देकर कह दिया है कि इस संघर्ष में किसी भी पक्ष द्वारा यदि एक भी अमेरिकी सैनिक को निशाना बनाया जाता है तो अमेरिका अपने दुश्मनों से बहुत बुरी तरह से निपटेगा। जानिए अमेरिका का इशारा किन दुश्मनों की ओर है।
इजरायल-हमास युद्ध में गलती किसकी है। इस युद्ध के लिए हमास जिम्मेदार है या फिर इजरायल? इस मसले पर सऊदी अरब के प्रिंस ने बेबाक बात कही है। उन्होंने इसके लिए दोनों ही पक्षों को अलग-अलग वजहों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही भारत का उदाहरण देकर उसकी तारीफ की है।
क्या हमास ने बिना किसी सपोर्ट के अचानक इजरायल पर हमला कर दिया? आखिर हमास में इतनी हिम्मत कहां से आई? हमास को इतने हथियार कहां से मिले? ऐसे तमाम सवाल आपके जेहन में भी घूम रहे होंगे। मगर अब इजरायल पर हमास का हमला कराने वाले का नाम सामने आ गया है। हिजबुल्ला ने दावा किया है कि इस युद्ध में उसकी अहम भूमिका है।
येरुसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कभी ड्रग तस्करी के माध्यम से आईएसआईएस सदस्यों के लिए राजस्व का स्रोत रहा कैप्टागन अब सीरिया के लिए आय का एक प्रमुख स्रोत बन गया है और आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी इसी से अपनी कमाई करता है।
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