कल रात भूकंप से कई खाड़ी देशों की धरती कांप गई। भूकंप का केंद्र दक्षिण ईरान था, लेकिन उसके असर से संयुक्त अरब अमीरात के कई शहर दुबई और अबू धाबी के साथ ही बहरीन, सऊदी अरब, कतर में भी झटके महसूस किए गए। घबराए लोग घरों से बाहर निकल आए।
Fifa World Cup में कई टीमों ने अब अंतिम 16 का टिकट कटा लिया है।
FIFA World Cup 2022: फुटबॉल वर्ल्ड कप में दो मैच खेलने के बाद भी गेरेथ बेल की टीम वेल्स को पहली जीत का इंतजार है। वहीं अब उसकी अगले राउंड यानी अंतिम-16 की राह भी मुश्किल हो गई है।
Fifa World Cup 2022 के बीच एक फुटबॉलर गिरफ्तार किया गया है।
Iran Attacks on Kurds: हमले में किसी के हताहत होने के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे पहले मंगलवार को इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने इराकी कुर्द क्षेत्र के राष्ट्रपति नेचिरवन बरजानी से मुलाकात की।
Anti Hijab Protest @ FIFA World Cup 2022: कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप ईरान के फुटबाल खिलाड़ियों ने महिलाओं के हिजाब विरोध का समर्थन करते हुए अपने देश का राष्ट्रगान गाने से इंकार कर दिया। खास बात यह है कि खिलाड़ियों के साथ ही साथ स्टेडियम में मौजूद ईरान के दर्शक भी राष्ट्रगान गाने का विरोध कर रहे थे।
फीफा वर्ल्ड कप 2022 के दूसरे मैच में इंग्लैंड ने ईरान को 6-2 से करारी शिकस्त दी। लेकिन इस मैच से पहले एक बड़ा विवाद भी सामने आया।
ENG vs IRA FIFA World Cup 2022: इंग्लैंड ने फीफा वर्ल्ड कप में अपने सफर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में करते हुए ग्रुप बी के मैच में ईरान को धोकर रख दिया।
Iran Expressed threat to Regional Energy Security:ईरान ने विदेशी ताकतों से अपने क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को लेकर बड़े खतरे की आशंका जताई है। उधर फारस की खाड़ी और ओमान के पानी में बड़ी संख्या में मौजूद मानव रहिद विदेशी जहाजों ने भी हलचल मचा दी है। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा की समस्याएं कई गुना बढ़ गई हैं।
ईरान के दक्षिण-पश्चिम शहर ईज़ेह में 16 नवंबर को एक बाजार में कुछ हमलावरों ने फायरिंग कर दी। जिससे 2 महिलाओं सहित 5 लोगों की जान चली गई। वहीं इस हमले में कुछ अन्य लोग और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
Oil Tanker Attack: इजरायल के एक अरबपति कारोबारी के तेल टैंकर को ओमान के तट के पास निशाना बनाया गया है। इसका संचालन सिंगापुर की ‘ईस्टर्न पेसिफिक शिपिंग’ कंपनी करती है।
Death Penalty in Iran for Protest:क्या आप कभी सोच सकते हैं कि सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर मौत की सजा भी किसी को दी जा सकती है...शायद नहीं। मगर यह सच है। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एक आंदोलनकारी को मौत की सजा सुनाए जाने से पूरी दुनिया में तहलका मच गया है।
America Vs Iran:ईरान ने अमेरिका पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी वजह से हजारों ईरानियों की जान चली गई। ईरान का कहना है कि अमेरिकी प्रतिबंधो के कारण हजारों ईरानी लोगों की मौत कोविड-19 के दौरान हो गई थी। यह बात ईरान के मानवाधिकार आयोग के एक शीर्ष अधिकारी ने कही है।
EU Sanctions on Iran: जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने ईरान की सरकार की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि ईरान को अतिरिक्त प्रतिबंध झेलने होंगे। यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के इस पर सहमत होने की संभावना है।
Enriched uranium in Iran & UN:संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी ने बृहस्पतिवार को ईरान द्वारा उच्च संवर्धित यूरेनियम भंडार में वृद्धि किए जाने की आशंका जताई है। साथ ही एजेंसी ने उसके अधिकारियों को ईरानी परमाणु संयंत्रों का दौरा करने और उनकी निगरानी करने की अनुमति नहीं देने के लिए ईरान की आलोचना भी की।
सीरिया में ईंधन ले जा रहे ट्रकों के एक काफिले पर ड्रोन से हमला हुआ जिसमें कई लोग मारे गए। हमले के बाद अब कोई भी इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। अमेरिका कह रहा है कि यह हमला उसने नहीं किया, जबकि इजरायल ने टिप्पणी करने से ही इनकार कर दिया।
हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन की आग ईरान से होते हुए इंडिया तक पहुंच गई है। यहां केरल में एक संगठन की महिलाओं ने हिजाब जलाकर भारी प्रदर्शन किया। भारत में हिजाब जलाकर प्रदर्शन करने का यह पहला मामला सामने आया है।
Iran conducted missile test: अभी कुछ दिनों पहले ही सऊदी अरब पर हमले की आशंका के बीच ईरान ने अपनी प्रसिद्ध जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा फहरा कर जंग का ऐलान कर दिया था। तब से दोनों देशों के बीच तनाव का दौर जारी है। ईरान की जामकरन मस्जिद पर लाल झंडा तभी फहराया जाता है, जब उसे किसी देश के खिलाफ जंग का ऐलान करना होता है।
US Iran: अमेरिका ने हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई करने के चलते ईरान को संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष महिला अधिकार निकाय से बाहर करने की मांग की है। अमेरिका का कहना है कि वह इसके लिए कोशिश करेगा।
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ईरान को 'कमिशन ऑन द स्टेटस ऑफ वीमेन' से हटाने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के अमेरिका के इरादे को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, ''महिलाओं के अधिकारों का हनन करने वाले किसी भी देश की किसी भी अंतरराष्ट्रीय या संयुक्त राष्ट्र के निकाय में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।''
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