कानपुर में आठ पुलिसवालों की शहादत पर एक और खुलासा हुआ है। शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्र की एक चिट्ठी सामने आई है। सीओ ने मार्च में ही चिट्ठी लिखकर विकास दुबे का काला चिट्ठा खोलकर रख दिया था।
शिवसेना ने सोमवार को कहा कि कानपुर मुठभेड़ ने ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ उत्तर प्रदेश सरकार की पोल खोल दी है और इस घटना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्य में गुंडई खत्म करने के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं।
हालांकि इनाम में बड़ोतरी के बावजूद अभी तक विकास दुबे का कोई भी सुराग नहीं है और उत्तर प्रदेश के 40 थानों की पुलिस उसे ढूंढ रही है।
कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में चौबेपुर थाने के 3 और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। SSP ने 2 दारोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में माफिया सरगना विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर छत पर खड़े बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं।
कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनकी बड़ी हीं निर्दयता से हत्या किया गया।
कानपुर एनकाउंटर मामले पर जानकारी देते हुए कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस वालों की जांच चल रही है अभी तीन और पुलिस वाले शक के दायरे में हैं।
कानपुर पुलिस टीम पर हमले के मामले में कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि विकास दुबे को पुलिस मूवमेंट की जानकारी कैसे मिली, इस पर स्थानीय पुलिस स्टेशन के सभी कर्मी हमारी जांच के दायरे में है।
घटना के दिन विकास दुबे के साथ लगभग 60-70 लोग असलहों से लैस होकर मौके पर तैनात थे। इन लोगों ने न सिर्फ पुलिसवालों पर अंधाधुंध फायरिंग की, बल्कि उनकी बेरहमी से पिटाई भी की थी।
सिर्फ विकास दुबे ही नही बल्कि लखनऊ मे स्थित उसके भाई दीप प्रकाश दुबे के घर की भी जांच की जा रही है और प्राधिकरण उसके भी दस्तावेज अपने साथ लेकर चला गया है।
गिरफ्तार गैंगस्टर दया शंकर ने बताया कि खुद विकास दुबे ने रेड करने पहुंची पुलिस की टीम पर गोलियां बरसाई। विकास खुद बंदूक से पुलिस वालों पर फायरिंग कर रहा था और जिस बंदूक से वह गोलियां बरसा रहा था वह बयान देने वाले गैंगस्टर दया शंकर के नाम पर ही थी
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की जघन्य हत्या को तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन गैंगस्टर और मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
48 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस विकास दुबे की तलाश में जुटी हुई है करीब 40 थानों की पुलिस उसके पीछे लगी हुई है।
कानपुर में गुरुवार रात हुए पुलिस बल पर हुए हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन में है।
कानपुर के चौबेपुर में गुरुवार देर रात दबिश देने गई पुलिस फोर्स पर हमला कर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करनेवाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिे 40 थानों की फोर्स लगाई गई है।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 100 टीमें लगाई गई हैं। विकास पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। विकास दुबे का ठिकाना बताने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शनिवार को पार्टी नेताओं के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान इसे 'जंगलराज' करार दिया।
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारे गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे के घर से सफेद रंग की अंबेसडर कार बरामद की गई है।
सर्विलांस टीम लगभग 500 मोबाइल फोन की छानबीन कर रही है और उससे विकास दुबे के बारे में सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा उप्र एसटीएफ की टीमें भी अपने काम में लगी हैं।
कानपुर के चौबेपुर में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर प्रशासन ने आज बड़ी कार्रवाई की है।
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