मंदिर में 200 लोगों का पुजारी का परिवार है। इसके अलावा 200 लोग पंडे के परिवारों के हैं। इसका पूरा खर्च यहीं से चलता है। पहले रविवार और भैरव अष्टमी में भीड़ होती थी। लेकिन अब अनुमान के हिसाब से 10 हजार की भीड़ रोज आती है।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट्स वर्ष घोषित किया है। भारत सरकार भी इसे लेकर विशेष आयोजन करवा रही है, अब इसी क्रम में योगी सरकार और मंदिर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है।
रोपवे के तैयार हो जाने से इसकी दूरी घटकर 3.8 किमी हो जाएगी और आपके समय की भी काफी बचत होगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट में तेजी आए इस कारण यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए 6 विभागों को 31 करोड़ रुपये अलॉट कर दिए गए हैं।
सीएम योगी का काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करते हुए वीडियो सामने आया है। इस दौरान उनके साथ बीजेपी नेता स्वतंत्र देव सिंह भी दिखाई दिए। सीएम योगी इस वीडियो में पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करते हुए दिख रहे हैं।
तीनों संदिग्ध मंदिर में जा रहे थे, इस बीच सीआरपीएफ के दारोगा ने संदेह होने पर पूछताछ की तो पता चला कि इन तीनों में से दो लोग मुसलमान हैं। जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
Gyanvapi Case: ऐसी मान्यता है कि औरंगजेब ने ही मंदिर के एक हिस्सा को तुड़वाकर उसकी जगह मस्जिद का निर्माण करवाया था। जबकि कुछ इतिहासकारों का कहना है कि 14वीं सदी के शर्की सुल्तान ने मंदिर को ध्वस्त कराकर मस्जिद बनवाई। मान्यताएं ये भी हैं कि अकबर ने ही विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को बनावाया था।
Gyanvapi Case: कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि इससे उसकी ऐतिहासिकता और प्रमाणिकता साबित हो सकेगी। 7 हिंदू महिलाओं की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि इसका ग्राउंड पेनिट्रेशन राडार सर्वे भी होना चाहिए।
Kashi Vishwanath Temple: अगर आप सावन के महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अपनी जेब थोड़ी ढीली करनी पड़ सकती है, क्योंकि मंदिर ने विशेष पूजा के लिए नई रेट लिस्ट जारी कर दी है।
प्रोफेसर पांडे ने कहा, 'अगर वहां बाबा विशेश्वर का शिवलिंग मिला है, तो वजूखाना कैसे हो सकता है। ये नहीं हो सकता। हम मांग करते हैं कि जब तक फैसला नहीं आता, शिवलिंग को काशी विश्वनाथ न्यास को सौंप देना चाहिए, जिससे उसकी विधि के साथ पूजा हो सके।'
Gyanvapi Masjid Case: अजय कुमार मिश्रा एडवोकेट कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद मीडिया से बात करते-करते रो पड़े। कैमरे पर वो भावुक हो गए और उनके आंसू निकल पड़े।
उन्होंने कहा कि जयपुर के राजा मिर्जा जयसिंह ने अकबर के जमाने में इसको दोबारा बनवाया था। इसके बाद औरंगजेब के समय में इसके ऊपर कुछ ना कुछ हुआ और जहांगीर के समय में भी इससे जुड़ी कहानी मिलती है।
Owaisi on Gyanvapi: AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- ' कोर्ट ने नमाजियों को ज्ञानवापी मस्जिद में जाकर इबादत करने की इजाजत दी है। इससे पहले निचली अदालत के आदेश ने इसे 20 लोगों तक सीमित कर दिया था। इसलिए हमें उम्मीद है कि सुनवाई की अगली तारीख पर उच्चतम न्यायालय पूर्ण न्याय करेगा।'
वाराणसी में ज्ञानवापी-शृंगार गौरी परिसर के सर्वेक्षण के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। शीर्ष अदालत मामले की सुनवाई सोमवार को वाराणसी की एक अदालत द्वारा जिला प्रशासन को परिसर के अंदर सर्वेक्षण के स्थान को सील करने के निर्देश के बाद करेगी, जहां सर्वेक्षण दल द्वारा कथित तौर पर एक 'शिवलिंग' पाया गया था।
ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि- ''आज खुशी का दिन है। विरोधियों के लिए यह सबसे बड़ा जवाब है।'' आगे डिप्टी सीएम ने कहा कि- ''आज ज्ञानवापी में महादेव प्रकट हुए हैं। मक्का में भी खोदोगे तो वहां भी मक्केश्वर महादेव निकलेंगे।''
सूत्रों के मुताबिक, मस्जिद के तहखाने के अंदर सफाईकर्मी गए थे। वहां गौरी श्रृंगार मंदिर की जैसी तस्वीरें हैं, वह वैसा ही मिला है।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में आज दूसरे दिन सर्वे । हरिशंकर जैन और विष्णु जैन ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में दाखिल हो गए हैं। इनके साथ वीडियोग्राफर और फोटोग्राफर भी मस्जिद परिसर में दाखिल हुए हैं।
वाराणसी में शुक्रवार को काशी विश्वनाथ और ज्ञानव्यापी मस्जिद के अंदर सर्वे और वीडियोग्राफी की गई। जब टीम नापी के लिए आई तो उस समय तनाव का माहौल बन गया।
80 घाट के बाद, अब 'नमो घाट' (खिड़किया ) काशी की खूबसूरती में चार चांद लगाने को तैयार है। नमो घाट प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जल्द ही वो इसका उद्घाटन करने वाराणसी आ सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर जो पहले मात्र 3000 वर्ग फुट का था, वह बढ़कर अब करीब पांच लाख वर्ग फुट हो गया है। अब 50 से 70 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में आ सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ के धाम का पुनर्निर्माण आयोध्या के मंदिर निर्माण का ही हिस्सा है, हम सबका सौभाग्य है कि बाबा विश्वनाथ आज नए स्वरूप में आ गए हैं।
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