6 मई की सुबह 6.15 बजे केदारनाथ के कपाट खुले, तो श्रद्धालुओं का अपार हुजूम दिखाई दिया। कपाट खुलने से पहले ही गुरुवार रात तक धाम में तय लिमिट 12,000 यात्री से करीब दोगुने पहुंच चुके थे। इससे वहां की व्यवस्था चरमरा गई।
Kedarnath Dham 2022: वैदिक तरीके से मंत्रौच्चारण किया गया और 6 बजकर 25 मिनट पर कपाट खोलकर डोली का मंदिर में प्रवेश किया गया।
सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल गए।
पहली बार केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे लोगों को चंद बातों को खास ख्याल रखना चाहिए।
केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई 2022 से खुल रहे हैं। जानिए केदारनाथ धाम कैसे पहुंचे? साथ ही इस मंदिर की मान्यता, महत्व के बारे में भी जानिए।
चारधाम यात्रा अभी यात्रा शुरू भी नहीं हुई है, मगर यात्रा रूट पर लगे सभी वाहन फुल हो गए हैं। यहां तक कि जीएमवीएन के ज्यादातर गेस्ट हाउस भी बुक हो चुके हैं। पर्यटकों को वाहनों की बुकिंग के लिए 15 दिन बाद का समय दिया जा रहा है।
इस साल तो केदारनाथ धाम में भी परिसर से बर्फ हटाने की जरूरत ही नहीं पड़ी, क्योंकि यहां जमी बर्फ पिघल चुकी है। इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री में नाममात्र की बर्फ रह गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर बारिश नहीं हुई और इसी तरह गर्मी पड़ती रही तो ऊंची चोटियां भी बर्फविहीन हो जाएंगी।
वित्तवर्ष 2022-23 का 67 करोड़ 22 लाख 62 हजार 137 रुपये का बजट पारित किया गया। बदरीनाथ अधिष्ठान के लिए 34 करोड़ 44 लाख एक हजार, 323 जबकि केदारनाथ प्रतिष्ठान के लिए 32 करोड़ 78 लाख 60 हजार 814 रुपये आय प्रस्तावित की गई।
शीतकाल के छह महीने कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि निश्चित कर दी गई है। केदारनाथ के कपाट 6 मई को प्रात: 6.25 पर अमृत बेला में खुलेंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से बाबा केदार की डोली 2 मई को केदार धाम के लिए प्रस्थान करेगी।
कोर्ट ने कहा कि निगरानी समिति को रक्षा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और सभी जिलाधिकारियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। करीब 900 किलोमीटर लंबी चारधाम सड़क परियोजना रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है।
सारा अली खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जाह्नवी कपूर के साथ कई फोटोज शेयर की हैं, जो खूब वायरल हुईं।
PM मोदी ने आज केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूर्ति का उदघाटन किया। 2013 में जब मोदी ने केदारनाथ के बारे में सोचा था, तब वो गुजरात से सीएम थे। उन्होंने 2017 में केदारनाथ का प्लान बताया और 2021 में करके दिखा दिया। देखिए यह ख़ास रिपोर्ट।
2013 की तबाही के बाद आज केदारनाथ का जो रूप दिख रहा है उसके पीछे सबसे बड़ी ताकत पीएम मोदी का संकल्प है जो उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल में पांचवीं बार बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। वो अपने पहले कार्यकाल में 4 बार बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार 3 मई 2017 को केदारनाथ पहुंचे थे।
पुरोहितों के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत में धामी ने कहा कि उनकी सरकार जनभावनाओं का सम्मान करने वाली सरकार है।
पीएमओ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे और उसके बाद आदि शंकराचार्य की समाधि का उद्घाटन करेंगे और उनकी मूर्ति का लोकार्पण करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे में 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के साथ ही आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ जाकर पूजा करेंगे और 250 करोड़ रुपये की केदारपुरी पुनर्निर्माण परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। एक महीने के भीतर राज्य का यह उनका दूसरा दौरा होगा।
दिल्ली से आये हौंडा परिवार को गुरुवार को बद्रीनाथ से मात्र 14-15 किलोमीटर पहले पाण्डुकेश्वर में रोक दिया गया।
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज (Kedarnath Teerth Purohit Samaj) ने कहा कि अगर सरकार द्वारा बनाया गया ये बोर्ड समाप्त नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।
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