दिल्ली-एनसीआर में बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है | मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश की भविष्यवाणी की है। दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव और कई स्थानों पर घोंघे की गति से ट्रैफ़िक बढ़ने की सूचना है।
सबसे बुरा हाल खस्ताहाल इंफ्रास्ट्रक्चर की मार झेल रहे गुरुग्राम का रहा। यहां कुछ ही घंटों की बारिश में सड़कें नदियों में बदल गईं, इन पर चल रही कारें नाव जैसी दिखने लगीं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के बीच संसद का मानसून सत्र (Monsoon Session 2020) 10 सिंतबर से शुरू हो सकता है।
संसद में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि मानसून सत्र की तारीख तय करने के लिए संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) इस सप्ताह बैठक करेगी।
मैदानी इलकों से बर्बादी की तस्वीरें सामने आ रही हैं, वहीं पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाओं ने आफत मचाई हुई है।
संसद के आगामी मानसून सत्र में कोरोना महामारी के मद्देनजर कई नई सुविधाएँ देखने की संभावना है।
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के दो जिलों- पुणे और सतारा में अत्यधिक भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। दूसरी ओर, असम में बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ, जबकि बिहार में बाढ़ के हालात जस के तस बने हुए हैं |
खरीफ फसलों की बुवाई का कुल क्षेत्रफल 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1,015 लाख हेक्टेयर
दिल्ली में बृहस्पतिवार को इस मानसून की सबसे अच्छी बारिश हुई, मुंबई और आसपास के इलाकों में भी मूसलाधार बारिश हुई। वहीं मौसम विभाग की मानें तो बारिश का यह सिलसिला अगले दो-तीन दिन तक पूरे देश में जारी रहेगा।
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 26 अगस्त से शुरू होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को यहां यह जानकारी दी।
भारत के मौसम विभाग (IMD) ने राष्ट्रीय राजधानी में सुबह 10 बजे तक "हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश" के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है।
दक्षिण पश्चिम मानसून 10 अगस्त को महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में सक्रिय हो जाएगा और अगले सात दिनों वह वहां बना रहेगा। आईएमडी ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुम्बई और उसके आसपास के जिलों में बुधवार को भारी वर्षा और आंधी-तूफान आया था।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को कहा कि बरसात के चार महीने के मौसम के दूसरे हिस्से में मॉनसून सामान्य रह सकता है।
आईएमडी ने 29 और 30 जुलाई को कोल्लम, तिरुवनंतपुरम, पथनमथिट्टा, इडुक्की, मल्लापुरम, कोझिकोड और वायनाड में भारी से भारी बारिश का संकेत देते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
धान की रोपाई का क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़ा
विशेषरूप से एमएलपीएस भारतीय उपमहाद्वीप में प्राथमिक वर्षा-उत्पादक सिनॉप्टिक-स्केल सिस्टम है और यह कृषि आधारित उत्तर मध्य भारत में होने वाली वार्षिक वर्षा के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार है।
गृह मंत्रालय के डिजास्टर मैनेजमेंट डिवीजन ने केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के हवाले से बताया कि कैसे न केवल असम, बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, केरल और महाराष्ट्र में भी भारी बारिश से स्थिति गंभीर हुई है |
मौसम विभाग ने गुरुवार को गया, समस्तीपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी जिलों के कुछ भागों में अगले 2-3 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की चतावनी जारी की है।
कोसी नदी, एक बार फिर से उफ़ान पर है और बाढ़ के पानी ने राज्य के कई गांवों में प्रवेश कर लिया है। राज्य में सबसे अधिक नुकसान हमेशा नदी की बाढ़ के कारण होता है। कुछ ऐसी स्थिति असम, उत्तराखंड और हिमाचल में भी देखी जा सकती है |
ओस्मान जनरल अस्पताल में बाढ़ के स्रोत का पता लगाने के लिए GHMC, HMWSSB और OGH के इंजीनियरों की एक टीम बनाई गई |
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