मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने 2021 के मानसून के लिए अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। स्काइमेट वेदर ने इस साल देश में मानसून सीजन के दौरान सामान्य बरसात होने का अनुमान लगाया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी स्काइमेट वेदर ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में शुरू किए गए कृषि सुधारों के साथ सरकार की ग्रामीण आय बढ़ाने की ओर ध्यान दिये जाने से कृषि आय में वृद्धि होने की संभावना है। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के बावजूद ग्रामीण परिवारों की आय की स्थिति सामान्य बनी हुई है।
मानसून की आमद के साथ ही मुंबई में हाहाकार मचाने वाली बारिश का कहर मानसून की वापसी तक भी जारी है।
सरकार के द्वारा संसद को दिए लिखित जवाब के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान बिहार में देखने को मिला है। इसके अलावा कर्नाटक और असम में भी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान में मॉनसून की शुरुआत के बाद से पिछले दो महीने से अधिक समय में बारिश संबंधी घटनाओं में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 239 अन्य घायल हुए हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में भारी बरसात होने का अनुमान जारी किया है। मौसम विभाग ने 26, 27 और 28 अगस्त के लिए यह अनुमान जारी किया है और कुछ जगहों के लिए नारंगी तथा कुछ के लिए पीले रंग का अलर्ट जारी हुआ है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड कुंड बैराज से सुबह 10 बजे नदी में 7,418 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा जा रहा है।
आमतौर पर इम्यूनिटी सिस्टम में गड़बड़ी के कारण शरीर में खुजली की समस्या हो जाती हैं। जानें घरेलू उपायों के द्वारा इस समस्या से कैसे पाएं छुटकारा।
उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के एक हजार से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरकार का कहना है कि सैलाब की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और कहीं भी चिंताजनक हालात नहीं हैं।
विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, जालौर, जैसलमेर, जोधपुर जिलों में कहीं- कहीं पर मध्यम से तीव्र मेघगर्जन/वज्रपात के साथ भारी/अत्यधिक भारी बारिश और बाड़मेर, जालौर जिलों में कहीं-कहीं पर अत्यधिक भारी बारिश होने के संभावना है।
गुजरात में बीते दो दिनों से जारी बारिश के बीच आम लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में बारिश के कारण बाढ़ आने जैसी स्थितियां बनने लगी हैं। वहीं भारी बारिश के बीच होने वाले जलजमाव का पानी अब रिहाइशी इलाकों में पहुंचने लगा है।
बारिश के मौसम में लंबे समय तक बारिश का गंदे पानी में पैर रहने के कारण भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप चाहे तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
जलभराव के बीच वाहनों के फंसने से हो चुके हैं कई बड़े हादसे
बेहतर मॉनसून की वजह से बेहतर उपज होने की उम्मीद
उत्तर प्रदेश विधान सभा के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरु हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। कोरोना की वजह से सभी विधायकों और विधान सभा सदस्यों का कोरोना टेस्ट कराया गया है।
सबसे बुरा हाल खस्ताहाल इंफ्रास्ट्रक्चर की मार झेल रहे गुरुग्राम का रहा। यहां कुछ ही घंटों की बारिश में सड़कें नदियों में बदल गईं, इन पर चल रही कारें नाव जैसी दिखने लगीं।
मैदानी इलकों से बर्बादी की तस्वीरें सामने आ रही हैं, वहीं पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाओं ने आफत मचाई हुई है।
खरीफ फसलों की बुवाई का कुल क्षेत्रफल 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1,015 लाख हेक्टेयर
दिल्ली में बृहस्पतिवार को इस मानसून की सबसे अच्छी बारिश हुई, मुंबई और आसपास के इलाकों में भी मूसलाधार बारिश हुई। वहीं मौसम विभाग की मानें तो बारिश का यह सिलसिला अगले दो-तीन दिन तक पूरे देश में जारी रहेगा।
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