बारिश का मौसम अस्थमा या दमा के मरीजों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। जानिए कैसे?
मानसून सीजन में बीमारियों से बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना जरूरी होता है। इसके लिए खानपान अच्छा होना चाहिए।
आईएमडी ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद उत्तरी क्षेत्र सहित देश के कई हिस्सों में अगले छह-सात दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। विभाग ने कहा कि 17 से 20 जुलाई तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर की ओर बढ़ने के साथ ही दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आखिरकार पांच दिन की देरी के बाद मंगलवार को पूरे देश में छा गया।
जुलाई के महीने में मानसून ने पुरे भारत में अपनी दस्तक के साथ लोगो को भीषण गर्मी से राहत दी है मगर बारिश के मौसम में कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस लोगों को अपनी चपेट में ले लेते है जिस वजह से लोगों में सर्दी जुकाम जैसी बीमारिया आम बात हो जाती है।
बिजली गिरने से लगभग 78 प्रतिशत मौतें तब होती हैं जब लोग बारिश से बचने के लिए किसी पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं।
मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने आज दिल्ली के साथ पूरे देश में छा गया है। आईएमडी ने बताया कि पांच दिन की देरी के बाद, मंगलवार को पूरे देश में छा गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पूरे देश में आठ जुलाई को पहुंच जाता है।
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिये राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के संबंध में ऑरेंज अलर्ट और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के वास्ते येलो अलर्ट जारी करके भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
लंबे समय से मानसून की बरसात का इंतजार कर रही दिल्ली का आज इंतजार खत्म हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि थोड़ी देर ( शाम 6-7 बजे तक) में दिल्ली और एनसीआर के कई अन्य हिस्सों में भारी बरसात हो सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली के लिए मानसून का इंतजार कम नहीं हो रहा है। मौसम विभाग ने पहले कहा था कि जून के अंतिम हफ्ते के दौरान दिल्ली में मानसून पहुंच जाएगा लेकिन लगभग आधा जुलाई खत्म होने को है और अभी तक दिल्ली में मानसून की बरसात नहीं हुई है।
नियमित रूप से त्वचा की देखभाल करना बेहद जरूरी होता है। मानसून सीजन में ये और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। एक्सपर्ट से जानें क्यों?
डायबिटीज के मरीजों को बारिश के मौसम में कई बातों का ख्याल रखना चाहिए। ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और दूसरी बीमारियों से भी बचाव किया जा सकता है।
IMD ने रविवार को आसमान में बादल छाए रहने और एक या दो बार बारिश की संभावना जतायी है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थिति पूर्वी हवाओं के कारण अनुकूल बन गयी है और इसके एक दिन में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों तक पहुंचने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत में करीब एक सप्ताह तक लू के प्रकोप के बाद शुक्रवार को तापमान में गिरावट देखी गई, लेकिन क्षेत्र में मानसून की स्थिति बेहतर नहीं होने से उच्च आर्द्रता के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
कृषि मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अब तक धान सहित खरीफ फसलों की बुवाई का रकबा 499.87 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 10.43 प्रतिशत कम है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक चरण सिंह ने बताया कि विश्लेषण के मुताबिक आज यानि शुक्रवार (9 जुलाई) से बारिश शुरू हो जाएगी। 11,12,13 जुलाई को देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्रों में भारी वर्षा होगी।
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को जमकर बारिश हुई जिससे शहर के लोगों को काफी राहत मिली है। बता दें कि दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी से शहरवासियों की हालत खस्ता थी।
जून के शुरुआती ढाई हफ्तों में बारिश के अच्छे दौर के बाद 19 जून से दक्षिणपश्चिम मानसून आगे नहीं बढ़ा है। दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान में अब तक मानसून नहीं पहुंचा है।
दिल्ली सहित उत्तर भारत में मॉनसून का इंतजार अब लंबा होता जा रहा है। बारिश तो हो नहीं रही, अब भीषण लू भी चलने लगी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अगले दो दिनों में लू की परिस्थितियां बनी रहने की संभावना है।
मॉनसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे दिल्लीवासियों को मंगलवार को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा और कुछ हिस्सों में लू के थपेड़ों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
संपादक की पसंद