माफिया मुख्तार अंसारी के शव को आज गाजीपुर के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इसी दौरान गाजीपुर की डीएम और मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी के बीच तीखी बहस देखने को मिली। दोनों के बीच हुई बहस का वीडियो भी सामने आया है।
मुझे नहीं लगता कि इस तरह के हार्डकोर क्रिमिनल की मौत पर ज्यादा आंसू बहाने की जरूरत है। लेकिन फिर भी जो लोग उसकी मौत की असली वजह जानना चाहते हैं उन्हें ज्यूडिशियल मजिस्ट्रैट की जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।
मुख्तार अंसारी रॉबिनहुड है या अपराधी, इसे लेकर अब भी खूब बाते हो रही हैं। गाजीपुर की जनता दो भागों में बंटी हुई है। लेकिन वास्तव में मुख्तार कौन है? उसने क्यों अपराध को अपने प्रोफेशन के रूप में चुना। पढ़िए मुख्तार अंसारी की पूरी कहानी।
45 साल के आपराधिक इतिहास वाले यूपी के कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी। मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है।
कल मुख्तार अंसारी को किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक.. देर रात गाजीपुर पहुंचेगा शव..पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
Mukhtar Ansari funeral: मुख्तार अंसारी को शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी पर पुलिस की नजर बनी हुई है। अफसा पर 75 हजार का इनाम है।
Kurukshetra : मुख्तार से हमदर्दी...तुष्टिकरण की हद कर दी ?
मुख्तार अंसारी के शव को बांदा से गाजीपुर लाया जा रहा है...इस वक्त शव वाहन रास्ते में है...करीब 8 घंटे का रास्ता बांदा से गाजीपुर का है...आज रात करीब 1 बजे तक मुख्तार का शव गाजीपुर पहुंचेगा...कल सुबह मुखतार अंसारी को मुहम्मदाबाद में सुपुर्द ए खाक किय़ा जाएगा
बांदा में पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है। लेकिन मुख्तार अंसारी का शव घर पहुंचने से पहले ही मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हो गए हैं।
सत्तर और अस्सी के दशक में उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और एक गिरोह में शामिल हो गया, जो कोयला, रेलवे निर्माण, कबाड़ की बिक्री, लोक निर्माण और शराब के ठेकों को हथियाने के लिए बाहुबल का इस्तेमाल किया करता था।
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासत गरम हो रही है। आज असदुद्दीन ओवैसी ने माफिया की मौत को लेकर यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है।
पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि बताया कि वे सरकार की बात नहीं माने तो उन्हें इस्तीफा देने का दवाब बनाया गया। उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने के लिए प्रेशर बनाया जाने लगा।
वैसे तो मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमें दर्ज थे, लेकिन मुख्तार की क्रुरता की कहानियां भी कम नहीं थीं। इनमें से सबसे क्रूर घटना कृष्णानंद राय की हत्या का है। साल 2005 में कृष्णानंद राय के काफिले पर 500 गोलियां बरसाई गई थीं, जिसके बाद से मुख्तार का नाम अपराध की दुनिया में सबसे ऊपर रखा जाने लगा था।
माफिया से बाहुबली राजनेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात मौत हो गई है। मुख्तार को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। अब पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह ने मुख्तार को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की नवंबर 2005 में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। अदालत ने इस हत्या के मामले में अंसारी को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत पर परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा है कि ऐसा करने पर सही तथ्य सामने आ जाएंगे।
मुख्तार अंसारी का जन्म साल 1963 में एक प्रभावशाली परिवार में हुआ था। सरकारी ठेका माफियाओं में खुद को शामिल करने के लिए उसने अपराध की दुनिया में प्रवेश किया।
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें मौत की जानकारी प्रशासन ने नहीं दी। देर रात बांदा पहुंचे बेटे उमर अंसारी ने मौत की जांच की मांग की। साथ ही ये भी कहा कि वो इसके लिए कानूनी कदम उठाएंगे।
माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ने के बाद जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। यहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।
माफिया से बाहुबली नेता बने मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है। लेकिन हम आपको बताएंगे कि माफिया मुख्तार अंसारी कितने प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखता था।
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