अरुणाचल प्रदेश में संदिग्ध उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई हैं। सुरक्षाबलों ने भी इस फायरिंग का जवाब दिया जिसके बाद उग्रवादी पड़ोसी देश म्यांमार की ओर भाग गए हैं।
तिब्बत, बंगाल की खाड़ी और म्यांमार में भूकंप की वजह से धरती कांपी है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता भी दर्ज की गई है।
म्यांमार में शनिवार की रात नौ बजकर 24 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई है।
म्यांमार की धरती बार-बार भूकंप के झटकों से कांप रही है। पिछले दिनों म्यांमार में जोरदार भूकंप आया था। इससे हजारों लोगों की मौत हो गई थी। अब एक बार फिर म्यांमार में भूकंप आया है।
म्यांमार ने अपने देश में नौकरी घोटाले में फंसे 4 भारतीय नागरिकों को मुश्किल से निकाल कर वापस भेजा है। इस तरह म्यांमार ने अपना फर्ज अदा किया। भारत ने हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप में आपदा और राहत सामग्री के साथ एक पूरी टीम मदद के लिए भेजा था।
Earthquake: रविवार सुबह भूकंप के चार झटकों ने एशियाई देशों को हिलाकर रख दिया। हालांकि इन झटकों से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, फिर भी इस भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
म्यांमार मे एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रविवार की सुबह आए इस भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है। इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।
म्यांमार में आए भूकंप से अबतक 2,700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भारत में भी बड़े भूकंप आने की संभावना है। अलर्ट में कहा गया है कि कई राज्य डेंजर जोन में हैं। जानें पूरी खबर इस एक्सप्लेनर में...
भारत ने म्यांमार की सहायता के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। इसके तहत राहत और बचाव दलों के साथ खाद्य और रशद सामग्री की पूर्ति कर रहा है। म्यांमार में लोग अब भी सड़कों पर सो रहे हैं, क्योंकि उन्होंने प्रारंभिक भूकंप के बाद से 1,000 से अधिक भूकंपीय झटके महसूस किए हैं जिससे वे डरे हुए हैं।
भारत सरकार ने म्यांमार के भूकंप पीड़िता के लिए राहत सामग्री भिजवाई है। दरअसल ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत भारत ने 31 टन राहत सामग्री भेजी है।
भारत ने म्यांमार के भूकंप पीड़ितों के लिए मदद का दायरा और बढ़ा दिया है। रविवार को भारतीय वायुसेना का विमान 31 टन की अतिरिक्त राहत सामग्री लेकर म्यांमार के लिए रवाना हुआ है।
28 मार्च को म्यांमार में 7.7 मैग्नीट्यूड का खतरनाक भूकंप आया था। इस भूकंप ने म्यांमार ने भारी तबाही मचाई थी। देश में अब भी राहत बचाव कार्य जारी है। भूकंप के मलबे में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए अब एक खास तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
म्यांमार के मांडले शहर में गत शुक्रवार को आए भूकंप में राहत और बचाव कार्य कर रही एनडीआरएफ की टीम को लोगों की ओर से जमकर सराहना मिल रही है। भारतीय टीम ने अब तक मलबे में दबे 30 से ज्यादा शवों को बाहर निकाला है।
म्यांमार में जुंटा सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के लिए एकतरफा युद्ध विराम का ऐलान किया है। इसके साथ ही सशस्त्र समूहों और विद्रोहियों से सैन्य ठिकानों पर हमले नहीं करने की अपील की है।
म्यांमार में गत शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप में एक शख्स को 5 दिन बाद जीवित निकाला गया है। इस घटना ने उस कहावत को एक बार फिर से चरितार्थ किया है, जिसमें कहा गया है, "जाको राखे साईंयां, मार सके न कोय।"
म्यांमार में चीनी रेड क्रॉस के एक काफिले पर हमला हो गया है। बताया जा रहा है कि इस काफिले की 9 ट्रकों पर उस वक्त गोलीबारी की गई, जब वह भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सामग्री पहुंचाने जा रहे थे।
थाईलैंड और म्यांमार के बाद अब जापान में मेगा महाभूकंप की चेतावनी ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है। इस भूकंप को धरती के सबसे भयानक भूकंप के रूप में देखा जा रहा है। इसमें 3 लाख से ज्यादा लोगों के मौतों की आशंका जाहिर की गई है।
बीते शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके ठीक बाद 6.4 तीव्रता का शक्तिशाली झटका आया। इस भूकंप के कारण अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
म्यांमार के बाद एक और एशियाई महाद्वीप के देश में भयानक भूकंप आ गया है। यहां भी भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7 से ज्यादा रही है। ऐसे में भयानक नुकसान होने की आशंका है।
म्यांमार में भूकंप के 72 घंटे बीत जाने के बाद मलबे में दबे शवों के सड़ने से भीषण दुर्गंध फैलनी शुरू हो गई है, इससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
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