यूपी के प्रयागराज में स्थित नैनी सेंट्रल जेल में बंद आरोपी नफीस बिरयानी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नफीस बिरयानी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है। आरोपी नफीस बिरयानी पर 50 हजार का इनाम घोषित था।
इन आरोपियों को फिलहाल नैनी सेंट्रल जेल में बंद रखा गया है। इन तीनों को नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है। लेकिन इस जेल में इन तीनों हमलावरों पर मौत का साया मंडरा रहा है।
प्रयागराज की इसी नैनी जेल में नब्बे के दशक में अतीक अहमद अपने पिता हाजी फिरोज के साथ बंद था।
मंगलवार को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था। कोर्ट ने पहले माफिया अतीक अहमद समेत तीन आरोपियों को दोषी करार दिया। जिसके बाद सभी दोषियों को आजीवन करावास की सजा सुनाई गई।
प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने पहले माफिया अतीक अहमद समेत तीन आरोपियों को दोषी करार दिया। इसके कुछ देर बार सभी दोषियों को आजीवन करावास की सजा सुनाई।
वहीं कोर्ट के इस फैसले के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार अपराध और अपराधियों का सफाया कर रही है। अदालत में पैरवी की जा रही है। एक-एक अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए। पूरे प्रदेश में भयमुक्त वातावरण बना है। हम हर अपराधी को जेल भेजेंगे।
जेल मैनुअल के तहत अतीक अहमद को सारी जरूरत के सामान जैसे टूथपेस्ट, साबुन, टूथब्रश इत्यादि दिए गए। लेकिन बताया जा रहा कि नैनी जेल की पहली रात अतीक को रास नहीं है आई। अतीक को रातभर जेल में बेचैनी होती रही और वह इस दौरान बार बार बैरक में टहलता देखा गया है।
1300 किलोमीटर के सफर के दौरान आज सुबह झांसी के पुलिस लाइन पर अतीक को करीब दो घंटे के लिए रोका गया था। काफिला पुलिस लाइन में वाशरूम में जाने के लिए रोका गया था।
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