नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला की पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत हिरासत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर अगली सुनवाई अब गुरुवार को होगी।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल के खिलाफ विवादास्पद जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर अब 2 मार्च को सुनवाई होगी।
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जन सुरक्षा कानून (PSA) के तहत हिरासत में रखे जाने के खिलाफ उनकी बहन सारा अब्दुल्ला पायलट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से जब धारा 370 हटाए जाने की घोषणा की थी तो उसी समय उमर अब्दुल्ला सहित राज्य के कई नेताओं को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया था
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती पर अलगाववादियों के साथ काम करने का आरोप लगाते हुए सरकार ने उनकी हिरासत को बढ़ा दिया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट मतलब पीएसए लागू किया गया है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही दोनों पूर्व मुख्यमंत्री नज़रबंद थे।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। जम्मू-कश्मीर में शनिवार को 2जी इंटरनेट सेवा बहाल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री का फोटो वायरल हो गई। फोटो में उमर अब्दुल्ला की दाढ़ी बढ़ी नजर आ रही है।
द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने सोमवार को कहा कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की वह तस्वीर देखकर बेहद व्यथित हैं जिसमें वह बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अधपकी दाढी में एक तस्वीर शनिवार को ट्विटर पर सामने आई। इस तस्वीर में उन्हें पहचानना खासा मुश्किल है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस का प्रतिनिधिमंडल फारूक अब्दुल्ला से श्रीनगर में उनके आवास पर मिला | वेटरन नेता को फिलहाल श्रीनगर में नजरबंद रखा गया है।
NC के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आज फारूक और उमर अब्दुल्ला से मिलने की अनुमति मिली | फारूक और उमर अब्दुल्ला फिलहाल नज़रबंद हैं |
जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने नेशनल कान्फ्रेंस (नेका) नेताओं के शिष्टमंडल को पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मिलने की इजाजत दी थी।
घाटी के कई हिस्सों में टेलीफोन सेवाएं हालांकि बहाल कर दी गई हैं लेकिन मोबाइल टेलीफोन सेवाएं और सभी इंटरनेट सेवाएं पांच अगस्त से ही निलंबित हैं।
जम्मू-कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाने के बाद मुख्यधारा के सियासतदानों को हिरासत में रखने को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने यह कहते हुए न्यायोचित ठहराने की कोशिश की कि जितना ज्यादा वक्त वे जेल में रहेंगे उन्हें उतना ही राजनीतिक फायदा मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर के राज भवन ने बयान में कहा कि राज्यपाल ने इन नेताओं (उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती) से कई बातचीत नहीं की है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों-फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के लिए इस बार ईद उल अजहा का त्योहार खामोशी भरा रहा क्योंकि पूर्व के वर्षों में उनके घरों में समर्थकों, दोस्तों, परिवार के सदस्यों की भीड़ लगी रहती थी।
भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने की घोषणा के बाद ये गिरफ्तारियां हुई हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की गिरफ्तारी की निंदा की है और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस कदम को औचित्यहीन बताया है।
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