भारत और रूस ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ और मॉस्को पर लगाए गए बैन की काट ढूंढ़ ली है। इससे निपटने के लिए पीएम मोदी और पुतिन ने 5 साल की एक योजना पर सहमति जताई है।
भारतीय और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को अब नयाम मुकाम मिलने वाला है। इसके बाद भारतीय सेनाओं की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि वह भारत की सेना को ताकतवार और अत्याधुनिक बनाने में मदद कर रहे हैं।
रूस की उप स्थायी प्रतिनिधि मारिया जाबोलोत्स्काया ने यूएनएससी में पेश किए गए इस प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रस्ताव "झूठे आरोपों का जाल" है और "निरर्थक मिथ्याओं" से भरा हुआ है। उन्होंने इसे "शांति वार्ताओं के बीच बाधा" करार दिया।
भारत-रूस में यह वार्ता पुतिन की 2 दिवसीय भारत यात्रा के बीच हो रही है, जो भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने पर केंद्रित है। विशेषज्ञों का मानना है कि एस-400 एवं एसयू-57 जैसे सौदे भारत की सैन्य आधुनिकीकरण को गति देंगे, जो चीन एवं पाकिस्तान के सामने बड़ी चुनौती पेश करेंगे।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन 2 दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया।फिर दोनों नेता एक ही कार से प्रधानमंत्री आवास पहुंचे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपनी भारत यात्रा शुरू करेने के पहले ही बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ क्रेमलिन में चली वार्ता चुनौतीपूर्ण रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच पहली आधिकारिक मुलाकात 2001 में मॉस्को में हुई थी। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वह तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के साथ मॉस्को गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बृहस्पतिवार को अपने दोस्त और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के लिए पीएम आवास पर राजकीय हाई डिनर की मेजबानी करेंगे। इसके अगले दिन शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में वह पुतिन के साथ द्विपक्षीय शिखर वार्ता में शामिल होंगे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की सैलरी कितनी होगी...? पुतिन के बारे में वे रहस्यमयी और अनसुनी बातें जो अब से पहले आप शायद नहीं जानते होंगे। आइये ऐसी ही बातों से अवगत करवाते हैं।
भारत और रूस के बीच बड़ा सैन्य समझौता होने वाला है। इसका संकेत खुद रूस ने दिया है। राष्ट्रपति पुतिन के 4 दिसंबर को भारत दौरे से पहले इस सैन्य समझौते की रूपरेखा सामने आ सकती है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा है कि जरूरी हो तो हम यह लिखकर देने को तैयार हैं कि यूरोप और नाटो पर कभी हमला नहीं करेंगे। यह हथियार बेचने वालों द्वारा फैलाई गई अफवाह और बकवास की बातें हैं।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म कराने को लेकर ट्रंप द्वारा पेश की गई योजना में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ब्लूमबर्ग मीडिया के अनुसार अमेरिकी राजदूत ने पुतिन के लिए ट्रंप को यूक्रेन की शांति योजना पर मनाने का सुझाव दिया था। इसकी ट्रांसक्रिप्ट लीक हो गई है।
यूक्रेन से जारी भीषण जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन किर्गिस्तान पहुंच गए हैं। किर्गिस्तान रूस का जिगरी मित्र देश माना जाता है। ऐसे में पुतिन का बिश्केक पहुंचना सामान्य घटना नहीं है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बेहद डरावना दावा करके सबको हैरान कर दिया है। उनका कहना है कि रूस ने राष्ट्रपति पुतिन के निर्देशों पर परमाणु परीक्षण को लेकर काम शुरू कर चुका है।
रूस ने यूक्रेन से युद्ध के बीच बुधवार को अपनी परमाणु ताकतों का जबरदस्त प्रदर्शन किया। रूसी परमाणु बलों ने इस दौरान कई परमाणु मिसाइलें दागीं। इस एक्सरसाइज को खुद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लीड किया।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी नोबेल शांति पुरस्कार के वितरण पर सवाल उठा दिया है। उन्होंने कहा कि इससे कोई असहमत नहीं हो सकता कि कई बार यह पुरस्कार उन लोगों को मिल जाता है, जिन्होंने शांति के लिए कुछ नहीं किया।
फ्रांस की पुलिस ने रूसी तेल टैंकर के 2 सदस्यों को हिरासत में लेने का दावा किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का कहना है कि रूस इसका संचालन गुपचुप तरीके से करता है।
पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की यूक्रेन पर हुई वार्ता को अमेरिकी टैरिफ के दबाव से जोड़ने वाले नाटो चीफ मार्क रूट के दावे की हवा निकल गई है। भारत ने इसे गलत और निराधार बताते ही कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपनी कुछ विशेष वजहों से चर्चा में हैं। वह जिस भी देश जाते हैं, अक्सर वहां ट्रेन से जाते हैं, जहां उनका पूरा सिक्योरिटी का इंतजाम रहता है। खासतौर पर वह जहां भी बैठक करते हैं, उस जगह की चप्पे-चप्पे की ऐसी सफाई उनके फॉरेंसिक एक्सपर्ट द्वारा की जाती है कि उनसे जुड़ा कोई भी सुबूत न मिले।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक ध्रुवीय विश्व के अंत का आह्वान किया है। इससे ट्रंप और अमेरिका की बादशाहत खतरे में आ गई है।
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