उत्तर, मध्य और पश्चिमी भारत के राज्य जहां भीषण गर्मी की चपेट में हैं, वहीं असम में मौसम में आए बदलाव के बाद तूफान, बिजली गिरने और भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है।
सरकारी बुलेटिन के मुताबिक आंधी और वर्षा के कारण जनहानि होने के साथ-साथ कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गये और जगह-जगह पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गये।
दोपहर में तेज धूप और सुबह हल्की ठंडी हवाओं से राजधानी के मौसम ने अचानक करवट ली है। दिल्ली में रविवार सुबह मौसम खुशनुमा रहा और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में कुछ और बढ़ोतरी से लोगों की राहत मिली है। वहीं, इस दौरान कई इलाकों में हल्की बारिश भी दर्ज की गई।
फरवरी का पहला सप्ताह बीत चुका है, लेकिन ठंड, बारिश और बर्फबारी के कारण मौसमी हलचलें बनी हुई हैं। हिमाचल प्रदेश में राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद सड़कों पर जमी बर्फ को हटाया जा रहा है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ों में बर्फबारी के चलते दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा छाया रहेगा।
आईएमडी के मुताबिक, 2 फरवरी तक हिमालय के पास एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है, जिसके चलते 2 से 4 फरवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि आज और 15 जनवरी तक बारिश हो सकती है। बताया जा रहा है कि 10 से अधिक राज्यों में बरसात होगी जिस कारण कोहरा और ठंड अधिक हो सकते हैं।
मौसम विभाग अगले तीन दिन के लिए चेन्नई, कांजीपुरम, तिरूवल्लूर और चेंगलपेट्ट में रेड अलर्ट जारी कर चुका है और इन सभी जिलों में अगले कुछ दिनों में लगातार भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
यह चौथी बार है जब दिल्ली में 1,200 मिमी से अधिक वर्षा हुई है। इससे पहले राजधानी में 1933, 1964 और 1975 में 1,200 मिमी से ज्यादा बारिश हुई थी।
चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पौड़ी और चमोली में सोमवार सुबह 8.30 बजे से मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक भारी बारिश हुई।
उत्तराखंड में सोमवार को दूसरे दिन भी लगातार बारिश जारी रही। यहां ऊंची पहाडियों पर बर्फवारी भी हुई। बिगड़े मौसम की वजह से हुए हादसे में नेपाली मूल के तीन मजदूरों की मौत भी हो गई। वहीं, बिगड़े मौसम की वजह से चारधाम यात्रा भी ठप्प पड़ गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां कहीं भी जलभराव हुआ है, उन क्षेत्रों में तत्काल जल निकासी की व्यवस्था की जाए।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात के असर के कारण UP में भारी बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश में 24 घंटे के अंदर औसत अनुमान से 5 गुना ज्यादा बारिश हुई है। पूरे राज्य में 33.1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई, जो औसत अनुमान 7.6 मिमी से करीब 5 गुना ज्यादा है।
IMD के अनुसार, सामान्य तौर पर दिल्ली में मॉनसून के मौसम के दौरान 648.9 मिमी बारिश दर्ज की जाती है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक तस्वीर आई है, जिसमें वह संगमरमर के दो बड़े-बड़े पत्थरों पर खड़े होकर एक पौधा लगाने के बाद उसमें पानी डालते हुए नजर आ रहे हैं और इस दौरान एक व्यक्ति उनके ऊपर छाता खोलकर पकड़े हुए है...
मध्य और पश्चिम भारत में बारिश (Rain) में कमी के बाद 29 अगस्त से फिर से इसकी गतिविधियां तेज होने के आसार हैं। यह जानकारी शनिवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को कहा कि देश में वर्तमान में जारी कमजोर वर्षा गतिविधि के अगले 5 दिन तक लगातार बने रहने की संभावना है।
जयपुर जिले में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदी ,नाले उफान पर हैं। बगरू, दूदू, झाग, फागी के कई गांवों के तालाब भी लबालब हो गए हैं और रिहायशी इलाकों में पानी आ गया है।
मूसलाधार बारिश के चलते मध्य प्रदेश के शिवपुरी और श्योपुर जिलों में सोमवार को दो लोगों की वर्षाजनित घटनाओं में मौत हो गई है, जबकि शिवपुरी जिले के तीन गांवों के कई लोग बाढ़ के पानी में फंस गये हैं, जिन्हें बचाने के लिए सोमवार शाम को सेना के हेलीकॉप्टर लगाये गए।
मध्य प्रदेश में रविवार को बारिश के चलते दो मकान ढहने से चार बच्चों सहित छह लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी, जबकि चार अन्य घायल हो गये। वहीं, राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने के बाद निचले इलाकों में जलभराव से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई।
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