हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है और इससे फ़िलहाल आज भी राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है। मौसम विभाग ने आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
अगस्त के महीने में देशभर में सामान्य से कम बारिश हुई है लेकिन कई हिस्सों में बारिश की वजह से भीषण तबाही मची हुई है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन से जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कई हाइवे बंद हो गए हैं जिससे यातायात पर असर पड़ा है।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं पहाड़ी राज्यों में भी भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
राज्य में बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन से वहां हालात बेहद खराब हैं। और इसी बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई इलाकों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहे हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है।
आईएमडी ने कहा कि अगले 4-5 दिनों के दौरान इसके अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में या हिमालय की तलहटी में होने और उसके बाद धीरे-धीरे दक्षिण की ओर अपनी सामान्य स्थिति की ओर बढ़ने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। पिछले चार दिनों में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में 71 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तराखंड के तीर्थ स्थल मदमहेश्वर का राज्य के अन्य हिस्सों से संपर्क कट गया है। यहां करीब 200 लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए आज भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कल सोमवार को ही बता दिया था कि मंगलवार 15 अगस्त को दोपहर से बारिश हो सकती है।
हिमाचल में बारिश और लैंडस्लाइड से तबाही मची है तो वहीं उत्तराखंड में भी गंगा पूरे उफान पर है। हिमाचल में अबतक 50 लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए अबतक के अपडेट्स-
देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के कई इलाकों के लिए अगले तीन दिनों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी जनता से बेवजह यात्रा करने से बचने की अपील की है।
मिजोरम में बीते चार दिनों से बारिश हो रही है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए 85 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में देर रात से हो रही झमाझम बारिश से मौसम एक बार फिर सुहाना हो गया है। तापमान कम होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से उमस भरी गर्मी पड़ रही है, जिससे तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा बताया कि अल नीनो से अब तक मानसूनी बारिश पर कोई असर नहीं पड़ा है। अल नीनो आमतौर पर भारत में मानसूनी हवाओं के कमजोर होने और शुष्क मौसम से जुड़ा है।
तेलंगाना में बीते हफ्ते हुई भारी बारिश हुई है। इस वजह से 18 लोगों की मौत हो गई है। वारंगल में भद्रकाली टैंक में दरार आ गई और इसे भरने के प्रयास जारी हैं।
पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों तक पूरे क्षेत्र में हल्की से मध्यम और व्यापक वर्षा होगी। इसके अलावा 1 और 2 अगस्त को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में बारिश कम हो या ज्यादा, किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में जमकर बारिश हुई। बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। शनिवार के मौसम के लिय IMD ने अलर्ट जारी किया है।
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