नई दिल्ली: यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने पश्चिमी देशों से लगती बेलारूस की सीमा पर परमाणु हथियार तैनात करने का ऐलान कर दिया है। इससे नाटो देशों में खलबली मच गई है। दरअसल रूस ने यह कदम उठाने का फैसला इसलिए किया है कि नाटो और पश्चिमी देश लगातार युद्ध में यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं।
मास्को: यूक्रेन पर हमले के बाद से ही रूस के विभिन्न शहरों में धमाकों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रूस के सेंट पीट्सबर्ग में एक ऐसे ही धमाके में रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत हो गई है। ऐसे में मास्को भी सकते में आ गया है। सैन्य ब्लॉगर की मौत उस वक्त हुई जब वह एक कैफे में थे और महिला ने उन्हें एक मूर्ति भेंट की।
यूक्रेन के एक धर्मगुरु ने अपने ही देश के खिलाफ ऐसा अधर्म कर डाला कि यह बात पूरे देश को नागवार गुजरी। इसके बाद इस धर्मगुरु को अदालत के आदेश पर घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। आरोप है कि इस धर्मगुरु ने यूक्रेन पर रूस के हमले को बिल्कुल सही ठहराया है। इसके बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की भी आग बबूला हो गए।
यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच अब रूस भारत के साथ मिलकर एक ऐसा कदम उठाने जा रहा है, जिसके बारे में जानकर अमेरिका समेत पूरे यूरोप में खिन्नता आ सकती है। यूक्रेन युद्ध को लंबा खींचते देख और अमेरिका व यूरोप की भागीदारी के मद्देनजर रूस ने अपनी अद्यतन विदेश नीति का ऐलान किया है।
रूस का हमला जारी है और यूक्रेन की सेना रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रही है । इस बीच दनिप्रो में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख ने कहा कि यूक्रेन में स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास लड़ाई तेज हो गई है और इस क्षेत्र में युद्ध से संबंधित परमाणु दुर्घटना का खतरा और बढ़ गया है।
यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए बड़ी खबर है। केंद्र सरकार ने इन छात्रों की मदद करने का मन बना लिया है। केंद्र सरकार ने MBBS पास करने के लिए छात्रों को मौका देने के कहा है।
रूसी सेना को यूक्रेन की ओर से कड़ी टक्कर मिली थी। इसके बाद वैगनर ग्रुप ने एक बड़ी भूमिका निभाई है। प्रिगोझिन ने अचानक आगे आकर हजारों पुरुषों को जेलों से सेना में भर्ती कर लिया। इसके साथ ही यूक्रेन में कुछ सबसे खतरनाक लड़ाइयों में हिस्सा लेने के बदले आजादी का ऑफर दिया।
पुतिन ने यह स्पष्ट किया कि यूक्रेन को नाटो देश हथियारों की मदद कर रहे हैं। यह चिंता का कारण है। हालांकि इससे रूस को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। पुतिन ने अमेरिका और नाटो देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस के पास हथियारों का जखीरा जमा है, भरा हुआ है। इसका अभी तक इस्तेमाल ही नहीं किया गया है।
पुतिन ने कहा कि यह योजना यूक्रेन को ‘डिप्लेटेड यूरेनियम’ वाला गोला-बारूद देने की ब्रिटेन की योजना की जवाबी प्रतिक्रिया है। पुतिन ने पहले दावा किया था कि ये गोला-बारूद परमाणु घटक से लैस हैं।
इंटरनेशनल कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पहली बार क्रीमिया में नजर आए पुतिन। उनके पैरों में कुछ तकलीफ दिखी। उसके बाद पुतिन अचानक रूस के कब्जे वाले मारियूपोल पहुंचकर सबको चौंका दिया। देखें वीडियो-
अंतरराष्ट्रीय अदालत ने यूक्रेन में कार्रवाई को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अब पुतिन गिरफ्तार हो सकते हैं।
अमेरिकी और जर्मन मीडिया की खबरों में दावा किया गया था कि इस बात के सबूत हैं कि यूक्रेन या कम से कम यूक्रेन के लोग ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार थे।
इस यात्रा के दौरान जो बाइडेन ने यूक्रेन को आर्थिक सहायता देने की भी बात कही थी। वहीं बाइडेन ने इस यात्रा को काफी गुप्त रखा गया। लेकिन जैसे ही वे कीव की धरती पर उतरे की सभी को उनके आने की जानकारी मिल गई।
अमेरिका के खुफिया अधिकारियों ने कहा है कि रूसी इंटेलिजेंस एजेंसी से ताल्लुक रखने वाले लोग मोल्दोवा सरकार को गिराने की मंशा के साथ प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
रूस-यूक्रेन का युद्ध बखमुत में घातक मोड़ पर पहुंच चुका है। यहां रूस की सेना बखमुत पर कब्जे के करीब है। मगर इस दौरान रूसी भाड़े के सैनिक समूह वैगनर के चीफ ने गोला-बारूद खत्म होने को लेकर पुतिन का पत्र लिखा है। गनीमत सिर्फ इतनी है कि यहां लड़ रही यूक्रेनी सेना का भी युद्धक भंडार पूरी तरह खाली हो चुका है।
यूक्रे के पूर्वी और सामरिक दृष्टि से सबसे अधिक रणनीतिक शहर बखमुत में कई दिनों की भीषण जंग के बाद अब रूसी सेना जीत के करीब पहुंच चुकी है। रूस जल्द बखमुत पर कब्जे का दावा कर रहा है। वहीं यूक्रेन की सेना अभी भी बखमुत में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है और पीछे नहीं हटने की जिद पर अड़ी है।
बखमुत में रूसी सेना के हावी होने के बाद यूक्रेन में खलबली मच गई है। बखमुत से यूक्रेनी सेना को मैदान छोड़कर भागना पड़ रहा है। यूक्रेनी सेना अपने बखमुत निवासियों को बाहर निकाल पाने में नाकाम हो रही है। इसके बाद अब रूस ने पूर्वी यूक्रेन पर मिसाइल और ड्रोन से दर्जनों बड़े हमले करने जा रहा है।
अभी तक अमेरिका और चीन में एक दूसरे को चेतावनी देने का दौर जारी था। दोनों देशों में ताइवान से लेकर जासूसी गुब्बारे समेत कई अन्य मसलों पर तनाव बना हुआ है। इस बीच जर्मनी ने पहली बार ड्रैगन को कड़ी चेतावनी दी है।
अमेरिकी के पूर्व रक्षा सचिव जिम मैटिस ने दावा किया है कि पुतिन के यूक्रेन युद्ध से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार चीन की घुसपैठ को बढ़ावा मिल सकता है। पूर्व अधिकारी ने चिंता व्यक्त करते कहा कि चीन यूक्रेन युद्ध पर कड़ी नजर रख रहा है।
एक वर्ष से चल रही रूस-यूक्रेन की लड़ाई अब बखमुत में अहम मोड़ पर आ गई है। यहां दोनों देशों के सैनिक अब बिलकुल आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इतना करीबी फाइट होने से यूक्रेनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा है। ऐसे में भाड़े की रूसी वैगनर सेना यूक्रेन पर भारी पड़ने लगी है।
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