अमेरिका से 30 करोड़ डॉलर के हथियार मिलने की घोषणा के बाद यूक्रेन ठीक तरीके से मुस्कुरा भी नहीं पाया होगा कि इधर रूस ने मिसाइलों के निर्माण की संख्या दोगुनी करने का ऐलान करके जेलेंस्की की स्माइल गायब कर दी है। बता दें कि रूसी मिसाइलों के कहर से लगभग पूरा यूक्रेन खंडहर हो चुका है।
रूसी कमांडर इगोर गिरकिन ने कहा कि ‘आलाकमान की अनुमति के बिना जंग के मोर्चे पर सैनिकों को वापस लेने की अपील एक तरह का सैन्य विद्रोह ही है और कुछ नहीं।
सेवस्तोपोल शहर में रूस द्वारा तैनात किए गए गवर्नर मिखाइल रजवोझायेव ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर आग लगने की वीडियो और तस्वीरें साझा कीं। रजवोझायेव ने कहा कि यह आग लगने की उन भीषण घटनाओं में शामिल है जिस पर काबू पाना काफी मुश्किल होगा।
रूसी मिसाइलें एक बार फिर यूक्रेन पर कहर बनकर टूटी हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस ने मिसाइलों और ड्रोन बमों की बरसात कर दी है। बता दें कि रूस ने शुक्रवार को तड़के यूक्रेन की राजधानी कीव तथा उसके अन्य हिस्सों में 20 से अधिक क्रूज मिसाइलें और दो ड्रोन दागे, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।
यूक्रेन युद्ध में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों ने एक बार फिर से रूस की मुश्किल बढ़ा दी है। रूस के साथ युद्ध के दौरान सहायता करने के अपने वादों के मद्देनजर यूक्रेन को 98 प्रतिशत से अधिक लड़ाकू वाहनों की आपूर्ति की।
ताइवान पर वाशिंगटन के रुख की तरह, यूक्रेन पर हमले को लेकर चीन की स्थिति‘‘रणनीतिक अस्पष्टता’’ का एक उदाहरण रही है। चीन ने लगातार संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के महत्व पर जोर दिया है, जबकि आक्रमण की निंदा करने में विफल रहा है और मॉस्को को ‘‘बेहद दोस्ती’’ का आश्वासन दिया है।
यूक्रेन के म्यूजियम पर रूस की सेना ने हमला कर दिया है। इस हमले में यूक्रेन के दो नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 10 लोग घायल हो गए हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूस ने इस हमले में एस 300 मिसाइल का इस्तेमाल किया है।
कोर्ट ने यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद क्रेमलिन द्वारा लाए गए नए कानून के तहत पूर्व अधिकारी सेमिल वेडेल को सोमवार को बेहद कड़ी सजा सुनाई।
उत्तर सागर में रूस ने अपना जासूसी जहाज उतारकर यूक्रेन से पश्चिम तक खलबली मचा दी है। स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड और नार्वे में सार्वजनिक प्रसारणकर्ताओं के एक समूह ने एक नया वृत्तचित्र तैयार किया है, जिसमें उत्तर सागर एवं बाल्टिक क्षेत्र में समुद्री ऊर्जा व डेटा बुनियादी ढांचे को एक जबरदस्त खतरा होने की बात सामने आई है।
अमेरिका के घातक अब्राम टैंक अब रूस के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर सकते हैं। दरअसल अमेरिका अब यूक्रेनी सैनिकों को अब्राम के संचालन का प्रशिक्षण देने वाला है। प्रशिक्षण हासिल करने के बाद यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए इस घातक टैंक का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह टैंक दुनिया के डैंजरस टैंको में गिना जाता है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये कोई छोटी गलती नहीं है। अपने ही इलाके में बम कैसे छोड़ा जा सकता है, इस मामले की जांच की जा रही है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की हालत ठीक नहीं है शायद वे किसी बड़ी सर्जरी से गुजरे हैं। वे ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे और उनकी गर्दन पर बड़ा-सा निशान भी दिखा था।
रूसी मिसाइलों ने पूर्वी यूक्रेन के सोल्वियांस्क शहर मे कहर बरपाया है। मिसाइल के हमले से सोल्वियांस्क शहर के आवासीय इलाकों में 8 लोगों की मौत हो गई है।
यूक्रेन युद्ध के दौरान फरवरी 2022 में यूक्रेन छोड़कर अपने देश लौटे भारतीय छात्रों के लिए सबसे बड़ी खबर है। यूक्रेन ने सभी भारतीय छात्रों को अपने देश से ही परीक्षा दे सकने की अनुमति दे दी है। यानी सभी छात्र भारत में रहकर ही परीक्षा दे सकेंगे और डिग्री हासिल कर सकेंगे।
मंत्री द्वारा यह टिप्पणी इसलिए की गई है क्योंकि बार बार कीव पर रूस द्वारा हमले किए जा रहे हैं। बावजूद इसके अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत रूस के खिलाफ मतदान करने से दूर रहा है। रविवार को भारत पहुंची झापरोवा ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में सचिव-पश्चिम संजय वर्मा से मुलाकात की।
रूस- यूक्रेन युद्ध के बाद पीएम मोदी के दोस्त राष्ट्रपति पुतिन उस वक्त बेहद परेशान हो गए थे, जब पश्चिमी देशों ने रूस पर यूक्रेन हमले का दोषी मानते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे और इसमें रूस के कच्चे तेल पर प्राइस कैप भी शामिल था। इससे रूस की अर्थव्यवस्था डांवाडोल होने का खतरा था। मगर दोस्त भारत ने उसे संभाल लिया।
रूस इसके लिए अपने जंगी फाइटर्स में से एक को लैजर वीपन्स के साथ लैस कर रहा है। इसकी खासियत यह होती है कि यह सैटेलाइट्स को तबाह करने में सक्षम होते हैं, जबकि धमाके की आवाज भी नहीं होती है।
रूस में युवा कामगारों की काफी कमी हो गई है। इस संकट से निपटने के लिए उसे अपने दोस्त और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले युवाओं के देश भारत की याद आई है। रूस ने भारत से कहा है कि भारतीय युवा रूस मे आकर काम करें। इसके लिए रूस ने कई तरह के प्रयास भी किए हैं।
रूस यूक्रेन युद्ध का 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई अंत होता दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में दुनिया पहले से ही तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से घबरा रही है। मगर अब विश्व के 1 बड़े नेता ने यह भविष्यवाणी कर दी है कि दुनिया को वर्ष 2024 के पहले ही तीसरा विश्व युद्ध झेलना पड़ सकता है।
रूस- यूक्रेन युद्ध को 1 वर्ष से अधिक हो चुके हैं, लेकिन इसके खात्मे के अभी तक कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस बीच पुतिन के विशेष सुरक्षा दस्ते के एक अधिकारी ने अपने राष्ट्रपति को तगड़ा झटका दिया है। यह अधिकारी पुतिन की खुफिया सुरक्षा सेवा में तैनात था। मगर युद्ध के दौरान ही अधिकारी ने पुतिन का साथ छोड़ दिया है।
संपादक की पसंद