अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, यूके, भारत-पाकिस्तान और उत्तर कोरिया व इजरायल समेत दुनिया के कई ताकतवर देश परमाणु संपन्न देशों में हैं। अमेरिका और रूस में परमाणु हथियरों को बनाने की दौड़ में सबसे आगे निकलने की बड़ी होड़ लगी है। दुनिया के अन्य देश भी इस दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहते।
दक्षिणी रूसी के दागेस्तान क्षेत्र के माखचकाला शहर में एयपोर्ट पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अचानक लैंडिंग क्षेत्र पर धावा बोल दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में इजरायली कार्रवाई की निंदा करने के लिए ये लोग इकट्ठा हुए थे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी अमेरिका व चीन—रूस के बीच मतभेतद खुलकर दिखाई दिए। गाजा में युद्धविराम को लेकर एक प्रस्ताव अमेरिका ने लाया तो रूस और चीन ने मिलकर उसे वीटो करके खारिज कर दिया।
बीते दिन क्रेमलिन ने राष्ट्रपति पुतिन की हेल्थ को लेकर एक बयान जारी किया है। बयान में राष्ट्रपति निवास ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की हेल्थ एकदम ठीक है, जो खबरें मीडिया में चल रही हैं वो बस अफवाह हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में हमास और पुतिन पर निशाना साधा। उन्होंने हमास को आतंकी और पुतिन को आक्रमणकारी बताते हुए कहा कि ऐसे आक्रमणकारियों से हम मुंह नहीं मोड़ सकते। बाइडेन ने साफ किया कि वह अपने रुख पर कायम रहेंगे। संकट की घड़ी में इजराइल और यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बुधवार को अमेरिका पहुंचने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने इजराइल को 'गाजा हमले' पर ज्ञान दिया। साथ ही दूसरे नेताओं से क्या बातचीत हुई, वह भी बताया।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अरसे बाद विदेश यात्रा पर निकले हैं। उन पर इंटरनेशनल कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। इस कारण वे रूस से बाहर नहीं जाते हैं। वे दक्षिण अफ्रीका, भारत और ऐसे कई देशों में आयोजित सम्मेलनों में भी नहीं जा पाए। जानिए वे किस देश के दौरे पर हैं।
लगातार दो दिनों से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करने वाले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस बार भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनाए जाने की मांग की है। पुतिन ने कहा है कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। वह दुनिया की उभरती ताकत है। इसलिए वह स्थाई सीट का हकदार भी है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दी बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने 'परमाणु प्रतिबंध पर बड़ा वक्तव्य दिया है। उन्होंने कहा है कि वह वैश्विक परमाणु परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाने वाली संधि का अनुमोदन कर सकती है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर चीफ येवेगनी प्रिगोझन और उनके चालक दल के सदस्यों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि प्रिगोझिन और उनके चालक दल के अवशेषों में विस्फोटक निशान पाए गए थे।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगातार दूसरे दिन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की सराहना की है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर उस व्यक्ति को दुश्मन की तरह पेश करने की कोशिश करते हैं, जो उनकी बात नहीं मानता। एक समय में भारत के साथ भी उन्होंने, ऐसा प्रयास किया था। मगर भारत स्वनिर्देशित है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक बार फिर अपने प्रिय दोस्त और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर तारीफ की है। पुतिन ने पीएम मोदी को बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति बताया है। पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी के साथ उनके बेहतरीन राजनैतिक संबंध हैं और मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है।
रूस और यूक्रेन की जंग में यूक्रेन जहां पलटवार कर रहा है, वहीं सैनिकों की कमी की वजह से वह युवाओं को सेना में भर्ती कर रहा है। इन युवाओं को जंग लड़ने का अनुभव नहीं है। ऐसे में एक कोडवर्ड के माध्यम से ये युवा सैनिक सरेंडर कर रहे हैं। जानिए पूरा मामला।
स्लोवाकिया के संसदीय चुनाव परिणामों ने अमेरिका समेत यूक्रेन को तगड़ा झटका दिया है। इस देश में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के समर्थक नेता की जीत ने भूचाल मचा दिया है। रूसी समर्थक पूर्व पीएम रॉबर्ट फिको ने कहा था कि यदि वह सत्ता में आए तो यूक्रेन युद्ध को स्लोवाकिया से दिए जाने वाले समर्थन व मदद को बंद कर देंगे।
भीषण जंग के बीच रूस ने पश्चिमी देशों पर बड़ा आरोप लगाया है। रूस ने कहा कि यूक्रेन ने काला सागर में जो हमला किया था, उसमें पश्चिमी देशों का भी हाथ है। खबर है कि हमले में ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा यूक्रेन को दी गई स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था।
रूस के साथ भारत के रिश्ते 50 के दशक से ही मजबूत और स्थिर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध और दुनिया में तेजी से हो रहे उथल-पुथल व उतार-चढ़ाव के बावजूद दोनों देशों में यह स्थिरता बनी हुई है। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोनों देशों के रिश्तों पर पूछे सवाल के संदर्भ में कही।
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने बयान और अपने फैसलो के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी झेल रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर के बाद रूस ने भी कनाडा को फटकार लगाई है। जानिए क्या है पूरा मामला?
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच यूक्रेन ने रूस पर ताजा हमले किए हैं। ब्लैक सी में रूसी बेड़े पर मिसाइलों से भीषण हमला किया है। इन हमलों से धुएं का बड़ा गुबार उठा। स्थानीय लोगों ने बताया कि हमले में विस्फोटों की आवाजें सुनाई दी और धुआं भी उठा।
रूस-चीन और उत्तर कोरिया के बीच दोस्ती लगातार गहराने के साथ पश्चिमी देशों की आशंका भी गहरी होती जा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध का अब तक कोई अंत नहीं होने के बीच इन तीनों देशों का गठबंधन नाटो समेत पश्चिमी देशों के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है। तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो ये तिकड़ी किसी पर भी भारी पड़ सकती है।
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