अब तक देश में टीके की 70 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं। इसमें से 10 करोड़ खुराकें बीते 13 दिन में ही दी गयी हैं। देश में अब तक 16 करोड़ लोगों से ज्यादा का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है।
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असली कोरोना वैक्सीन की पहचान के लिए मापदंड भेजा है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली? इस मापदंड में अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।
मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली के डॉ. बलबीर सिंह के मुताबिक, जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson and Johnson vaccine) का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसकी एक ही शॉट लगेगी।
कोविड-19 रोधी टीके ‘स्पुतनिक-वी’ की एक खुराक सार्स-सीओवी-2 वायरस (कोरोना वायरस) के खिलाफ अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बना सकती है।
अलग अलग कंपनियों के साथ करार के तहत देश में 30 करोड़ से ज्यादा स्पूतनिक वैक्सीन के उत्पादन का लक्ष्य है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट में वैक्सीन का पहला बैच सितंबर में तैयार होगा।
कोविड-19 का टीका न लगवाने को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ राजग की ओर से आलोचना झेल रहे राजद नेता तेजस्वी यादव के बुधवार को अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के साथ रूसी स्पुतनिक-वी टीका लिए जाने पर राजग ने तंज कसा है।
देश में कोरोना की तीसरी वैक्सीन रूस की स्पूतनिक V आज से आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।
पुणे बेस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने test analysis और examination के लिए भी मंजूरी मांगी है। बता दें कि फिलहाल भारत में रूस की कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी का निर्माण डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज द्वारा किया जा रहा है।
डॉ रेड्डीज लेबोटरीज ने शुक्रवार को कहा कि उसने रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन की देश में आपूर्ति को लेकर किसी भी कंपनी के साथ साझेदारी नहीं की है
अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी लेने के लिये आवेदन दायर किए जाने की उम्मीद है और यह भारत में मिलने वाली एकल खुराक वाला टीका बन सकता है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि स्पुतनिक वी (Sputnik V) के विनिर्माता दिल्ली को इस रूसी कोविड निरोधी टीके की आपूर्ति करने के लिए राजी हो गए हैं लेकिन टीके की कितनी खुराक मिलेंगी यह अभी तय नहीं हुआ है।
रुस के निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और भारत की दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने सोमवार को भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की।
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।
डॉ रेड्डीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि हम उनके (आरडीआईएफ) साथ दूसरे देशों के लिए भी मात्रा और अधिकारों, संपत्ति परमिट के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी ने कोविन एप पर एंट्री मिल गई है। इस वैक्सीन के लिए डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने अपोलो अस्पताल के साथ करार किया है। अपोलो अस्पताल में स्पुतनिक वी वैक्सीन के एक डोज की कीमत 1250 रुपये होगी।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
डॉ रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को रूसी वैक्सीन स्पुतनिक को लॉन्च करते हुए इसकी कीमत की घोषणा कर दी है।
दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को कहा की सीमित शुरुआत के तौर पर कोविड-19 का टीका स्पुतनिक-वी का पहला टीका हैदराबाद में लगाया गया।
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