भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों को लेकर चल रहे कूटनीतिक विवाद के बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने बड़ा दावा किया है। वॉशिंगटन के प्रमुख अखबार का कहना है कि अमेरिका ने ही निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा को भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी मुहैया कराई थी।
अमेरिकी खुफिया विभाग और प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने रूसी निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन के विमान हादसे में मौत के पीछे पुतिन का हाथ होने की आशंका जाहिर की है। मगर क्रेमलिन ने इन आरोपों को माइंडसेट एजेंडा बताते हुए खारिज कर दिया है।
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) को सौंपी गई एक खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सऊदी अरब के शहजादे (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान ने इस्तांबुल में पत्रकार जमाल खशोगी को ‘‘पकड़ने या मारने’’ के एक अभियान को मंजूरी दी थी।
इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो जाता है कि चीन इस हमले के जरिए भारत को अपनी ताकत का संदेश देना चाहता था। हालांकि चीन की यह योजना उल्टी पड़ गई और इस हिंसक झड़प में उसके 40 से ज्यादा सैनिक हताहत हो गए।
चीन और भारत के सैनिकों के लद्दाख की गलवान वैली में बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए हैं। वहीं चीन ने उसकी तरफ हुए नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि दुनिया के कई देशों को प्रभावित करने वाले साइबर हमले रैंसमवेयर को देखते हुए सरकारों को सतर्क हो जाना चाहिए।
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