भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के लोकार्पण के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोलते हुए कहा "2014 के बाद कुछ लोगों ने अपना संकल्प भी घोषित किया है कि हम मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आज वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारत के विकास और उन्नति की पहचान बन चुकी है। इस पहचान से पूरे देश को जोड़ा जा रहा है। वंदे भारत ट्रेन आधुनिकता की एक मिसाल है।
वंदे भारत ट्रेन की देश में अधिकतम स्पीड 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन शुरुआत में वंदे भारत एक्सप्रेस रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 91.35 किमी प्रति घंटा की स्पीड से 7.45 घंटे में दिल्ली पहुंचाएगी।
Vande Bharat Train: योजना के तहत करीब 145 करोड़ रुपए का टेंडर फिलहाल भारतीय रेलवे ने वंदे भारत के रैकों के पार्ट्स के निर्माण के लिए टाटा स्टील को दिया था। यह काम 12 महीने में पूरा किया जाना है। अब टाटा स्टील के तरफ से स्पष्टीकरण आ गया है।
देश में अभी विभिन्न रूटों पर 10 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं। भारतीय रेलवे की इस साल के अंत तक 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने और अगले तीन वर्षों में 400 ट्रेन चलाने की योजना है।
मध्य रेलवे ने बताया कि 450 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने पर सुरेखा यादव को सीएसएमटी स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर सम्मानित किया गया। पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र में सतारा निवासी सुरेखा यादव 1988 में भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनी थीं।
रेलवे के अधिकारी कौशिक मित्रा ने इस बाबत कहा कि वंदे भारत ट्रेन पर पथराव दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले में फिलहाल जांच के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अब खेतों-खलिहानों में भी दौड़ती नजर आएगी। पूर्व रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शानदार वीडियो शेयर किया है जिसके बैकग्राउंड में गाना बज रहा है-थर्राता-थर्राता एक तूफां है...देखें वीडियो।
वंदे भारत एक्सप्रेस में फर्स्ट क्लास एसी से लेकर थ्री टीयर कोच में लगने वाली सीटें अब टाटा स्टील कंपनी की ओर से तैयार किया जाएगा।
Vande Bharat Train: वंदे भारत ट्रेन को इंडियन रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली सबसे स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट में गिना जाता है। इसमें बैठकर यात्रा करने की सुविधा होती है। यह किसी भी दूसरी ट्रेन से तेज गति से सफर करती है। अब एक मास्टर प्लान के जरिए इसमें सो कर भी सफर करने की व्यवस्था की जा रही है।
दक्षिण मध्य रेलवे के सीपीआरओ राकेश ने कहा, "हम इस संबंध में सभी कोणों से जांच कर रहे हैं। ट्रेन के विजाग पहुंचने के बाद रेल पुलिस अधिकारियों द्वारा ट्रेन और फलक की स्थिति का आकलन किया जाएगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुंबई को एक साथ दो वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात दी। मुंबई से शिर्डी के साईंबाबा और मुंबई से पंढरपुर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ट्रेनें वरदान साबित होंगी।
एक अनुमान के मुताबिक, हर साल 50 लाख से ज्यादा लोग मुंबई से शिरडी के लिए जाते हैं, ऐसे में उनके लिए यह ट्रेन काफी सुविधाजनक साबित हो सकती है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे भारत ट्रेनों की तरह, “वंदे मेट्रो” लाने के लिए कहा है।
रेल मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन आ जाएगी और इसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसका विस्तार अन्य स्थानों पर किया जाएगा।
अब तक देश में आठ वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। ये नागपुर-बिलासपुर, दिल्ली-वाराणसी, दिल्ली-कटड़ा, दिल्ली-ऊना, गांधीनगर-मुंबई, चेन्नई-मैसूर, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी और सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम रूट पर चल रही हैं।
वंदे भारत ट्रेन की तेज रफ्तार से यात्रियों को कम समय में अपने गंतव्य पर पहुंचने का मौका मिल रहा है। 2025 तक देश में तेज रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस का इतना जाल बिछ जाएगा कि बड़ी संख्या में यात्रियों का सफर में लगने वाला समय और कम हो जाएगा।
अगले 2 सालों में वंदे भारत एक्सप्रेस की 400 ट्रेनों का निर्माण होगा जिनमें 200 ट्रेनों में बैठने की सुविधा होगी जबकि बाकी की 200 स्लीपर कोच के साथ पटरियों पर दौड़ेंगी।
जयपुर और दिल्ली के बीच में सफर अब और कम समय में हो सकेगा। इसके लिए सिर्फ दो घंटे का समय लगेगा और आए जयपुर से राजधानी दिल्ली में होंगे। वंदे भारत ट्रेन से यह सफर और जल्दी हो जाएगा। मार्च माह से पहले ही वंदे भारत इन दोनों शहरों के बीच दौड़ेगी। रेलमंत्री ने इस पर सहमति दे दी है।
वंदे भारत ट्रेन को एक बार फिर निशाना बनाया गया है। इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के कांचरापलेम के पास इस ट्रेन पर पथराव हुआ है। इस पथराव में ट्रेन के एक कोच का शीशा टूट गया है। यहां ये बता दें कि ये वही ट्रेन है जिसको पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले हैं।
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