वंदे भारत ट्रेन को अब एक नया लुक दिया गया है। अब आपको वंदे भारत ट्रेन भगवा रंग में देखने को मिलेगी। ट्रेन में रंग के अलावा और भी कई बदलाव किए गए हैं।
स्लीपर वाली वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण जून 2025 से शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि 2025 के अंत में या फिर 2026 में ये ट्रेनें पटरी पर आ जाएंगी।
इन मेट्रो ट्रेनों का परिचालन जमालपुर से मालदा, भागलपुर से हावड़ा और भागलपुर से देवघर के बीच चलेगी। साथ ही बनारस से आसनसोल के बीच भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएगी।
एक शख्स को प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेन में घुसकर टॉयलेट करना बहुत ही महंगा पड़ गया। शख्स जब ट्रेन में टॉयलेट कर रहा था तब ट्रेन खुल गई और वह भोपाल से उज्जैन पहुंच गया।
Indian Railway: अपनी रेल यात्रा के दौरान आपने गौर किया ही होगा कि ट्रेन के आखिरी कोच पर 'X' का निशान बना होता है, लेकिन वंदे भारत पर ऐसा कोई निशान नहीं बना होता है। अब सवाल ये उठता है कि ऐसा क्यों? आज हम आपको इस खबर के जरिए इसी बात के बारे में बताएंगे।
भोपाल से हजरत निजामुद्दीन चलने वाली वंदे भारत ट्रेन (20171) सोमवार की सुबह 5.40 पर भोपाल रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी। इस दौरान गाड़ी की कोच नंबर सी 14 में आग लग गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर से दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। एक ट्रेन गोरखपुर-लखनऊ के बीच और दूसरी ट्रेन जोधपुर-अहमदाबाद के बीच चलेगी।
वंदेभारत भले ही देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन है, लेकिन इसे यात्री नसीब नहीं हो पा रहे हैं। कई रूट पर इसे आधे ही यात्री मिल पाते हैं, ऐसे में रेलवे इसका किराया घटाने की तैयारी में है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। इनमें से 2 ट्रेनों की सौगात मध्य प्रदेश और एक-एक ट्रेन की सौगात गोवा, बिहार और झारखंड को मिली है।
भारत और रूस के इस संयुक्त उद्यम ने 120 नई वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण और अगले 25 वर्षों तक इसके रखरखाव को लेकर कॉन्ट्रेक्ट किया है। यह कॉन्ट्रैक्ट 30 हजार करोड़ रुपए का है।
देश में अभी तक 18 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है। चेन्नई स्थित कारखाने में हर महीने 3 से 4 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से लेकर असम की गुवाहाटी के बीच चलने वाली इस वंदे भारत ट्रेन का पीएम मोदी ने वर्चुअली उद्घाटन किया। बता दें कि नॉर्थ ईस्ट के राज्य असम की यह पहली वंदे भारत ट्रेन है।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए रेल संपर्क परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों को 4जी-5जी सेवाएं मुहैया कराने के लिए भी तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं।
वंदे भारत ट्रेन ने भारतीय रेलवे का कायाकल्प कर दिया है। इस ट्रेन से यात्रा करने के दौरान प्लेन में यात्रा करने का अहसास होता है। कुछ दिनों पहले रेल मंत्री ने कहा था कि पीएम मोदी का सपना है कि जून तक हर राज्य में वंदे भारत ट्रेन दौड़ने लगे।
पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास नीति का सबसे बड़ा लाभ आज देश के उन राज्यों को हो रहा है जो विकास की दौड़ में पीछे छूट गए थे। इस अमृतकाल में वंदे भारत ट्रेनें विकास का इंजन भी बन रही हैं और एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को भी आगे बढ़ा रही हैं।
तय कार्यक्रम के मुताबिक ट्रेन हावड़ा स्टेशन से सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और दोपहर 12.35 बजे पुरी पहुंचेगी। वहीं वापसी में दोपहर 1.50 पर यह ट्रेन पुरी से रवाना होकर रात 8.30 बजे हावड़ा पहुंचेगी।
पिछले साल दिसंबर महीने में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। ट्रेन को लेकर प्रदेश में जमकर सियासत हुई। लगातार ट्रेन पर पथराव के कारण भी वंदे भारत चर्चा में रही।
केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद शशि थरूर ने अपने एक पुराने ट्वीट को याद करते हुए पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बुधवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। जानकारी के मुताबिक, 13 अप्रैल से यह ट्रेन जयपुर, अलवर और गुड़गांव के जरिए अजमेर से दिल्ली का सफर तय करेगी।
परेड ग्राउंड में सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री एम्स बीबीनगर, हैदराबाद की आधारशिला रखेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में पहले कहा गया था कि यह देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का प्रमाण है।
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